Author Topic: Songs On Personalities/Movements - विभिन्न आन्दोलनों/व्यक्ति विशेष पर लिखे गीत  (Read 24045 times)

हेम पन्त

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वाह गिर्दा वाह! एक ही कविता में सभी बातें कह दीं... इस ताजा-तरीन कविता से हमें रूबरू कराने के लिये पंकज दा का धन्यवाद

राज्य बनने की आठवीं वर्षगांठ पर जनकवि गिरीश तिवारी "गिर्दा" की एक कविता

तुम पूछ रहे हो आठ साल, उत्तराखण्ड के हाल-चाल?



पर बेशर्मों से कहना क्या?
लेकिन "चुप्पी" भी ठीक नहीं,
कोई तो तोड़ेगा यह ’चुप्पी’
इसलिये तुम्हारे माध्यम से,
धर दिये सामने सही हाल,
उत्तराखण्ड के आठ साल.....!


खीमसिंह रावत

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pankaj ji ab aap hi tod sakate ho es chupi ko /
dhanyabad kavita se rubaru karane ke liye /


राज्य बनने की आठवीं वर्षगांठ पर जनकवि गिरीश तिवारी "गिर्दा" की एक कविता

तुम पूछ रहे हो आठ साल, उत्तराखण्ड के हाल-चाल?


पर बेशर्मों से कहना क्या?
लेकिन "चुप्पी" भी ठी नहीं,
कोई तो तोड़ेगा यह ’चुप्पी’
इसलिये तुम्हारे माध्यम से,
धर दिये सामने सही हाल,
उत्तराखण्ड के आठ साल.....!


पंकज सिंह महर

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स्वाधीनता आन्दोलन के दौरान स्व० गौरी दत्त पांडे "गौर्दा" ने अपनी कविताओं के माध्यम से उत्तराखण्ड में जनजागरण किया था, प्रस्तुत है इसी कड़ी में उनकी एक कविता-

छीनि नी सकनी कभै सरकार वन्दे मातरम
हम गरीबन को छ यो गलहार वन्दे मातरम......
मौत का मुख में खड़ा कूणा लागा हत्यार छै
ठोकि दे ढोढयाड़ में तलवार वन्दे मातरम..........
होलि, दीवालि, ईद है ले लाड़लो छ सौ गुनो,
मानणो छ एक ही यो त्यार वन्दे मातरम......
अमन को दमन यो कपूर जस उड़ ही जालो
फैसला होलो सरे दरबार वन्दे मातरम.....!

हिन्दी भावार्थ-

छीन नहीं सकती कभी सरकार वन्दे मातरम,
हम गरीबों के गले का हार वन्दे मातरम,
मौत के मुंह में खड़े कहने लगे हथियार से,
तू ठोंक दे पसलियों में तलवार वन्दे मातरम,
होली-दीवाली-ईद से भी सौगुना है लाड़ला,
मानना बस एक ही त्यौहार वन्दे मातरम,
अमन का दमन ये कपूर जैसा उड़ जायेगा,
होकर रहेगा फैसला सरे-दरबार वन्दे मातरम।

Mukesh Joshi

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बहुत दर्द भरा गीत है ये ( सुमा नाम की १७ वर्ष लड़की  को आदम खोर बाघ अपना शिकार बनाया )
ऐसे ही काई और भी किस्से है, इन्ही पर आधारित दर्द उकेरता नेगी जी का ये गीत
राम रतन कला और भावना भाकुनी बहुत सुंदर अभिनय
रोंगटे खड़े कर देने वाला ठेरा दाजू इसका वीडियो


सुमा हे निहोणया  सुमा
डांडा नजा (CH.)
नजा हें खडोणया  सुमा
डांडा नजा (CH..)
सुमा हे निहोणया सुमा….. (CH.)
नजा हे खडोणया सुमा….(CH..)
ळाडा  की बेटुली  सुमा डांडा नजा, यखूली-  यखुली सुमा.

डांडा नजा यखुली यखुली सुमा. (CH…)
डांडा नजा. नजा हे खडोणया सुमा….. (CH..)

