प्रीतम जी आपने समय के उस मोड़ पर दुनिया को उत्तराखंडी संस्कृति से परिचित कराया जब हर इंसान पश्चिमी सभ्यता की और अकर्सित हो रहा है! और अपनी संस्कृति को पीछे छोड़ रहा है! आप हर ऐसे इंसान के लिए एक मिसाल हो!
सुदर्शन सिंह रावत
नई डेल्ही
धुमाकोट, पोडी गडवाल