Uttarakhand > Music of Uttarakhand - उत्तराखण्ड का लोक संगीत

Famous Singers's Rewards - क्या प्रसिद्ध गायकों के नाम पर पुरस्कार होने चाहिए?

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पंकज सिंह महर:
संगीत के क्षेत्र में उत्तराखण्ड ने कई क्षेत्रीय, स्थानीय ही नहीं बल्कि राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय कलाकार भी दिये हैं। इस कड़ी में स्व० मोहन उप्रेती जी और उनके गुरु मोहन सिंह जी, ब्रजेन्द्र लाल शाह, नईमा खान उप्रेती, प्रताप सिंह, उदेराम, देबराम जैसे कलाकार भी हमारे बीच हुये हैं, जिन्होने इस लोक विधा का परिचय शेष दुनिया को कराया था।
      निःसंदेह गोपाल बाबू गोस्वामी इस जगत के वह पहले व्यक्ति थे, जिन्होंने व्यवसाय जगत में उत्तराखण्डी संगीत को परिचित कराया था। इन सभी के नाम पर पुरस्कार शुरु हों तो अच्छा होगा।
     संगीत साधक ही नहीं हमारे यहां कई ख्याति नाम साहित्य साधक भी हैं, उनके नाम पर भी सरकार को पुरस्कार शुरु करने चाहिये। यथा- सुमित्रा नन्दन पंत, शैलेश मटियानी, मनोहर श्याम जोशी, गौरा पंत "शिवानी" आदि।

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720:

--- Quote from: Pankaj/पंकज सिंह महर on August 20, 2008, 01:23:59 PM ---संगीत के क्षेत्र में उत्तराखण्ड ने कई क्षेत्रीय, स्थानीय ही नहीं बल्कि राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय कलाकार भी दिये हैं। इस कड़ी में स्व० मोहन उप्रेती जी और उनके गुरु मोहन सिंह जी, ब्रजेन्द्र लाल शाह, नईमा खान उप्रेती, प्रताप सिंह, उदेराम, देबराम जैसे कलाकार भी हमारे बीच हुये हैं, जिन्होने इस लोक विधा का परिचय शेष दुनिया को कराया था।
      निःसंदेह गोपाल बाबू गोस्वामी इस जगत के वह पहले व्यक्ति थे, जिन्होंने व्यवसाय जगत में उत्तराखण्डी संगीत को परिचित कराया था। इन सभी के नाम पर पुरस्कार शुरु हों तो अच्छा होगा।
     संगीत साधक ही नहीं हमारे यहां कई ख्याति नाम साहित्य साधक भी हैं, उनके नाम पर भी सरकार को पुरस्कार शुरु करने चाहिये। यथा- सुमित्रा नन्दन पंत, शैलेश मटियानी, मनोहर श्याम जोशी, गौरा पंत "शिवानी" आदि।

--- End quote ---

You are right mahar Ji.. We don't know when our Govt will touch such issues. We would be happy if any Pvt fims etc could come forward in this regard.

खीमसिंह रावत:
जैसा की बात उठी है की स्व. श्री गोपालबाबू जी एवं श्री एन एस नेगी जी के नाम से अवार्ड होना चाहिए
श्री पंकज जी ने स्व. श्रीमोहन उप्रेती जी का भी जिगर किया है/  बात अति सुंदर है/ सरकार की ओर न देखकर सामाजिक संस्थाए इस काम को कर सकते है/ किंतु ध्यान ये रखना चाहिए की एक ही अवार्ड को दो संस्थाए न दें/
एक उदहारण है :- उत्तराखंड क्लब ने भी "उत्तराखंड गौरव सम्मान" दिया और गंगोत्री सामाजिक संस्था ने भी यह सम्मान दिया / अब बताये एक ही सम्मान दो संस्थाए कैसे दे सकती है/

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720:

i strongly believe that there should be awards on name of these great legends.

Devbhoomi,Uttarakhand:
पहले तो अरखंड के उन महान गायकों को पुरुष्कार से समानित किया जाना चाहिए जिन्होंने उत्तराखंडी संगीत की नीव रखी है,नहीं श्री नरेन्द्र सिंह नेगी जी और स्वर्गीय गोपाल बाबु गोस्वामी जी को तो उत्तराखंड की सरकार को इन महान संगीत और गायकों को पुरुश्किर्त करना ही चाहिए !

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