Vishwanath ghati Akhodi
आप सभी उत्तराखंडी भाई-बहिनों का स्व. श्री इंदरमणि बदोनी जी की जन्म भूमि अखोडी में आपका स्वागत है. अखोडी के बारे में वेसे तो आप लोगो को पता होगा .. फिर भी में आप लोगो को बता देता हूँ .. अखोडी टेहरी जिले के घनसाली बिलोक में पड़ता है
घनसाली से ३० की. मी. की दुरी पर है ,अभी २४ दिसम्बर श्री बडोनी जी की मूर्ति का अनावरण करने उत्तराखंड के मुखियामंत्री श्री खंडूरी जी गए थे. मुझे सबसे अच्छी बात उनकी ये लगी, की उन्होने जब अखोडी में भाषण दिए थे .
तो गढ़वाली में ही दिए अखोडी.की जनता को खंडूरी जी के भाषण बहुत पसंद आये है..
बाकि अखोडी आज भी टेहरी गढ़वाल में सबसे बड़ा गांव यहाँ पर करीब ४०० परिवार है.. और करीब १२-१३ जातिया है. अखोडी की पूर्ब में भगवान बिश्वानाथ का मंदिर है , जो बडोनी जी का सपना था की बिश्वानाथ उत्तराखंड का ५वां तीर्थस्थल हो
. आज भी बिश्वानाथ मंदिर के दर्शन करने लोग दूर -२ से जाते है.
यहाँ पर जून में गंगा दशेरा के नाम से मेला लगता है. और अखोडी के उत्तर में एंच्वा की आछरी का मंदिर है .आज भी यहाँ पर बासमती के चवाल की बुशी मिलती है ..
यहाँ पर भी लोग दूर -२ से जाते है.. और अखोडी के पास में ही महादेव जी का मंदिर है .
इस मदिर में आज भी पुरानी प्रथा है . यहाँ पर ११ गांव वाले मिलकर २ देवदार के पेड़ लाते है और मंदिर के सामने उनका झुला बनादिया जाता है.. यहाँ पर जो भी शिव भगत जाता है उसकी मनो कामना पूरी होती है.. आप सभ लोगो का अखोडी आवागमन में स्वागत है