मिलाम हिमनद एवं जोहर घाटी क्षेत्र
अन्तिम बस स्टेशन जिला पिथौरागढ में स्थित मुन्सयारी नामक स्थल है जो काठगोदाम से 310 किमी, पिथौरागढ से 129 किमी, बागेश्वर से 147 किमी एवं अल्मोडा से 220 किमी की दूरी पर स्थित है।
मुन्सयारी-लाल जडों एवं चांदी के समान बालों जैसी एक जडी यहाँ की चट्टानी सतह पर उत्पन्न होती है। मैक्रोटोमिया नामक यह जडी एक मूल्यवान वनस्पति है। जिसे स्थानीय क्षेत्र में रतनजोत कहा जाता है। इसी प्रकार की एक अन्य वनस्पति मेगा कारपेइआ पोलिअन्ड्रा है जिसे स्थानीय क्षेत्र में रुकी के नाम से जाना जाता है। मरटोली से मिलाम का मार्ग एलपाइन जडी बूटियों जैसे पोलिगोनाटम, थालिक्ट्रम, बुप्लेयुरेम, पिंग्युइकुला, प्राइमुला एल्लिप्टिका एवं गुइलेडेनस्टेडपिया हिमालइका से अत्याधिक समृद्ध है। अन्य जडी बूटियों में कुसिनिया थोमसोनी, वूल्ली तथा पीले, गुलाबी एवं नारंगी रंग के फूलों की गुच्छेदार एवं कांटेदार एसट्रागुलस प्रजातियाँ प्रमुख हैं।
मिलाम से ऊपर के क्षेत्रों में पीले पुष्पों से आच्छादित Berberis sp. श्वेत पुष्पों से आच्छादित Rosa रिवज ग्रोसुलेरिया, गुनिपेरस, लोनिकेरा एवं एफेडेरा गेराडिआना प्रजातियों को प्रदर्शित करने वाली Sub-alpine वनस्पति पाई जाती है। इन क्षेत्रों में एन्ड्रोसेक, अरेनारिया, स्टेलारिया, सेडियम, अस्ट्रागालुस एवं लीमुस की कांटेदार छोटी कांटेदार झाडियां इन वनस्पतियो से आन्तरिक रुप से मिश्रित रहती है। पोटेनटिला, रेनुकुलस, अनेमोन एवं पोलिगोनम की प्रजातियों वाली जडी बूटियाँ महत्वपूर्ण कार्पेट निर्मित करती हैं।