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Articles By Esteemed Guests of Uttarakhand - विशेष आमंत्रित अतिथियों के लेख / Re: Articles By Shri D.N. Barola - श्री डी एन बड़ोला जी के लेख
« Last post by D.N.Barola / डी एन बड़ोला on September 11, 2023, 06:39:36 AM »मैडम सीमा बर्गली,
प्रधानाचार्य
गोबिंद बल्लभ इन्टर कॉलेज, भवाली
मैडम,
कहते हैं उम्र बढ़ने के साथ व्यक्ति अपनी जड़ों की खोज करने लगता है ! आज उम्र के 84वे साल में ऐसा ही कुछ मैं भी करने जा रहा हूँ ! मैं आपके इस स्कूल का विद्यार्थी रह चुका हूँ ! बात सन 1952 की है ! जब मैंने जूनियर हाई स्कूल. भवाली से कक्षा 8 उत्तीर्ण की थी ! भवाली नगर के गणमान्य नागरिकों एवं समाज सेवियों ने लिया विचार विमर्श किया और इस विद्यालय को हाई स्कूल की मान्यता दिलाने का संकल्प लिया ! इस हेतु स्कूल की बाईं ओर स्थित प्राचीन बंगले में हाई स्कूल कक्षाएं संचालित की जाने लगी ! दो साल हमने इस विद्यालय में 9 व 10 कक्षा की पढ़ाई की ! परन्तु मान्यता न मिलने के कारण मैनेजमेंट कमिटी ने निर्णय लिया कि यहाँ के विद्यार्थी हाई स्कूल परीक्षा मैं प्राइवेट कैंडिडेट के रूप में भाग लेंगे ! नैनीताल CRST इन्टर कॉलेज में हमारा परीक्षा केंद्र था ! हमारा रहने का इंतजाम फ्लैट में स्थित मंदिर धर्मशाला में किया गया था ! धर्मशाला चारों ओर शीशों से आच्छादित थी ! भवाली में बिजली नहीं थी ! नैनीताल में बिजली की जगमग से हम सब लोग प्रसन्न थे ! इस कारण हम बहुत देर तक जागते रहे l
हाई स्कूल परीक्षा में कुल 4 छात्र उत्तीर्ण हुए ! उस समय के परिवेश में यह बहुत बड़ी उपलब्धि थी ! इसमें जो 4 छात्र उत्तीर्ण हुए उनके नाम मुझे आज भी याद हैं - रघुबर दत्त (निंगलाट), भुवन चन्द्र दुर्गापाल (श्यामखेत), दौलत सिंह और मैं देवकी नन्दन (भवाली)
हम भवाली मुख्य मंदिर के ठीक सामने शिप्रा नदी (गधेरे) के पार रहते थे ! वहाँ अब नया भवन बन चुका है ! आगे की शिक्षा के लिए मैं हल्द्वानी से लखनऊ चला गया था ! बाद में हम हल्द्वानी के बाद नैनीताल सेटल हो गए थे ! 1971 में मेरा ट्रान्सफर रानीखेत को हो गया तबसे रानीखेत ही मेरा घर है !
इस बीच मैंने पाया कि आज भी बहुत से विद्यार्थी विभिन्न कारणों से शिक्षा बीच में ही छोड़ देते हैं ! सरकार के आंकड़ो के अनुसार उत्तराखंड में सेकेंडरी लेवल में स्टूडेंटस का ड्राप आउट रेट 13.25 परसेंट हैं ! हो सकता है आपके व अध्यापकों के सहयोग के फलस्वरूप यह कम हो या नगण्य हो ! ड्राप आउट करने वाले छात्र पढ़ना न छोड़ें इस हेतु कॉलेज क्या प्रयास करता है l मोटे तौर पर कितने छात्र प्रति वर्ष पढ़ाई छोड़ देते हैं ? इसकी जानकारी यदि मुझे दे सकें तो आभार मानूंगा ! क्या आप मुझे कॉलेज का मोबाइल नंबर दे सकती हैं ? वर्तमान में पूर्णतया रिटायर्ड व्यक्ति हूँ और सामाजिक कार्यकर्ता हूँ तथा इन्टरनेट में ब्लॉग आदि लिख कर अपना समय व्यतीत करता हूँ ! अपने इस स्कूल, जो अब कॉलेज बन चुका हैं की प्रगति से अति प्रसन्न हूँ ! हालांकि इसे अब तक डिग्री कॉलेज का स्टेटस मिल जाना चाहिए था !
