Author Topic: Jhoda & Songs on Fauji Life-उत्तराखंडी झोडे & लोक गीत फौजी जीवन पर  (Read 16429 times)

हलिया

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झोडा

चोकोटै कि पार्वती त्वीलै धारो बोला बली त्वीलै धारो बोला,
चोकोटै कि पार्वती त्वीलै धारो बोला बली त्वीलै धारो बोला ।
मासी को परताप लौंडा त्वीलै धारो बोला बली त्वीलै धारो बोला,
मासी को परताप लौंडा त्वीलै धारो बोला बली त्वीलै धारो बोला ॥

   ग्युं खाया सासैलै बली ग्युं खाया सासैलै,
   ग्युं खाया सासैलै बली ग्युं खाया सासैलै ।
   चोकोटि में खली तेरी हिटछै उसैलै बली हिटछै उसैलै
   चोकोटै कि पार्वती त्वीलै धारो बोला बली त्वीलै धारो बोला ।
         मासी को परताप लौंडा त्वीलै धारो बोला बली त्वीलै धारो बोला ॥

मांछी को रगत बली मांछी को रगत
मांछी को रगत बली मांछी को रगत
तू मेरी जोग्याण बली मैं तेरो भगत
चोकोटै कि पार्वती त्वीलै धारो बोला बली त्वीलै धारो बोला ।
मासी को परताप लौंडा त्वीलै धारो बोला बली त्वीलै धारो बोला ॥

पाणी को नहर बली पाणी को नहर
पाणी को नहर बली पाणी को नहर
कि तू आ कि मैकै लिजा, कि दिजा जहर   
कि दिजा जहर बली कि दिजा जहर
चोकोटै कि पार्वती त्वीलै धारो बोला बली त्वीलै धारो बोला ।
मासी को परताप लौंडा त्वीलै धारो बोला बली त्वीलै धारो बोला ॥

पिसुवा को गुना बली पिसुवा को गुना
मायादार मैं ले भयूं तू छै अनाधुना
तू छै अनाधुना बली तू छै अनाधुना
चोकोटै कि पार्वती त्वीलै धारो बोला बली त्वीलै धारो बोला ।
मासी को परताप लौंडा त्वीलै धारो बोला बली त्वीलै धारो बोला ॥


हलिया

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झोडा

ओ हो दिवानि लौंडा द्वाराहाटै को
त्वीलै धारो बोला
आहा जैतुलि बौरै रोकी जैंता
त्वीलै धारो बोला


ओ हो  पाणी  को  अरघ जैंता
पाणी  को  अरघा
ओ  हो  ऊनी रैये जानी रये
द्यौ कसि बरखा
आहा जैतुलि बौरै रोकी जैंता
त्वीलै धारो बोला
ओ हो दिवानि लौंडा द्वाराहाटै को
त्वीलै धारो बोला

आहा जांठि को घुगुर जैंता
जांठि को घुगुरा
ओ हो कै हूं कुनू सुख दुखा
को दि छौ  हुंगुरा
आहा जैतुलि बौरै रोकी जैंता
त्वीलै धारो बोला
ओ हो दिवानि लौंडा द्वाराहाटै को
त्वीलै धारो बोला

ओ हो मडुवा को माणो जैंता
मडुवा को माणो
ओ हो हंसी ल्हिये नाचि ल्हिये
द्वि दिन बचणो
आहा जैतुलि बौरै रोकी जैंता
त्वीलै धारो बोला
ओ हो दिवानि लौंडा द्वाराहाटै को
त्वीलै धारो बोला

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एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720

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उत्तराखंड का एक लोकगीत
 
 विश्वयुद्ध में उत्तराखंड बड़ी संख्या में युद्ध लड़ने के लिए फ्रांस और जर्मन गए। कई शहीद हुए। उन सैनिकों की याद में लोकगीत लिखे गए। यह गीत ऐसे प्रसंग का है जब सैनिक को युद्ध में जाने का फरमान आया है। और वह अपनी मां से कह रहा है
 