मुच्यालू  जग्यु  चा  सुमा  मुच्छ्यालू जग्यु चा
मुच्यालू जग्यु चा सुमा मुच्छ्यालू  जग्यु चा (CH..)
 मुच्यालू  जग्यु  चा  सुमा  मुच्छ्यालू जग्यु चा
मुच्यालू  जग्यु  चा  सुमा  मुच्छ्यालू जग्यु चा (CH..)

तै  बैरी  का वण   सूमा, डांडा नजाSSSSSSSSSSS , मनस्वाग   लग्यु  चा सुमा,
डांडा नजाSSSSSSSS(CH..)

मनस्वाग लग्यु चा सुमा डांडा नजा (CH..)
सुमा हे निहोणया सुमा….. (CH.)
नजा हे खडोणया सुमा….(CH..)


धुंवे  की धुवड़ी   सुमा धुंवे  की धुवड़ी 
धुंवे  की धुवड़ी   सुमा धुंवे  की धुवड़ी  (CH..)
धुंवे  की धुवड़ी   सुमा धुंवे  की धुवड़ी
धुंवे  की धुवड़ी   सुमा धुंवे  की धुवड़ी (CH..)
उनी  लग्यु चौमास  सुमा, डांडा नजा, उनि घोणी  कुयेडी  सुमा.
डांडा नजाSSSSS ,(CH..)..)

उनि घोणी  कुयेडी  सुमा डांडा नजा,
 सुमा हे निहोणया सुमा….. (CH.)
नजा हे खडोणया सुमा….(CH..)

खैणी  त  जिल्की  सुमा खैणी  त  जिल्की
खैणी  त  जिल्की  सुमा खैणी  त  जिल्की(CH…)
खैणी  त  जिल्की  सुमा खैणी  त  जिल्की
खैणी  त  जिल्की  सुमा खैणी  त  जिल्की (CH…)
दोब्दु   दोब्दु बाघ   डांडा नजा, चरघिटी  बिल्कि  सुमा
डांडा नजा (CH..)

चरघिटी  बिल्कि  सुमा  सुमा डांडा नजा (CH…)
सुमा हे निहोणया सुमा….. (CH.)
नजा हे खडोणया सुमा….(CH..)..)


बांजा  की अछेणी  सुमा बांजा की अछ्याणी
बांजा  की अछेणी  सुमा बांजा की अछ्याणी (CH..)
बांजा  की अछेणी  सुमा बांजा की अछ्याणी
बांजा  की अछेणी  सुमा बांजा की अछ्याणी (CH..)
तेरी चीरिन  लती  कापडी  डांडा नजाSSSSSSSSSSS ,
घसेरियून   पछ्याणी   सुमा
डांडा नजाSSSSSSSSSSSSS  (CH..)

घसेरियून   पछ्याणी   सुमा सुमा  डांडा नजा, (CH..
सुमा हे निहोणया सुमा….. (CH.)
नजा हे खडोणया सुमा….(CH..)

गोरु  मा  कि ग्वेनी  सुमा गोरु मा की ग्वेनि
गोरु  मा  कि ग्वेनी  सुमा गोरु मा की ग्वेनि (CH..)
गोरु  मा  कि ग्वेनी  सुमा गोरु मा की ग्वेनि
गोरु  मा  कि ग्वेनी  सुमा गोरु मा की ग्वेनि (CH..)
अधखायी   तेरी लांश देखि  , डांडा नजा , सैर्या गों  का रूवेनी  सुमा
डांडा नजा

सैरा  गों का रवेनी सुमा डांडा नजा (CH..)
सुमा हे निहोणया सुमा….. (CH.)
नजा हे खडोणया सुमा….(CH..)..)

झंगोरू  पसाई , सुमा झंगोरू  पसाई
झंगोरू  पसाई , सुमा झंगोरू  पसाई (CH..)
झंगोरू  पसाई , सुमा झंगोरू  पसाई
झंगोरू  पसाई , सुमा झंगोरू  पसाई (CH..)
सत्रों  बरस तेरु  डांडा नजा अस्गुनी  राइ  सुमा
डांडा नजा,

अस्गुनी  राइ  सुमा डांडा नजा (CH..)
सुमा हे निहोणया सुमा….. (CH.)
नजा हे खडोणया सुमा….(CH..)