हल्द्वानी जाते समय मैंने कई बार अपने इस स्कूल/कॉलेज का फोटो लेने का प्रयास किया ! पर पेड़ों के झुरमुट के कारण सम्भव न हो सका ! सुझाव है यदि कॉलेज का विहंगम द्रश्य लिया जा सके तो यह कॉलेज के पूर्व छात्रों के आकर्षण का केंद्र बन सकेगा ! अब तो ड्रोन के जरिये भी यह कार्य किया जा सकता है ! एक भवन कॉलेज की वेब साईट में है पर वह अपूर्ण सा लगा !
मैंने कॉलेज वेबसाईट में देखा कि कॉलेज के रास्ते के प्रारंभ में कुछ सीडियां दिखाई दे रही हैं ! कई साल पहले में कॉलेज का दीदार करने हेतु अपने एक साथी के साथ मोटर साइकिल से आया था ! तब हम कॉलेज भवन तक पहुँच पाए थे, अब स्थिति क्या है ? क्या कार कॉलेज तक जाती है ?
मैंने ढेर सारे प्रश्न आपके समक्ष रख दिए हैं ! आशा है अनुग्रहित करने की कृपा करेंगी ! इस पत्र को ब्लॉग के रूप मैंने इन्टरनेट में पोस्ट कर दिया है ! Link है - भवदीय
आपके कॉलेज का पूर्व छात्र
डीएन बड़ोला, ( देवकी नन्दन बड़ोला )
अध्यक्ष, प्रेस क्लब, बड़ोला कॉटेज, रानीखेत
मोबाइल : 9412909980 दिनांक 11 सितम्बर, 2023
प्रधानाचार्य
गोबिंद बल्लभ इन्टर कॉलेज, भवाली
मैडम,
कहते हैं उम्र बढ़ने के साथ व्यक्ति अपनी जड़ों की खोज करने लगता है ! आज उम्र के 84वे साल में ऐसा ही कुछ मैं भी करने जा रहा हूँ ! मैं आपके इस स्कूल का विद्यार्थी रह चुका हूँ ! बात सन 1952 की है ! जब मैंने जूनियर हाई स्कूल. भवाली से कक्षा 8 उत्तीर्ण की थी ! भवाली नगर के गणमान्य नागरिकों एवं समाज सेवियों ने लिया विचार विमर्श किया और इस विद्यालय को हाई स्कूल की मान्यता दिलाने का संकल्प लिया ! इस हेतु स्कूल की बाईं ओर स्थित प्राचीन बंगले में हाई स्कूल कक्षाएं संचालित की जाने लगी ! दो साल हमने इस विद्यालय में 9 व 10 कक्षा की पढ़ाई की ! परन्तु मान्यता न मिलने के कारण मैनेजमेंट कमिटी ने निर्णय लिया कि यहाँ के विद्यार्थी हाई स्कूल परीक्षा मैं प्राइवेट कैंडिडेट के रूप में भाग लेंगे ! नैनीताल CRST इन्टर कॉलेज में हमारा परीक्षा केंद्र था ! हमारा रहने का इंतजाम फ्लैट में स्थित मंदिर धर्मशाला में किया गया था ! धर्मशाला चारों ओर शीशों से आच्छादित थी ! भवाली में बिजली नहीं थी ! नैनीताल में बिजली की जगमग से हम सब लोग प्रसन्न थे ! इस कारण हम बहुत देर तक जागते रहे l
हाई स्कूल परीक्षा में कुल 4 छात्र उत्तीर्ण हुए ! उस समय के परिवेश में यह बहुत बड़ी उपलब्धि थी ! इसमें जो 4 छात्र उत्तीर्ण हुए उनके नाम मुझे आज भी याद हैं - रघुबर दत्त (निंगलाट), भुवन चन्द्र दुर्गापाल (श्यामखेत), दौलत सिंह और मैं देवकी नन्दन (भवाली)
हम भवाली मुख्य मंदिर के ठीक सामने शिप्रा नदी (गधेरे) के पार रहते थे ! वहाँ अब नया भवन बन चुका है ! आगे की शिक्षा के लिए मैं हल्द्वानी से लखनऊ चला गया था ! बाद में हम हल्द्वानी के बाद नैनीताल सेटल हो गए थे ! 1971 में मेरा ट्रान्सफर रानीखेत को हो गया तबसे रानीखेत ही मेरा घर है !