 सात समौंदर पार च जाणा ब्वै जाज मां जौलु कि ना
 जुकुड़ी उदास मेरी जुकुड़ी उदास , लाम मा जाण ब्वै जर्मन फ्रांस ,
 क्नक्वै कि जाण ब्वै
 जाज मा जौलु कि ना
 
 हंस भरी कि ब्वै औंदी उबाल 2
 घोर मा मेरु दुदाला नौन्याल
 कन्क्वैकी छोड़ालू दुद्लायलू नौनाल्य ब्वै
 जाज मां जौलु कि ना
 सात भैयों की ब्वै सात ब्वारी 2
 गों मां च मेरि ब्वै सजिली तिवारी
 आंख्यो मां तैरली सजिली तिवारी ब्वै
 जाज मां जौलुं कि ना
 
 मां मुझे सात समुद्र पार युद्ध में जाना है, जहाज में जाऊं कि ना जाऊं।
 मेरा दिल भर आता है, मुझे युद्ध करने बहुत दूर जर्मन फ्रांस जाना है। मैं कैसे जाउंगा।
 घर पर मेरा दूध पीने वाला बच्चा है, उसे छोड़कर मैं कैसे जाउंगा।
 पहाड़ों के पार रुई की तरह बर्फ की चादर ओढ़े बर्फीली चोटियां हैं। उनको कैसे देखूंगा।
 मां मेरे सात भाइयों की सात बहुएं हैं, मेरे गांव में सुंदर आंगन है, .ये सब मेरी आंखों के आगे तैरता रहेगा, मुझे घर की याद दिलाएगा। मैं जर्मन फ्रांस में कैसे जा सकूंगा। मां तू बता मुझे जहाज में जाना चाहिए या नहीं -- विश्व युद्ध में बलिदान की अनेक गाथाएं हैं।
 लांस नायक गबर सिंह ने वो शौर्य दिलाया कि युद्ध स्थल पर ही उन्हें विक्टोरिया क्रास दिया गया। वो पहले भारतीय थे जिन्हें यह सम्मान मिला। दरबान सिंह की यशस्वी गाथा भी विश्व युद्ध के पराक्रम की घटनाओं में दर्ज है। भाव विह्वल कर देने वाली एक परिवार के सात भाइयों की भी कहानी है, जो विश्व युद्ध में लड़े थे। लोकगीतकारों ने इन तमाम प्रसंगों पर गीत रचे। आज जरूरत अपनी इस पहचान को कायम रखने की है।UPDATE BY-VED UNIYAL
 In a large number of Uttarakhand Uttarakhand in world folklore to fight French and German soldiers, many of them were martyred in folklore memory written. it is the context of the song, such as when soldiers go to war and his mother of come is saying seven samaundar jaulu bvai f jana Jazz mother across the right
 Jukudi Blues bvai blues, my jukudi Lam, bvai France, jan jan knakvai that the German Jazz Ma jaulu na aundi full boil that goose that bvai 2
 Chodalu dudlaylu naunalya naunyal gross Ma bvai Jazz quakecon Meru dudala mother jaulu that bvai of seven brave seven bhaiyon No 2
 Meri bvai ankhyo mother s mother f TI TI bvai Jazz tairli sajili sajili mother jaulun that no mother I have to go across the sea to ship war seven in jaun jaun in that right,.
 My heart, I have to go to war too far German France. How do I jaunga.
 At home I drink milk except the child, how do I cross the mountains like cotton jaunga. ice sheet dekhunga-chotiyan. how them odhe. mothers are my seven brothers, seven bahuen, my village is the beautiful courtyard, in front of my eyes will all these floats, let me remind the House of how sakunga in German I France. mother tell me whether thou be in the ship-of-sacrifice in world war gathaen .
 Lance Naik Singh that those Shaurya gabar war on them were the first Indian Victoria Cross. He that this respect. doorman Singh celebrity saga also in mighty World War events that make a family feeling feverish. seven brothers also fought in World War I story, which were created on these songs all contexts lokgitkaron.. need to maintain my identity today. (Translated by Bing)

 

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