अंग्रेजी शासन काल में दो बार मिलिट्री क्रास (आज का महावीर चक्र) जीतने वाले मेजर उत्तम सिंह क्षत्रिय (सामन्त) थे, जो आसाम राइफल्स में तैनात थे। उनकी वीरता से महारानी विक्टोरिया इतनी प्रभावित हुई कि उन्होंने उन्हें इंग्लैण्ड बुलाया और दरबार में उन्हें सम्मानित किया।
साथ ही वह भारत के राष्ट्रपति डा० सर्वपल्ली राधाकृष्णन के परिसहाय (A.D.C.) भी रहे। मेरे ख्याले से वे उत्तराखण्ड के पहले व्यक्ति भी होंगे, जो राष्ट्रपति के परिसहाय रहे।
वे पिथौरागढ़ जिले के देवलथल के उड़ई ग्राम के निवासी थे, दो-तीन वर्ष पहले उनकी मृत्यु हो गई। अपने जिन्दा रहते वे हर साल आसाम राइफल्स की भर्ती करवाते थे, जिसमें हमारे क्षेत्र के सैकड़ो बेरोजगार भर्ती हुये। आज भी उनके सम्मान में आसाम राइफल्स हर साल देवलथल में भर्ती आयोजित कराता है।