Tourism in Uttarakhand > Religious Places Of Uttarakhand - देव भूमि उत्तराखण्ड के प्रसिद्ध देव मन्दिर एवं धार्मिक कहानियां

Gangnath: God Of Justice - न्याय का देवता "गंग नाथ"

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Rajen:
न्याय का देवता "गंग नाथ"
उत्तराखंड की सुरम्य उपत्यकाओं में तैतीश करोड़ देवी देवताओं का वास है.  इसका प्रमाण यहाँ पर पाये जाने वाले मन्दिर/गुफाएं एवं स्थापत्य कला के अनेक नमूने हैं जो आज भी मूर्त रूप में बिद्यमान हैं. यहाँ पर स्थान स्थान पर अनेक देवी देवताओं का समय-समय पर अवतरण हुआ है और उनकी पूजा की अनेक बिधियाँ भी बिद्यमान हैं.  यहाँ की पवित्र माटी में अनेक सिद्ध महात्माओं ने वर्षों तक साधना की और भावी पीढी को जीवन का ज्ञान दे गए.  ऐसी ही एक पौराणिक कथा के बारे में, जिसके नायक हैं "गंग नाथ", के बारे में कुछ पत्र-पत्रिकाओं से और कुछ जनश्रुतियौं पर आधारित अर्जित अपने ज्ञान को मैं यहाँ पर प्रस्तुत कर रहा हूँ.  पहाड़ में जहाँ मेरा घर है, वहा गंग नाथ जागरी बचपन में बहुत देखी है.  अब वो स्मृतियाँ कुछ धूमिल सी हो गयी लगती हैं सो मैंने अपने गांव के कुछ बुजुर्गों से इस के बारे में चर्चा की.  कथा कुछ लम्बी है अतः यह धारावाहिक रूप में चलेगी और समय मिलाने पर ही मैं आगे बढ़ पाऊंगा.  इस कथा के बारे में कुछ सदस्यों को यहाँ वर्णित कथा से अधिक ज्ञान हो सकता है अतः सुधार की गुन्जाईस सदैव बनी रहेगी और किसी भी सुधार का स्वागत किया जाएगा.

शेष भाग आगे....

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720:


Gangnaath Bhagwaan ka bahut bada jagran bhi kai bhago inke bhkt karte hai ! Golu devta ki tarah ye devta bhi turunt nyay ke liye jaane jaate hai !

हेम पन्त:
गंगनाथ देवता मेरे मामा लोगों के भी कुलदेवता हैं,गंगनाथ देवता से संबन्धित कुछ अनुभव मैं भी समय मिलने पर आप लोगों के साथ बांटुंगा. यह टापिक शुरु करने के लिये राजेन जी का धन्यवाद..

Rajen:
दिल्ली के तख्त पर औरंगजेब की सल्तनत थी जो कि एक कट्टर मुसलमान था.  उसने अनेक हिन्दुओं को जबरन मुसलमान बनने पर बिवस किया.  अनेक कुलीन ब्राह्मण, जो कि अत्यन्त संवेदनशील थे, इस डर से कि उन्हें मुसलमान बनने के लिए बिवस किया जा सकता है, अपना घर छोड़ कर अपने परिजनों को साथ लेकर ऐसे स्थानों पर जा बसे जहाँ छोटी-२ राज्य सीमायें थी और उन पर अनेक राजाओं का शाशन था.  तब अल्मोडा में चंद राजाओं का राज था.  चंद लोग काली माता और भगवन शिव के अनन्य भक्त थे.  वहाँ प्रत्येक छोटे-बड़े कार्य धार्मिक अनुष्ठानों से ही शुरू होते थे इसी कारण अनेक कुलीन ब्राह्मण इस राज्य में आकर बस गए.  यहाँ के राजा और प्रजा ने उन ब्राहमणों का, उनकी बिद्वता को देख कर, खूब सत्कार किया और वे यहीं के हो कर रह गए. ज्योतिष के ज्ञाता और संस्कृत के बिद्वान इन ब्राहमणों को राजाओं ने बड़े-२ ओहदे, जमीन और पशुधन प्रदान किए.

Risky Pathak:
Rajen Daa.. Very Good Topic..

Gagnath ki to jaagri hi bhot badi hoti hai.

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