धै - देखते हैं फिर, चुनौती के लिये प्रयुक्त होता है, जैसे किसी ने कहा "मैं हाथ से पत्थर तोड़ सकता हूं" तो चुनौती के लिये कहा जायेगा, धै, तोड़ फिर
पै - नहीं कर सकोगे, मजाक बनाने के लिये, जैसे किसी ने कहा "मैं हाथ से पत्थर तोड़ सकता हूं" तो उसे यह बताने के लिये कि तुम नहीं कर सक्ते तो कहा जायेगा, पैं, कर हाली त्युल
भल - कोई बात किसी को बतानी है और अपने ऊपर जिम्मेदारी नहीं लेनी है, तो कह दो भल , मतलब किसी और ने मुझसे कहा, गाड़ी गिरी भल हो वहां पर. इसे किसी और से पता चला है.
द...अ - विस्मय कारक शब्द भी है, उपहास कारक भी है.