Author Topic: Fauji Lalit Mohan- Gajendra Rana- Pritam Bhartwan- उत्तराखंड के नए प्रसिद्ध गायक  (Read 20185 times)

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720

  • Core Team
  • Hero Member
  • *******
  • Posts: 40,912
  • Karma: +76/-0
FAUJI LALIT MOHAN JOSHI - FAMOUS SINGER OF UTTARAKHAND
« Reply #30 on: September 25, 2008, 07:26:28 PM »

This is the exclusive photo of Fauji Lalit Mohan Joshi.


एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720

  • Core Team
  • Hero Member
  • *******
  • Posts: 40,912
  • Karma: +76/-0
FAUJI LALIT MOHAN JOSHI - NEW AGE SINGER OF UK
« Reply #31 on: September 25, 2008, 07:27:38 PM »

FAUJI LALIT MOHAN JOSHI



Mukesh Joshi

  • Moderator
  • Hero Member
  • *****
  • Posts: 789
  • Karma: +18/-1
Pritam Bhartwan becomes one of the best and most popular folk singer in Uttaranchal, today. He belongs to village Silla in Raipur block of Dehradun.Pritam proved his talent at a very young age when he obtained B (high) grade of the AIR in 1988. Belonging to a traditional tribe engaged in folk performances, Prtiam has obtained success despite all odds. Here are some excerpts from an exclusive interview with this talented folk singer of Uttarakhand:

Q: How do you view the positive impact of the recent music VCD boom on the culture of Uttarakhand?
A: The VCD revolution has contributed in popularizing, promoting and publicizing Uttarakhandi language and culture. It has also showcased many of our forgotten practices and customs. Earlier, one has to locate for a shop in a city for getting Garhwali and Kumoani cassettes but now the scenario has changed totally. Now there is a wide choice of regional language VCD and audio in the market.

Q: But is there a dark side to this revolution?
A: Some producers are adopting short cuts to achieve success. To make some quick bucks they are producing substandard VCDs. These products offer vulgar fare and are a threat to our culture.

Q: How long will this short cuts last?
A: Their life is short. And I think with each passing day the VCD industry in Uttarakhand is maturing and very soon these get rich quick type will find themselves out of the music industry.

Q: Why none of the Garhwali film has done well at the box office?
A: The cinema halls are mostly located in cities like Dehradun, Haldwani and Hardwar. Not many theatres exist in small centres. There is need to establish small cinema halls in rural Uttarakhand. Secondly, I feel the hill people are not going to accept the Bollywood type films here.

Q: How do you view the performance of the 'Sanskriti Evam Sahitya Parishad', formed by the Uttarakhand Government?
A: The 'Sanskriti Evam Sahitya Parishad' has so far proved to be a mere showpiece. The Parishad has not done even a single noteworthy task. They should have invited experts of Jaggar, Dhol Sagar, etc and organize shows in different parts of the state. But they have done nothing of the sort.

Q: But don't you think the community too has vital role to play in conserving the local culture and practice?
A: Yes! In past, Ramleelas used to be a common thing in village fairs and other festivals. But now they are facing hard times. The government and community should work together in reviving this and similar traditions in the state.

Q: What do you have to say on the condition of the 'Beda' community engaged in folk music?
A: The Bedas are presently a neglected tribe. These artists are repositories of the folk legends of Uttarakhand and there is need to give them their due respect. It is also the need of the hour to document the cultural wealth they posses in the form of music else we may lose this rich heritage.

Q: You went to Oman last year. What was the experience like?
A: It was great to travel abroad and perform. It is great sign for Uttarakhandi folk that now we are getting invitation from foreign countries. We are likely to perform in UAE in coming weeks. 

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720

  • Core Team
  • Hero Member
  • *******
  • Posts: 40,912
  • Karma: +76/-0


Song of Gajendra Rana on Hima Marchhiywan Album.


जय चक्रबंदनी  जोग माया खप्परभरनी
तू ही चामुंडा शैलपुत्री नंदा इंगला पिंगला दैत्याधाविनी
महानारी चंद्रघंटिका महाकालरात्रि कालीमाता
जब देवतों को अत्यचार हुए तब त्येर माता को जन्म हुए
राज राजेश्वरी गोरजा भवानी चमन्कोट चामुंडा
श्री शक्लेश्वर कार्तिकेय श्री देवी दैन्य संघारे
श्री गणेशाय नमः जाए नमः उद्हारिणी पिंगला महेश्वरी
महेश्वरी दैत्यधाऊ गेमन मिचाऊ तब त्वे देवी कै जाप सुनाऊ       

जय हो नंदा देवी तेरी जय बोला
गढ़ कुमो की माता मेरी जय बोला
जय हो नंदा देवी तेरी जय बोला
गढ़ कुमो की माता मेरी जय बोला
जय बोला तेरी जय बोला
जय बोला तेरी जय बोला
बल गढ़ कुमो की माता मेरी जय बोला
हाँ  गढ़ कुमो की माता मेरी जय बोला


