पाताल भुवनेश्वर-
इस मंदिर का आकार संकरा है और उसमें कई छोटी गुफाएं हैं। यहां एक संकरी गुफा में प्रवेश कर 84 सीढ़ियां नीचे उतरकर विशाल सुरंग व गुफाओं के बीच पहुंचा जा सकता है। पाताल भुवनेश्वर यहां से 147 किमी. दूर है। चौकोड़ी से एक मार्ग बेरीनाग (10 किमी.) होकर गंगोली हाट के लिए जाते हैं। 20 किमी. लंबे इस मार्ग पर 17 किमी दूरी पर एक गुपतड़ी, 8 किमी. दूर पाताल भुवनेश्वर है। चंडाक- प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर चंडाक 7 किलोमीटर दूर है। करीब 6 हजार फुट ऊंचाई पर होने के कारण यहां से पूरी पिथौरागढ़ घाटी साफ नजर आती है। चंडाक मैग्नासाइट उद्योग का केंद्र है। अगस्त माह में मोस्ममनु मंदिर के पास मेला लगता है।