नेगी जी पैलाग ,
नेगी जी को कांडपाल जग्गा का चरण स्पर्श पैलाग . नेगी जी आप से एक बात पूछनी है आप जो गड्वाली गीत लिखते हो उस मैं जो आप पहाडी सभ्यता को दर्शाते हो वो आप की कल्पना है या रियल है य बताओ , मैंने आप की बहुत गीत सुने है आप पहाड़ की सभ्यता को जनहित मैं पहुचने का बहुत अच्छा काम कर रहे हो . आप से मेरा एक निवेदन है की आप एक पहाड़ के लिए यशा लोग गीत गाओ जिश मैं हमारा पहाड़ को आपनी रीती रिवाज की याद आ जाये नेगी जी .
हेल्लो हाय छोड़ दो , नमस्कार पैलाग पर जोर दो
इस सभ्यता को लाओ नेगी जी आप पहाड़ मैं
पैलाग जग्गा कांडपाल और म्यर पहाड़ की और से आपुड कई