विकलांग शिविर में तीन सौ मरीजों का परीक्षणलैंसडौन(पौड़ी गढ़वाल)। सामाजिक सरोकारों से जुड़ी स्वयं सेवी संस्था लीडर्स एवं राष्ट्रीय दृष्टिबाधितार्थ संस्थान 'एनआईवीएच' के तत्वावधान में जयहरीखाल ब्लाक में आयोजित विकलांग शिविर में 292 लोगों का स्वास्थ परीक्षण किया गया। इस मौके पर सात लोगों को विकलांग प्रमाण पत्र जारी किए गए।
शुक्रवार को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जयहरीखाल में आयोजित विकलांग शिविर में लैंसडौन, जयहरीखाल, सकमुंडा, जैहरी, पौखाल, गुमखाल, द्वारीखाल, चैलूसैण, द्वारीखाल, सैलगांव, ग्रामों के करीब तीस सौ ग्रामीणों ने स्वास्थ परीक्षण करवाया। इस मौके पर 'एनआईवीएस' के पुर्नवास अधिकारी जगदीश लखेड़ा ने कहा कि विकलांगों को विकास की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए भारत सरकार तीन प्रतिशत आरक्षण देती है। सूबे में अब तक सात सौ से अधिक लोग विभिन्न क्षेत्रों में नौकरियां कर रहे हैं। श्री लखेड़ा ने कहा कि राष्ट्रीय दृष्टिवाधितार्थ संस्थान विकलांग लोगों को व्यवसायिक प्रशिक्षण के अलावा ब्रेल लिपि का कार्य सिखाती है। वर्तमान में संस्थान स्टोनोग्राफर, फिजियोथेरोपी, कम्प्यूटर, का प्रशिक्षण भी विकलांगों को दे रहा है। लीडर्स के अध्यक्ष पकंज बलूजा ने कहा कि शिविर में जुड़ी भीड़ ने ये साबित कर दिया है कि वर्तमान परिपेक्ष्य में क्षेत्र में स्वास्थ सेवाओं का बेहद अभाव है। लीडर्स की कोषाध्यक्ष ज्योति रौतेला ने बताया कि शुक्रवार को सुबह आठ बजे से शाम पांच बजे तक चले शिविर में 117 मरीजों को चश्में, 79 को श्रवण मशीन, 10 को व्हील चियर, 24 को बैसाखी व 47 को निशुल्क छड़ी वितरित की गई। ज्योति ने बताया कि शिविर में 27 लोगों ने विकलांग प्रमाण पत्रों के लिए आवेदन किया था। जांच के दौरान सात लोगों को इसके पात्र पाया गया जिन्हें मौके पर ही विकलांगता प्रमाण पत्र जारी कर दिए गए। विकलांग शिविर में एनआईवीएच के डा. प्रशांत जुगरान, डा. एसएन मिश्र के अलावा कोटद्वार के हड्डी रोग विशेषज्ञ डा. शैलेंद्र बिष्ट, डा. बागेश्वर काला, नेत्र रोग विशेषज्ञ डा. मधुबन जैन ने रोगियों का परीक्षण किया। शिविर में प्राथमिक स्वास्थ केंद्र जयहरीखाल के डा. अनिता रावत, डा. रश्मि रावत, के अलावा सुनिल परमार, राजेंद्र, अनिता जैकब, दिनेश रविकांत, आदि का सहयोग रहा।
http://in.jagran.yahoo.com/news/local/uttranchal/4_5_5975912.html