Author Topic: History of Haridwar , Uttrakhnad ; हरिद्वार उत्तराखंड का इतिहास  (Read 50621 times)

Bhishma Kukreti

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हरिद्वार , सहारनपुर , बिजनौर इतिहास संदर्भ   :    दिल्ली पर चाहमानों का अधिकार


 हरिद्वार , सहारनपुर , बिजनौर इतिहास संदर्भ में  तोमर वंश राज्य - ४

Haridwar, History Bijnor,   Saharanpur History with reference, Tomar Dynasty -4

Ancient  History of Haridwar, History Bijnor,   Saharanpur History  Part  - 406             
                           
    हरिद्वार इतिहास ,  बिजनौर  इतिहास , सहारनपुर   इतिहास  -आदिकाल से सन 1947 तक-भाग -४०६             


                  इतिहास विद्यार्थी ::: आचार्य भीष्म कुकरेती
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तोमर राजा के गजनी उत्तराधिकारियों से संधि की प्रतिक्रिया स्वरुप चाहमान राजा बीसलदेव  तृतीय चाहमान (बिग्रहराज ११५० -११६४ ईश्वी )  ) ने ११५१ में  तोमर राज्य पर आक्रममन कर दिल्ली पर अधिकार कर लिया।   आर बी सिंह अनुसार पृथ्वीराज ने दिल्ली पर अधिकार किया था। 
डबराल अनुसार  (१ )पृथ्वीराज चाहमान  ने  गढ़देश (सहारनपुर , हरिद्वार व बिजनौर सहित  ) में तोमरों के सामंतो को हटाकर चाहमान सामंत बिठाये थे।
References-
संदर्भ
१- शिव प्रसाद डबराल चारण , १९६९ , उत्तराखंड का इतिहास भाग ४ पृष्ठ ७५
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हरिद्वार , सहारनपुर , बिजनौर इतिहास  : तोमर वंश  परिपेक्ष्य में हरिद्वार , सहारनपुर , बिजनौर इतिहास, तोमर वंश व सहारनपुर इतिहास , बिजनौर इतिहास व तोमर राज्य इतिहास


 

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