बागेश्वर जिले के गरुड़ चाचरी :
हिट कौसला म्येरा गाडी में, घूमी अआली गरुड़ ला!
गरुड़ लेना टूटी गै ला, छ्वोड़ी कौसला छुटी गे ला!
गाई को गुबर ला,
तोर बाटी पुर आयूँ, मै तेरी उम्र ला!
अस्याई को रेट ला,
उदासिये झन सुवा हई जाली भेट ला !
पाथनी लगड़ ला,
तलि रैगियो राम गंगा, मलि राछु भेव ला!
गाई को गुबर ला,
तोंर बटी पूर आयूँ, मै तेरी उबर ला!
असेली को रेट ला,
उदासिये झन सुवा, हैई जाली भेट ला!
पथनी लगड़ ला,
समजणो हुंछ सुवा, पुरान दबड़ ला!
पाकी गया मेव ला,
तलि चादू राम गंगा, मलि चंदू भेव ला!
मुरूली मुरेद ला,
दुःख छाडी दुःख हैजो, नै लिहया कुरेद ला!
भाड़री को बोट ला,
मुखडी देखनु कनु, तवील लाई ओट ला!