गोपेश्वर (चमोली)। साहसिक खेलों के जरिये सीमांत जनपद चमोली के पर्यटन क्षेत्रों को विकसित करने की कवायद गति पकड़ रही है। गौचर, जोशीमठ, औली, चोपता सहित अन्य पर्यटक स्थलों में साहसिक गतिविधियां बढ़ने से पर्यटकों की तादात भी कम नहीं दिख रही है। पर्यटन विभाग के अधीन संचालित इस महत्वाकांक्षी योजना को मूर्त स्वरूप देने की कोशिशें भी तेज हो गई हैं।
चमोली जिला वैसे भी साहसिक पर्यटन के लिए विख्यात है। यहां के पर्यटक स्थलों में साहसिक गतिविधियां पूर्व से ही संचालित की जाती रही हैं। लेकिन कई अनछुए क्षेत्र आज भी ऐसे हैं जो अपनी नैसर्गिक सुंदरता के रूप में तो पहचाने जाते हैं, लेकिन पर्यटकों का दीदार तक वह नहीं कर पाए हैं। ऐसे क्षेत्रों को चिहि़्नत कर पर्यटन विभाग साहसिक गतिविधियां संचालित कर रहा है, जिससे पर्यटक अधिक संख्या में यहां पहुंचे और स्थानीय लोगों की आर्थिकी मजबूत हो सके। जिले के पर्यटक स्थलों में विभाग द्वारा राक क्लाइंबिंग, स्कीइंग, एडवेंज फाउंडेशन कोर्स, रिवर राफ्टिंग, क्यार्किंग व केनोइंग आदि का प्रशिक्षण दिया जा चुका है। जबकि इस वर्ष भी पर्यटक स्थलों पर इस प्रकार के प्रशिक्षण संचालित किए जाएंगे।