फी -अफी बिरडणु छौं
अफी -अफी बिरडणु छौं
अप्ड़ी ही बणाई ई बिराणी दुनिया मां
ना त बेल च मेर पास ना त सबेर च
ना त पास छौं मि ना मि फेल च
फिर बी कै दुलण दुलण मि सिरणो छौं
कन क्वे रचाई मिल ऐ खेळ अब सोचणु छौं
अफी -अफी बिरडणु छौं .......
कबि यख छौं मि कबि वख छौं मि
पता नि मिथे मि कख कख छौं मि
जख मिथे छौं जी रैन वखि नि छौं मि
ऊँ सब थे मिल कन क्वे फुंडु चुलाई जी
फिर बी कै दुलण दुलण मि सिरणो छौं
कन क्वे रचाई मिल ऐ खेळ अब सोचणु छौं
अफी -अफी बिरडणु छौं .......
पिछनै पिछनै सरकयली मिल ऊँ बाटा
जै बाटों मिथे कबि चुबदा छन ऊँ कांटा
मेरा मुंडमां बि अबि बी तक ऊ बात नि आई
कन कन कैरी की पौटगी भोरदि छे मेर माई
फिर बी कै दुलण दुलण मि सिरणो छौं
कन क्वे रचाई मिल ऐ खेळ अब सोचणु छौं
अफी -अफी बिरडणु छौं .......
बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
http://balkrishna-dhyani.blogspot.in/search/http://www.merapahadforum.com/में पूर्व प्रकाशित -सर्वाधिकार सुरक्षित