स्वतंत्रता आंदोलन के पुरोधा दान सिंह नेगी
आजादी के सिपाही नेगी नहीं रहेजागरण संवाददाता,हल्द्वानी स्वतंत्रता आंदोलन के पुरोधा दान सिंह नेगी का रविवार को निधन हो गया। वह 89 वर्ष के थे। श्री नेगी लंबे अरसे से बीमार चल रहे थे। बीते दिनों गुर्दे खराब होने के कारण श्री नेगी को डा. सुशीला तिवारी स्मारक वन चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। यहां चिकित्सकों ने हालत अधिक खराब होने पर जबाव दे दिया। लिहाजा परिजन उन्हें अस्पताल से घर ले गये। रविवार सुबह उन्हें शहर की पंचशील कालोनी स्थित अपने बेटे राजेन्द्र सिंह नेगी के आवास पर अंतिम सांस ली। उनका चित्रशिला घाट पर राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। शासन के प्रतिनिधि के रूप में उपजिलाधिकारी प्रताप साह ने उनके शव पर पुष्पचक्र भेंट किया। उनकी अंतिम यात्रा में तहसीलदार प्रत्यूष सिंह, पुलिस क्षेत्राधिकारी प्रमेन्द्र डोबाल, सहकारी बैंक के पूर्व चेयरमेन राजेन्द्र सिंह नेगी, पूर्व ब्लाक प्रमुख गोपाल सिंह नेगी,धनराज सिंह नपच्याल, उमेद सिंह नेगी, हरीश सिंह भंडारी सहित भारी संख्या में शहर व आसपास के गणमान्य लोगों ने भाग लिया। मुखाग्नि उनके तीनों बेटों व नाती चेतन नेगी ने दी। श्री नेगी मूल रूप से जिले के कोटाबाग ब्लाक के आवंलाकोट गांव के रहने वाले थे। उनके तीन बेटों में राजेन्द्र सिंह नेगी व चन्द्रमोहन यहां रहते हैं,जबकि नरेन्द्र सिंह कोटाबाग में ही रहते हैं। आजादी के सिपाही श्री नेगी यहीं बेटे के पास रहते थे। :::आजादी के लड़ाई के अगुवा रहे नेगी::: हल्द्वानी: स्वतंत्रता संग्राम सेनानी दान सिंह नेगी ने आजादी की लड़ाई में बढ़चढ़कर सहभागिता निभाई। इसमें उन्हें कई बार जेल भी जाना पड़ा। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी श्री नेगी छह मार्च 1941 को पहली बार लखनऊ जेल में गये। यहां उन्हें आठ माह रहना पड़ा। इसी साल वह दो माह हल्द्वानी व तीन दिसंबर 1942 को छह माह काशीपुर और चार अगस्त 1943 को गिरफ्तार होकर एक साल नैनीताल जेल में रहे। उन्होंने क्षेत्र में आजादी के संघर्ष में लोगों में देशभक्ति की भावना का संचार किया। नेगी के निधन से ठठोला आहत हल्द्वानी : स्वतंत्रता संग्राम सेनानी दान सिंह नेगी के निधन से उनके साथी व कोटाबाग निवासी आजादी के सिपाही तेज सिंह ठठोला आहत हैं। उन्होंने फोन पर बताया कि श्री नेगी ने अपनी जान की परवाह न करते हुए देश को आजाद कराने में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वाहन किया। उनके निधन से जिले को ही नहीं देश को अपूर्णनीय क्षति हुई है।