नौलिंग देवता को इस बार भी नहीं दी जाएगी पशुबलि
धरमघर। नौलिंग मंदिर में मंदिर कमेटी और क्षेत्रवासियों की बैठक में इस बार भी नवरात्र पर बकरों की बलि नहीं देने का फैसला किया गया। क्षेत्रवासियाें ने कहा कि पिछले साल इस व्यवस्था में सुधार हुआ है। इसे आगे भी जारी रखा जाएगा। बैठक में दो दिवसीय मेले की तैयारियों पर चर्चा हुई।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए एसडीएम रेखा वक्ताआें ने कहा कि नौलिंग देवता के मंदिर में पशु बलि देने की परंपरा काफी पुरानी है। दो साल पहले तक यहां देवता को तकरीबन डेढ सौ बकरों की बलि दी जाती थी। बाद में उच्च न्यायालय ने मंदिरों में पशुबलि पर सख्ती के साथ रोक लगाने के निर्देश दिए। इस पर पिछले साल से अमल हो रहा है। इस बार भी पशुबलि नहीं होगी। बैठक में तय हुआ सात्विक तरीके से भगवान नौलिंग देवता की पूजा होगी। मेले को और अधिक आकर्षक बनाने के प्रयास किए जाएंगे। बैठक में मंदिर समिति के अध्यक्ष राजेंद्र महर, दरबान सिंह, प्रताप सिंह, गोपाल सिंह, चंद्र सिंह, मथुरादत्त पंत, लालमणि पंत, किशोर पंत, केवलानंद पंत, प्रयाग दत्त पंत आदि उपस्थित थे।
http://www.amarujala.com/new