जय हो नंदा देवी तेरी जय बोला
गढ़ कुमो की माता मेरी जय बोला


बेली बधान माता बल तेरा मैती होला
बेली बधान माता बल तेरा मैती होला
मल बधान जालू माँ नंदा जी को डोला
शिव कैलाश जालू माँ नंदा जी का डोला

सिद्धपीठ नौटी से चले राज जात
त्येर मैतार नौटी से चले राज जात
नन्द केसरी में हौला गढ़ कुमो का साथ
नन्द केसरी में हौला गढ़ कुमो का साथ

जय हो नंदा देवी तेरी जय बोला
गढ़ कुमो की माता मेरी जय बोला

११  वर्षा पुजा हूनी  वैदिनी का ताल
११  वर्षा पुजा हूनी  वैदिनी का ताल
देख तेरा हाथून हवे राज्ञसू को काल
देख तेरा हाथून हवे राज्ञसू को काल

बारहू साल में त्येर चौसीघा हवे खांडू
बारहू साल में त्येर चौसीघा हवे खांडू
बान गो माँ भाई त्येरु देवता रे दुलातु
बान गो माँ भाई त्येरु देवता रे दुलातु

जय हो नंदा देवी तेरी जय बोला
गढ़ कुमो की माता मेरी जय बोला

रजा कनकपाल न चंदपुरान बती
रजा कनकपाल न चंदपुरान बती
कन्नोज का राजा छाणी दैज देन भेटी
कन्नोज का राजा छाणी दैज देन भेटी

१ बार ऊ भी बल माला खून ग्येन
१ बार ऊ भी बल माला खून ग्येन
अरे येन भग्यान हवेन नि घर बोडी एइन
अरे येन भग्यान हवेन नि घर बोडी एइन

जय हो नंदा देवी तेरी जय बोला
गढ़ कुमो की माता मेरी जय बोला

अध बाटा मलानी कुपुत्र हून ल्हेगे
अध बाटा मलानी कुपुत्र हून ल्हेगे
नर संहार ह्वेगे माता कुचील हवे गे
नर संहार ह्वेगे माता कुचील हवे गे

तब से नार का कालू  न बनी रूप कुंद
तब से नार का कालू  न बनी रूप कुंद
माँ कु श्राप ल्हेगे बची अस्थि और मुंड
माँ कु श्राप ल्हेगे बची अस्थि और मुंड

 जय हो नंदा देवी तेरी जय बोला
गढ़ कुमो की माता मेरी जय बोला

भद्रेस्वर निस्मा चा कडू रो को धाम
भद्रेस्वर निस्मा चा कडू रो को धाम
६ मेहना बवून ६ दसौली का नाम
६ मेहना बवून ६ दसौली का नाम

पडो हो नंदा कु बल पैलू कुल सारी माँ
पडो हो नंदा कु बल पैलू कुल सारी माँ
जख बिराज मान चा भगवती काली माँ
जख बिराज मान चा भगवती काली माँ

 जय हो नंदा देवी तेरी जय बोला
गढ़ कुमो की माता मेरी जय बोला

रूप कुंद पित्रू तर्पण दिए जांदु
रूप कुंद पित्रू तर्पण दिए जांदु
होम कुंद खाडू चौसिंघ पूजी जांदु
होम कुंद खाडू चौसिंघ पूजी जांदु

माता ९ दुर्गा की पुनि आरती पूजा देना
कैलाश की और चौसिंघ पाठी देना

Mukesh Joshi

  • Moderator
  • Hero Member
  • *****
  • Posts: 789
  • Karma: +18/-1
भरतवाण जी का एक जागर का कुछ अंश समुद्र मंथन पर रचित "राजुली " एल्बम से

हां आ ...ssss आ
देवता भगवान विष्णु जी मा जादन.......न ..ह ..आsssssss ऐ

दया का भण्डा र, अन्तर्यामी नारे ण जी
शेष नाग की सय्या मा बैठी बोल्ण ले गे न
 हे ..दे व् तो जा वा दानवो का दगड मा
करा तुम  समोदर... मन sssथने ss .......आ ...हा ....aa......
देवतों उ दानवो मा कनु मंथन होंदो
कोरस - समोद्र मा समोद्रा मा
मदिरा चल पर्वत सुर - असुरो ल ल्याए
कोरस - समोद्र मा समोद्रा मा
वासुगी नागा की नेतण  बणे याले 
कोरस - समोद्र मा समोद्रा मा
मंदिर चल पर्वत को भार नि थामिदो 
कोरस - समोद्र मा समोद्रा मा
तब दयालु हरी जी लेन्दा कश्चप्पा को रूप
कोरस - समोद्र मा समोद्रा मा
तब कश्च्प्पना पीठी मा थामे पर्वत
कोरस - समोद्र मा समोद्रा मा
हा ssss आ ssss ऐ sssssssssssssss
सहस्त्रो भुजो रची ऐच बटी थामे
कोरस - समोद्र मा समोद्रा मा
होली रत्नों की खाण ऐनी चौदह रतन
कोरस - समोद्र मा समोद्रा मा
 

