अस्कोट में मिली सोना धातु मिश्रित पट्टीगोविन्द भंडारी,अस्कोट (पिथौरागढ़) : अस्कोट की धरती के नीचे शुरुआती चरण में धातु मिश्रण की करीब 600 मीटर लम्बी व औसतन पांच मीटर चौड़ी लड़ी का पता चला है, जिसमें बहुमूल्य धातु सोना भी मौजूद है। यहां कार्य कर रही आदि गोल्ड कम्पनी शासन से माइनिंग लीज मिलने पर शीघ्र ही खनन कार्य शुरूकर देगी। खनन शुरू होने पर इसी तरह की कई अन्य धातु लडि़यों का भी पता लगने की संभावना है। कम्पनी ने खनन कार्य शुरू होने पर करीब तीन सौ लोगों को स्थायी और पांच सौ से अधिक लोगों को अस्थायी रोजगार मिलने की बात कही है। पिथौरागढ़ जिले के अस्कोट क्षेत्र की जमीन के नीचे अनेक बहुमूल्य धातुओं का विपुल भंडार है। इस बात की पुष्टि विगत तीन दशकों के दौरान यहां सर्वे कर चुकीं तमाम खनिकर्म संस्थाएं करती रही हैं। इसी के मद्देनजर वर्ष 2003 में सब्सी डेयरी आफ पेबल ग्रीक रिसोर्सेज नाम की बहुराष्ट्रीय कम्पनी ने भारत सरकार की अनुमति मिलने के बाद यहां धातु सर्वेक्षण का कार्य प्रारम्भ किया। भारत में आदि गोल्ड माइनिंग प्राइवेट लिमिटेड नाम से जानी जाने वाली इस कम्पनी को शुरुआती चरण में उत्साहजनक परिणाम मिले हैं। कम्पनी के क्षेत्रीय प्रोजेक्ट मैनेजर वरुण कुमार ने बताया कि यहां जमीन के अंदर एक क्षेत्र में सोना, तांबा, जिंक व लैड आदि धातुओं के मिश्रण की एक लड़ी का पता लगा है, जिसकी लंबाई करीब 600 मीटर और चौड़ाई दो से लेकर 8 मीटर तक है। उन्होंने इस लड़ी में बहुमूल्य सोने की मात्रा 0.05 ग्राम प्रतिटन होने की बात कही है। श्री कुमार के अनुसार माइनिंग लीज मिलने के बाद खनन कार्य शुरू होने पर इसी तरह की अन्य लडि़यों का भी पता लगने की उम्मीद है। उनके अनुसार कम्पनी को माइनिंग लीज मिलने की कार्यवाही अंतिम चरण में है। कम्पनी को इंडियन ब्यूरो आफ माइनिंग से अनुमोदन और वन एवं पर्यावरण मंत्रालय से पर्यावरणीय संस्तुति मिल चुकी है, लेकिन वन विभाग से फॉरेस्ट क्लीयरेंस का मामला चार माह से वन नोडल अधिकारी देहरादून के कार्यालय में रुका पड़ा है। उन्होंने उम्मीद जतायी कि फॉरेस्ट क्लीयरेंस मिलने के बाद माइनिंग लीज की शेष औपचारिकताएं शीघ्र ही शुरू हो जायेंगी और कम्पनी खनन कार्य प्रारम्भ कर देगी। उनके अनुसार खनन कार्य शुरू होने पर यहां करीब 250 से 300 लोगों को स्थायी और लगभग सात सौ लोगों को asthayi roop se job milegi.