क्या आप इस तथ्य से परिचित हैं कि उत्तराखण्ड राज्य के निर्माण की मांग में प्रसिद्ध शिकारी जिम कार्बेट की भी भूमिका रही थी?
जी हां, त्रिलोक चन्द्र भट्ट द्वारा लिखित "उत्तराखण्ड आन्दोलन का इतिहास" नामक पुस्तक में निम्न लाइनें लिखी हुई हैं।
1923- 27 नवम्बर, धार्मिक, सांस्कृतिक, ऎतिहासिक और राजनैतिक आधार पर उत्तराखण्ड को संयुक्त प्रांत से अलग करवाने की मंशा से राजा आनन्द सिंह, जिम कार्बेट, भैरव द्त्त, जंगबहादुर विष्ट, लच्छी राम शाह, ऎनी बिल्कनसन, हाजी नियाज अहमद, गंगाधर पांडे, आदि लोगों ने संयुक्त प्रांत के गवर्नर को एक ग्यापन भेजा गया, जिसमें मांग की गयी कि "सरकार को चाहिये कि कुमाऊं को शेष भारत से पृथक करने के लिये जल्द कदम उठाये।" {कुमाऊं से अभिप्राय टिहरी रियासत को छोड़कर सम्पूर्ण उत्तराखण्ड से था, जो तत्कालीन कुमाऊं कमिश्नरी थी}