चार धाम यात्रा मार्ग में फंसे यात्री
उत्तराखण्ड में भारी बारिश के कारण अधिकांश सड़कों के क्षतिग्रस्त हो जाने से चार धाम यात्रा मार्ग में यात्री फंसे हुए हैं। गढ़वाल और कुमाऊं मंडलों में रुक-रुक कर हो रही बारिश से लोगों का हाल बेहाल है।
राज्य मौसम केंद्र का कहना है कि अगले चौबीस घंटे के दौरान राज्य के कुछ हिस्सों में मध्यम वर्षा हो सकती है और गरज के साथ छीटें पड़ सकते हैं।
सड़क कटने व सड़क पर मलबा आने से चार धाम यात्रा स्थगित है। प्रशासन ने इस आशय की सूचना अन्य जिलों को दे दी है। राज्य के आपदा केंद्र के अनुसार यात्रा स्थगित होने के चलते फंसे यात्रियों के रहने और भोजन की समुचित व्यवस्था की गई है और स्वास्थ्य शिविर को भी चालू करने का प्रयास किया जा रहा है।
राज्य में बारिश से मची तबाही में इस वर्ष अब तक 167 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं। पिछले चार दिनों में बारिश और उससे जुड़ी घटनाओं में मरने वालों की संख्या बढ़कर 78 हो गई है। राज्य के आपदा न्यूनीकरण एवं प्रबंधन केंद्र के अनुसार राहत और बचाव कार्य में स्थानीय पुलिस प्रशासन के अलावा सेना, आईटीबीपी और सीमा सड़क संगठन के लोग तत्परता से जुटे हुए हैं।
कुमाऊं क्षेत्र के आयुक्त कुणाल शर्मा ने बताया कि केंद्र द्वारा मुहैया कराए गए दो हेलीकाप्टरों को रसद आपूर्ति एवं बचाव कार्य में लगाया गया है।
टिहरी की जिलाधिकारी राधिका झा के अनुसार टिहरी बांध से होने वाले खतरों के मद्देनजर पूरे इलाके में कड़ी निगरानी रखी जा रही है। उन्होंने इस मामले पर बांध की परियोजना से जुड़े अधिकारियों के साथ बैठक भी की है।
गौरतलब है कि राज्य में मानसून ने 44 वर्षो का रिकार्ड तोड़ा है और बारिश का कहर अब भी जारी है। राज्य के मुख्यमंत्री ने आपदा से 17 सौ हजार करोड़ रुपये की क्षति होने का अनुमान लगाया है।
दूसरी ओर, सरकार के आपदा प्रबंधन की कलई खुद राज्य के विधायकों ने उस समय खोल दी, जब केंद्र सरकार द्वारा आपदा राहत के लिए भेजे गए चार हेलीकाप्टरों में से दो पर विधायक सवार होकर देहरादून पहुंचे।
जानकारी के अनुसार विधानसभा की कार्यवाही में शिरकत करने के लिए राज्य विधानसभा के सदस्य यशपाल आर्य, तिलक राज बेहड़, शैलेंद्र मोहन सिंघल और हरभजन सिंह चीमा को लेकर एक हेलीकाप्टर देहरादून पहुंचा तो दूसरे हेलीकाप्टर में गोविंद सिंह कुंजवाल, अजय टमटा, करण मेहरा और गगन सिंह रेजवार देहरादून पहुंचे।
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