भारतीय धारचूला में काली नदी पर बने पुल को गांधी चौक से पांच मिनट के रास्ते पार करने पर आप एक दूसरे देश में पहुंच जाते हैं। पुल की निगरानी भारतीय सीमा में सीमा पुलिस के कर्मचारियों द्वारा की जाती है तथा नेपाली सीमा में वहां के समकक्षों द्वारा। गर्मी में पुल 6 बजे सुबह से 6.45 शाम तक खुला रहता है। समय की निर्भरता सूर्योदय एवं सूर्यास्त पर होती है और इसीलिए जाड़े में यह समय बदल जाता है। यह पुल पार करने के लिए किसी प्रपत्र की आवश्यकता नहीं होती हैं।
सांस्कृतिक रूप से दोनों देश भिन्न नहीं है तथा इतिहास एवं परंपरा से एक साथ बंधे हैं। जो अलग है, वह है– नेपाल का छोटा पर उत्तेजक बाजार। छोटी दुकानें यहां मुख्यतया चीन से आयातित सामान एवं स्मारिकाएं बेचती हैं।
नव-निर्मित पर सस्ते कान की बालियां, चांदी के चेन, उपहार आदि के साथ-साथ नेपाली संगीत एवं सिनेमा के डीवीडी तथा सीडी ध्यान आकर्षित करते हैं। यहां इलेक्ट्रानिक सामान खरीदने का विचार अच्छा नहीं होता क्योंकि इन्हें आप सीमापार नहीं ले जा सकते।
कुछ छोटे-छोटे खाने पीने की दुकानें एवं बड़ी संख्या में शराब की दुकानें बाजार को पूर्ण करते हैं।घड़ी में जैसे ही 6.30 का समय होता है, संतरी पुल पर सीटी बजाता है और आपको भारत की ओर मुड़ना होता है।