Tourism in Uttarakhand > Religious Places Of Uttarakhand - देव भूमि उत्तराखण्ड के प्रसिद्ध देव मन्दिर एवं धार्मिक कहानियां

Piran Kaliyar - एकता का प्रतीक: पिरान कलियर

<< < (2/4) > >>

पंकज सिंह महर:
झंडा लेकर पिरान कलियर पहुंचा बरेली का जत्था    

कलियर (हरिद्वार)। पाक दरगाह पर चढ़ाया जाने वाला झंडा शनिवार को बरेली से कलियर पहुंचा। झंडा कुसाई की रस्म दरगाह के बुलंद दरवाजे पर होगी। झंडे को लाने वाले जत्थे का कई जगहों पर स्वागत हुआ।

उर्स शुरू होने से पहले झंडा कुसाई की रस्म अदा होती है। बरेली से आने वाला झंडा कलियर दरगाह के बुलंद दरवाजे पर चढ़ाया जाता है। पिछले 20 सालों से बरेली के सूफी रईस मियां इस झंडे को लाते रहे, लेकिन उनकी मृत्यु होने पर अब झंडा वसीम साबरी, कमाल साबरी के नेतृत्व में कलियर पहुंचा है। जत्थे में इस बार 105 व्यक्ति आए हैं। झंडा लेकर यह जत्था बरेली से एक सप्ताह पहले पैदल चल देता है। जत्था फतेहगंज, मिलक, शंकरपुर, रामपुर, दलपतपुर, मुरादाबाद, नहटौर, चिड़ियापुर होते हुए हरिद्वार पहुंचता है। जत्थे के यहां पहुंचते ही उर्स की तैयारियां शुरु हो गई हैं। अब रविवार को मेहंदी डोरी की रस्म अदा की जाएगी। पाक झंडे वाला जत्था बाबा जिलानी की पुर्स मिजाजी में है

पंकज सिंह महर:
पिरान कलियर उर्स, रूडकी 
 
मेले का आयोजन रूडकी के समीप ऊपरी गंग नहर के किनारे जिला मुख्यालय से 25 किलोमीटर की दूरी पर स्थित पिरान कलियर गांव में होता है। इस स्थान पर हजरत मखदूम अलाउदीन अहमद ‘‘साबरी‘‘ की दरगाह है। यह स्थान हिन्दुओं और मुसलमानों के बीच एकता का सूत्र है। यहां पर हिन्दु व मुसलमान मन्नते मांगते है व चादरे चढाते है। मेले स्थल पर दरगाह कमेटी द्वारा देश/विदेश से आने वाले जायरिनों/श्रद्वालुओं के लिये आवास की उचित व्यवस्था है।दरगाह के बाहर खाने पीने की अच्छी व्यवस्था उपलब्ध है।
गढवाल मण्डल विकास निगम द्वारा संचालित पर्यटन आवासगृह उपलब्ध है जिसके आवास एवं खान-पान की व्यवस्था उपलब्ध है। डाकखाना ,पुलिस चौकी, दूरसंचार विभाग के पी0सी0ओ0 कार्यरत है पीने का पानी की व्यवस्था दरगाह कमेटी द्वारा की जाती है मेले के समय हैण्ड पम्पों की व्यवस्था एवं शौचालय आदि का सुविधा उपलब्ध है स्थानीय स्तर पर मेटाडोर द्वारा यातायात की सुविधा उपलब्ध है। रवीउल अब्बल, चाँद के अनुसार मेले के आयोजन की तिथि तय की जाती है एवं मेला एक माह तक चलता है ।

यहां पर प्रत्येक वर्ष उर्स का आयोजन होता है। उर्स की परम्परा सात सौ वर्षो से भी अधिक पुरानी है। इस अवसर पर यहां लाखों की संख्या में जायरीन (श्रद्धालु) देश व विदेश से आते है। पारम्पारिक सूफीयाना कलाम व कव्वालियां उर्स के समय यहां पर विशेष आकर्षण होता है । उत्तराखण्ड पर्यटन द्वारा वार्षिक उर्स मेले के आयोजन हेतु विगत वर्ष रू0 3.25 लाख की अनुदान धनराशि भी उपलब्ध कराई गई थी।
 
 
 
कैसे पहुँचा जाये 
 
 
पिरान कलियर जिला मुख्यालय हरिद्वार से 25 किमी की दूरी पर स्थित है तथा बस, टैक्सी तथा अन्य स्थानीय यातायात की सुविधायें उपलब्ध है । 
निकटतम रेलवे स्टेशन
 हरिद्वार 25 किमी0, रूडकी 8 किमी0
निकटतम हवाई अड्डा
 जौलीग्रांट 66 किमी0

हेम पन्त:
पिरान कलियर के बारे में सुन्दर जानकारी दी है... मुझे इस स्थान के बारे में पता नहीं था.

Anubhav / अनुभव उपाध्याय:
पाक जायरीनों का गर्मजोशी से स्वागत
Mar 19, 02:37 am

रुड़की (हरिद्वार)। पिरान कलियर जियारत करने आए पाकिस्तान के जत्थे का रुड़की रेलवे स्टेशन व पिरान कलियर में गर्मजोशी से स्वागत किया गया। इस दौरान दोनों ही जगहों पर सुरक्षा के कडे़ इंतजाम रहे।

पाकिस्तान के जायरीनों के जत्थे के रुड़की रेलवे स्टेशन पहुंचने पर मेलाधिकारी हरीश चंद कांडपाल, एसपी देहात अजय जोशी, प्रभारी मेलाधिकारी भगत सिंह फोनिया, तहसीलदार शाहिद हुसैन के अलावा एलआईयू के इंसपेक्टर संजय कुमार ने स्वागत किया। यहां से जायरीनों को बस से पिरान कलियर ले जाया गया। पिरान कलियर पहुंचने पर पाक जायरीनों का दरगाह प्रबंधन और दुकानदारों ने स्वागत किया। दरगाह के प्रबंधक फुरकान अली ने बताया है कि पहले सूचना दो सौ जायरीनों के आने की थी। मात्र 99 जायरीन ही पाकिस्तान से पहुंचे हैं। इन सभी को दरगाह के नए गेस्ट हाऊस में ठहराया गया है। पाकिस्तान के जायरीनों ने दरगाह की मस्जिद में जौहर की नमाज अदा कर विश्व की शांति के लिए दुआ मांगी। पाकिस्तानी जत्थे के लीडर मोहम्मद सलीम मलिक से जिलाधिकारी आंनद ब‌र्द्धन व अन्य अधिकारियों ने वार्ता की।

Anubhav / अनुभव उपाध्याय:
Piran Kaliyar humare Uttarakhand ke Dhaarmik sauhard ka prateek hai. Agli baar jab main us taraf jaaunga to wahan jaroor jaane ki koshish karunga.

Navigation

[0] Message Index

[#] Next page

[*] Previous page

Sitemap 1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 
Go to full version