माछी  मारी  छाला  सुमा माछी  मारी  छाला
माछी  मारी  छाला  सुमा माछी  मारी  छाला  (CH…)
माछी  मारी  छाला  सुमा माछी  मारी  छाला
माछी  मारी  छाला  सुमा माछी  मारी  छाला (CH…)

दस  गती  असाड़  तेरा डांडा नजाSSSSSSSSSS  मंग्दारा  आला सुमा

डांडा नजा मंग्दारा  आला सुमा(CH..)
सुमा हे निहोणया सुमा….. (CH.)
नजा हे खडोणया सुमा….(CH..)

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720

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टेहरी डाम का दर्द : नरेन्द्र सिह नेगी जी के इस गाने मे वया

टिहरी डाम पर नरेन्द्र सिह नेगी जी यह गाना :-

अबारी  दान  तू  लम्बी  छुट्टी   लेकी  आएयी ?
अबारी  दान  तू  लम्बी  छुट्टी   लेकी  आएयी ?
ऐगे  बगत  अखीर
टिहरी  डूबन  लग्यु  छ  बेटा
टिहरी  डूबन  लग्यु  छ  बेटा
डाम का  खातिर
अबारी  दान  तू  लम्बी  छुट्टी   लेकी  आएयी ?


भेंटी  जा , यूँ  गौला  ग्विन्दो  ज्यूँ  माँ , खेल  की  सयानु  हवे  तू  -2
गवाया  लगेनी , जेन  दंदेली , जे  चौक , जो  बातों  आनु  जानू  रे  तू
जो  बातों  आनु  जानू  रे  तू
कखन   द्येखन  लठयाला  तवे
कखन   द्येखन  लठयाला  तवे , जलाम्भूमि  अफीर
टेहरी डूबन लग्यु छ  बेटा , डाम  का  खातिर
टेहरी डूबन

लहसन  प्याजी  की  बादी  सगोदी , सेर  डोखरी  पुन्गुदी  -2
डूबी  जाली  पानी  माँ  भोल , बाब  डादों  की कूड़ी
बाब दादों की कुडी
अन्खुन्याँ  माँ  रिंगनि  राली  सदानि
अन्खुन्याँ  माँ  रिंगनि  राली  सदानिi, हमारी  टी  बारी  सतीर
टेहरी डूबन लग्यु छ  बेटा , डाम  का  खातिर
टेहरी डूबन

पितृ  कु  बसयुं  गौं , सैन्त्युं  पाल्युन  बान  -2
डरा  मंगरा , ग्वाथ्यार  चौक , कण  क्वे  की  चुदन्न
कन क्वे  ki chudan
कंठ  भोरिक  आन्दु  उमाल
कंठ भोरिक  आन्दु  उमाल , औ  बंधे  जा  धीर
टेहरी डूबन लग्यु छ  बेटा , डाम  का  खातिर
टेहरी डूबन

हे नागराजा , हे  भैरों  तुम्हरू , हमुन  क्या  जी  खवाई  -2
हे बोलान्दा , बद्री  त्वेना , कख  मूक  लुकाई
कख मूक लुकाई
हे विधाता  कण रूठी  नि हमकू 
हे विधाता कण रूठी नि हमकू, द्येब्तून  का  मन्दिर
टेहरी डूबन लग्यु छ  बेटा , डाम  का  खातिर
टेहरी डूबन

राज्जा को  दरबार , घंटाघर , आमो  का  बागवान  -2
कण दुबालो  यो  टेहरी  बाजार, सिंघोरियुं  की दूकान
सिंघोरियुं  की दूकान
सिंघोरियुं  की दूकान
सम्लोंया  रह  जाली  भोला , साथियों  पुराणी  जागीर
टेहरी डूबन लग्यु छ  बेटा , डाम  का  खातिर

अबारी  दान  तू  लम्बी  छुट्टी   लेकी  आएयी ?
अबारी  दान  तू  लम्बी  छुट्टी   लेकी  आएयी ?

