कब क्या हुआ ?
1932 - नेहरू जी व गोविन्दबल्लभ पन्त देहरादून जेल भेजे गए।
1932 - सविनय अवज्ञा आन्दोलन के दौरान संयुक्त प्रान्त के लाट मैलकम हेली को 7 सितम्बर को पौड़ी की अमन सभा द्वारा सम्मानित करने को बुलाया गया, जिसमें इनमें सरकारपरस्त रायबहादुर, रायसाहबान, वकील, ठेकेदार, थोकदार व सेवानिवृत्त कर्मचारी थे। सम्मान पत्र पढ़ने के बाद अचानक जयानन्द भारती द्वारा इसमें तिरंगा फहराते हुए हैली गो बैक के नारे लगाए। उनको तुरन्त गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। इसके लिए उनको 1 साल की जेल हुई।
1932 - महिला नेत्री चन्द्रावती लखनपाल को धारा 144 का उल्लंघन करने व जनता को भड़कानेके आरोप में 1 साल की जेल
1934-35 - नेहरु जी को कलकत्ता में मजिस्ट्रेट ने धारा 124-ए, आई.पी.सी. के 2 साल की सजा दी। उनका यहां 28 अक्टूबर 1934 को जेल में प्रवेश हुआ और 3 सितम्बर, 1935 को रिहाहुए। जबकि खान अब्दुल गफ्फारखान भी इसमें दिसम्बर 1934 से अगस्त 1936 तक बन्द रहे।
1936 - नवम्बर में दुगड्डा में राजनैतिक सम्मेलन, मुख्य अतिथि जवाहरलाल नेहरू थे।