जाति- पाति भेद भाव ख़त्म करने के लिए गोस्वामी जी यह गाना :
के छो हरिजन, के छो यो ठाकुर
के छो यो जन जाति
यो जाति पाति करी हैया
मेरी भारत वर्बादी
अपुन स्वार्थ लीजी मैस यो जाति बनाई
ईश्वर घर बे कोई जाति बनी नी आयी
के छो हरिजन, के छो यो ठाकुर
के छो यो जन जाति
यो जाति पाति करी हैया
मेरी भारत वर्बादी