डाम का खातिर
डाम का खातिर
डाम का खातिर

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720

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एक जीवंत शहर मनुष्य की बढती जरूरतों की भेंट चढ गया. यह टिहरी का त्याग ही तो है…. लोगों के घर को रोशन करने के लिए बिजली बननी थी... उसके लिए टिहरी शहर और कई गांवों में रहने वाले हजारों परिवारों को विस्थापन की मार झेलनी पडी.

हज्ञारों-लाखों लोगों का दर्द क्या आसानी से व्यक्त किया जा सकता है? इस विषय पर कई लेख, कविताएं और गाने बने.... नेगी जी का "अबरि दा तु लम्बी छुट्टी ले के एई" तो इतिहास में दर्ज हो गया. रोहित चौहान का गाया हुआ यह गाना भी उसी पीडा को व्यक्त करता है.... और इतिहास में इसे जगह दिलायी है वसुन्धरा रतूडी ने.... वसु ने "जी.टी.वी. के सा रे गा मा" में गाकर इसको किसी टी.वी. टैलेन्ट हंट के मंच पर गाया जाने वाला पहला उत्तराखण्डी गाना बना दिया....

आख्यूं में रिटणि, पानी में रिंगणि-2

हे विधाता- हे विधाता हमुल तेरो क्या जै क्वे,
मेरि पितरो की बसायी टिहरी पाणि जुग्ता ह्वै,
कैकि लागी ह्वली नजर मेरि प्यारि टिहरी त्वै

राजा कू रज्वार डूबि, रानि कू रोतैलू मैल,
कन भलो बजार डूबि टिहरी की व चैल-पैल-2
हे विधाता- हे विधाता हमुन तेरो क्या जै क्वे,
मेरि पितरो की बसायी टिहरी पाणि जुग्ता ह्वै,
कैकि लागी ह्वली नजर मेरि प्यारि टिहरी त्वै

जौ बाटो ग्वाया लगैन, सी बि अब पाणि मैं गैनि,
गौ घर छजा तिबरी, अब त समलौंण्या ह्वेनि-2
हे विधाता- हे विधाता हमुन तेरो क्या जै क्वे,
मेरि पितरो की बसायी टिहरी पाणि जुग्ता ह्वै,
कैकि लागी ह्वली नजर मेरि प्यारि टिहरी त्वै

भै-भयू से गेनि दूर स्वीणा ह्वेनि चूर-चूर.
हे बैरी विधाता बोल हमरू क्या रईं कसूर-2
हे विधाता- हे विधाता हमुन तेरो क्या जै क्वे,
मेरि पितरो की बसायी टिहरी पाणि जुग्ता ह्वै,
कैकि लागी ह्वली नजर मेरि प्यारि टिहरी त्वै

श्रीदेव सुमन की टिहरी, गंगा भागिरथी कु मैत,
कन बनि डाम कि जेल, द्वि बेनि ह्वे गेनि कैद-2
हे विधाता- हे विधाता हमुन तेरो क्या जै क्वे,
मेरि पितरो की बसायी टिहरी पाणि जुग्ता ह्वै,,
कैकि लागी ह्वली नजर मेरि प्यारि टिहरी त्वै
मेरि पितरो की बसायी टिहरी………………
 
Hem Pant

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720

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एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720

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NEW UTTARAKHANDI ALBUM ON M S DHONI - DHONI TERO HAI DHAMAL
« Reply #28 on: December 18, 2008, 07:29:19 PM »

NEW UTTARAKHANDI ALBUM ON M S DHONI - DHONI TERO HAI DHAMAL




हेम पन्त

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'चिपको' आन्दोलन पर शैलानी जी द्वारा रचित लोकगीत :

खडा उठा मैं बन्धु सब कठा होला,
सरकारी नीति से जंगलु बचौला।
ठेकेदारी प्रथा से जंगल कटीगे
बुरा ऐसी समा काल वर्षा हटीगे
चिपको पेङों पर अब न कटेण द्या
जंगलों की सम्पत्ति अब न लुटेण द्या।

 

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