इस बीच मैंने पाया कि आज भी बहुत से विद्यार्थी विभिन्न कारणों से शिक्षा बीच में ही छोड़ देते हैं ! सरकार के आंकड़ो के अनुसार उत्तराखंड में सेकेंडरी लेवल में स्टूडेंटस का ड्राप आउट रेट 13.25 परसेंट हैं ! हो सकता है आपके व अध्यापकों के सहयोग के फलस्वरूप यह कम हो या नगण्य हो ! ड्राप आउट करने वाले छात्र पढ़ना न छोड़ें इस हेतु कॉलेज क्या प्रयास करता है l मोटे तौर पर कितने छात्र प्रति वर्ष पढ़ाई छोड़ देते हैं ? इसकी जानकारी यदि मुझे दे सकें तो आभार मानूंगा ! क्या आप मुझे कॉलेज का मोबाइल नंबर दे सकती हैं ? वर्तमान में पूर्णतया रिटायर्ड व्यक्ति हूँ और सामाजिक कार्यकर्ता हूँ तथा इन्टरनेट में ब्लॉग आदि लिख कर अपना समय व्यतीत करता हूँ ! अपने इस स्कूल, जो अब कॉलेज बन चुका हैं की प्रगति से अति प्रसन्न हूँ ! हालांकि इसे अब तक डिग्री कॉलेज का स्टेटस मिल जाना चाहिए था !
हल्द्वानी जाते समय मैंने कई बार अपने इस स्कूल/कॉलेज का फोटो लेने का प्रयास किया ! पर पेड़ों के झुरमुट के कारण सम्भव न हो सका ! सुझाव है यदि कॉलेज का विहंगम द्रश्य लिया जा सके तो यह कॉलेज के पूर्व छात्रों के आकर्षण का केंद्र बन सकेगा ! अब तो ड्रोन के जरिये भी यह कार्य किया जा सकता है ! एक भवन कॉलेज की वेब साईट में है पर वह अपूर्ण सा लगा !
मैंने कॉलेज वेबसाईट में देखा कि कॉलेज के रास्ते के प्रारंभ में कुछ सीडियां दिखाई दे रही हैं ! कई साल पहले में कॉलेज का दीदार करने हेतु अपने एक साथी के साथ मोटर साइकिल से आया था ! तब हम कॉलेज भवन तक पहुँच पाए थे, अब स्थिति क्या है ? क्या कार कॉलेज तक जाती है ?
मैंने ढेर सारे प्रश्न आपके समक्ष रख दिए हैं ! आशा है अनुग्रहित करने की कृपा करेंगी ! इस पत्र को ब्लॉग के रूप मैंने इन्टरनेट में पोस्ट कर दिया है ! Link है - भवदीय
आपके कॉलेज का पूर्व छात्र
डीएन बड़ोला, ( देवकी नन्दन बड़ोला )
अध्यक्ष, प्रेस क्लब, बड़ोला कॉटेज, रानीखेत
मोबाइल : 9412909980 दिनांक 11 सितम्बर, 2023