मित्रो, मै आपको नंदप्रयाग घाट के मंदिरों के बारे में कुछ जानकारी दे रहा हूँ :
१ शिव मंदिर बैरासकुंड: ये एक सिद्ध पीठ है, यहाँ पर रावण ने एक पैर पे खड़े होकर भगवन शिव की तपस्या करके वरदान पाया था | इस कारण इस पट्टी को दसौली या दस मौली भी कहा जाता है |
२ शिव मंदिर समूह मन्खी: ये मंदिर समूह आठवी सदी ई० के उत्तार्द में निर्मित हैं | कहा जाता है की पांडवो ने इन्का निर्माण किया था, भ्रात हत्या के पाप से मुक्ति पाने क लिए, पर ये उन्हें एक रात में ही करना था, जो वे नहीं कर पाए और इसलिए आज भी मंदिर के आस पास खुले में कई शिव लिंग है और खुदाई मै और भी निकल रहे हैं | (डॉ. शिवानन्द नौटियाल - गढ़वाल की झलकियाँ)
फोटो देखने के लिए:
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