कथाकार नौटियाल को इफको साहित्य सम्मान
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इस वर्ष का 'श्रीलाल शुक्ल स्मृति इफको साहित्य सम्मान' हिंदी के विशिष्ट कथाकार विद्यासागर नौटियाल को प्रदान किया जाएगा। दिल्ली के एनडीएमसी कन्वेंशन सेंटर में 24 नवंबर को कृषि मंत्री शरद पवार उन्हें यह प्रतिष्ठित सम्मान प्रदान करेंगे।
अपने कार्यव्यवहार और कार्य प्रकृति के अनुरूप गांव, किसान व कृषि जीवन से संबंधित यथार्थवादी एवं उत्कृष्ट कलात्मक साहित्य को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से इंडियन फारमर्स फर्टिलाइजर को-ऑपरेटिव लिमिटेड (इफको) ने 'श्रीलाल शुक्ल स्मृति इफको साहित्य सम्मान' की शुरुआत की। यह सम्मान प्रतिवर्ष उस साहित्यकार को प्रदान किया जाता है, जिसका हिंदी भाषा एवं साहित्य के संवर्द्धन में महत्वपूर्ण अवदान रहा हो। साथ ही उसने भारतीय कृषि एवं किसान और ग्रामीण जीवन से जुड़ी समस्याओं, आकांक्षाओं व संघर्षो को अपने साहित्य के माध्यम से मुखरित किया हो।
इफको के प्रबंधक जनसंपर्क हषेंद्र वर्धन के अनुसार इन सभी मानकों पर हिंदी के प्रतिष्ठित साहित्यकार विद्यासागर नौटियाल खरा उतरते हैं। लिहाजा, प्रसिद्ध आलोचक प्रो.नामवर सिंह की अध्यक्षता वाले निर्णायक मंडल ने इस बार पुरस्कार के लिए नौटियाल का चयन किया। पुरस्कार स्वरूप प्रशस्ति पत्र, शील्ड एवं 551000 की राशि नकद प्रदान की जाएगी।
नौटियाल की साहित्यिक यात्रा
साहित्यकार विद्यासागर नौटियाल की महत्वपूर्ण कृतियों में उनकी लंबी कहानी 'भैंस का कट्या' का विशेष स्थान है। पूर्व में सोवियत संघ प्राच्य विद्या संस्थान के डॉ.वी.चेर्निशोव ने इस कहानी का रूसी अनुवाद कर अपनी लंबी टिप्पणी के साथ एक कहानी संकलन में सम्मिलित किया था। इसके अलावा 'उत्तर बायां है', 'झुंड से बिछड़ा', 'भीम अकेला', 'यमुना के बागी बेटे', '10 प्रतिनिधि कहानियां', 'देशभक्तों की कैद में', 'फट जा पंचधार', 'मेरी कथा यात्रा', 'फुलियारी' आदि नौटियाल की प्रमुख कृतियां हैं।
समारोह में खास
समारोह में देश के सात प्रख्यात कवियों शमशेर बहादुर सिंह, फैज अहमद फैज, सच्चिदानंद हीरानंद वात्सायन अज्ञेय, केदारनाथ अग्रवाल, नागार्जुन, गोपाल सिंह नेपाली व असरारुल हक मजाज की जन्मशती के अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी होगा।
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