ना उकाळ ना उंदार सिदू सैणू धार-धार गौं कू बाटू
मेरा गौं कू बाटू, ऐ जाणू कबि मठुमठु-मठुमठु -२
ना उकाळ ना उंदार सिदू सैणू धार-धार गौं कू बाटू
भला लोग भलु समाज, पौ पिठाईं कू रिवाज
खोळी खोळ्यों मा गणेश,
मोरी नारेण बिराज मेरा गौं मा-२
देवी द्यब्तौं का थान, धरम करम पुन्न दान
छ्वटू बड़ू सबू मान,
पौंणू द्यब्ता समान मेरा गौं मा-२
ना उकाळ ना उंदार सिदू सैणू धार-धार गौं कू बाटू
अगला- ता त टा ट टू तु से