न्याय कारी देवता गोलू पर गोपाल बाबु गोस्वामी का यह भजन! गोलू देवता के महिमा का वर्णन !
ओ मै तू आयु तुमरी शरण
मेरी लाज धरिया नारायणा.....
शक्ति वंशी हो राजा गौरिया
शक्ति वंशी हो राजा गौरिया
वरदानी हो मेरो भूमिया
वरदानी हो मेरो भूमिया
ओ मै तू आयु तुमरी शरण
मेरी लाज धरिया नारायणा.....
माता काली का तुम कुंवर
गढ़ चम्पावती हो राजा
माता काली का तुम कुंवर
गढ़ चम्पावती हो राजा
नर रूप में जनम में नारायणा
दींन दुखियो की पीड़ा हरण ....
ओ मै तू आयु तुमरी शरण
मेरी लाज धरिया नारायणा.....
सात सौत ने गंगा बगायो
देवा भौत तुमुके सतायो
गौरी गंगा भाना बीवर
जाल फैको पिटारी उपर.........२.
ओ मै तू आयु तुमरी शरण
मेरी लाज धरिया नारायणा.....
गोरी गंगा ले नाम गोरिया
काठ घोड़ी का तुम थपिया
सिद्ध पीठ छे बहुत तुमर
न्यायकारी छा देवा हमारा
ओ मै तू आयु तुमरी शरण
मेरी लाज धरिया नारायणा.......२
अभिमानी क नाश कारन
दींन दुखी की पीड़ा हरण
नर रूप में जन्मा नारायणा
हम सब छे तुमरी शरण
ओ मै तू आयु तुमरी शरण
मेरी लाज धरिया नारायणा.....