खीमसिंह रावत

  • Hero Member
  • *****
  • Posts: 801
  • Karma: +11/-0
bahut hi badhiya hai/
dhanyabad joshi ji

Mukesh Joshi

  • Moderator
  • Hero Member
  • *****
  • Posts: 789
  • Karma: +18/-1
ललित मोहन जोशी जी का एक गीत "हर उम्र का पसंदीदा गीत है "
डी. जे . हिट


टक -टक
टक टका टक कमला बटुली लगा ये
परदेशा मुलक मै घर बुलाये ..२

जब आली दगडा परदेश घुमोलो २
माया की डाल मा घर -बार भानोलो -२
टक टका टक कमला बटुली लगा ये
परदेशा मुलक मै घर बुलाये ..२

अकेली ना सोचे दगडो भानोलो २
कमला परदेश मा साथ घुमोलो -२
टक टका टक कमला बटुली लगा ये
परदेशा मुलक मै घर बुलाये ..२

चिठ्ठी दिए जडूड मै आश लै रो लो -२
तेरी फोटो देखी की मै रात कटूलो -२
टक टका टक कमला बटुली लगा ये
परदेशा मुलक मै घर बुलाये ..२

महण दिन हेगे न चिठ्ठी पतरा-२
कैसी माया दी ये मेरी डियूटी  बोडरा -२
टक टका टक कमला बटुली लगा ये
परदेशा मुलक मै घर बुलाये ..२

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720

  • Core Team
  • Hero Member
  • *******
  • Posts: 40,912
  • Karma: +76/-0
ललित मोहन जोशी जी की गीत माला 'मीठी तेरी बोली ' का एक कर्ण प्रिय गीत

ब्रह्मचारी छी मै कमु त्वीले बिगाडी
ब्रह्मचारी छी मै कमु त्वीले बिगाडी
दिन मेहन त्वील मेरी नींद उडाई
दिन मेहन त्वील मेरी नींद उडाई

९ मेहन ड्यूटी मीले कैसी निभायी
३ मेहन छुट्टी मीले कैसी बिताई 
ब्रह्मचारी छी मै कमु त्वीले बिगाडी
ब्रह्मचारी छी मै कमु त्वीले बिगाडी
दिन मेहन त्वील मेरी नींद उडाई
दिन मेहन त्वील मेरी नींद उडाई

डाकिया दाज्यू आई चिट्ठी नि लायी
याद आई जब ले तेरी आंसू बहाई
ब्रह्मचारी छी मै कमु त्वीले बिगाडी
ब्रह्मचारी छी मै कमु त्वीले बिगाडी
दिन मेहन त्वील मेरी नींद उडाई
दिन मेहन त्वील मेरी नींद उडाई

रुद्राक्ष की माला मेरी कि ले छुडाई
बरसो की तपस्या त्वीले पल में मिटाई
ब्रह्मचारी छी मै कमु त्वीले बिगाडी
ब्रह्मचारी छी मै कमु त्वीले बिगाडी
दिन मेहन त्वील मेरी नींद उडाई
दिन मेहन त्वील मेरी नींद उडाई

काम धंध के दिन छुट्टी मी उनो
२ मेहन छुट्टी मीले संग बितून
ब्रह्मचारी छी मै कमु त्वीले बिगाडी
ब्रह्मचारी छी मै कमु त्वीले बिगाडी
दिन मेहन त्वील मेरी नींद उडाई
दिन मेहन त्वील मेरी नींद उडाई

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720

  • Core Team
  • Hero Member
  • *******
  • Posts: 40,912
  • Karma: +76/-0

Lalit Mohan Joshi's Song
==================

दूर बड़ी दूर लेह लद्दाख 
लड़ाई लागी
म्यार दाजो बटी रैया

एक थैली मे पान सुपारी
एक थैली में खीर
दुश्मन लड़न आलो
मारी देया गोली.

दूर बड़ी दूर लेह लद्दाख 
लड़ाई लागी
म्यार दाजो बटी रैया

घुघूती घुर .. घुर..
कोयल की बोली दाजू. ..

दूर बड़ी दूर लेह लद्दाख 
लड़ाई लागी
म्यार दाजो बटी रैया

http://ishare.rediff.com/music/garhwali-others/door-badi-door/10045237

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720

  • Core Team
  • Hero Member
  • *******
  • Posts: 40,912
  • Karma: +76/-0

 

Sitemap 1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22