ऐ बारि चुनाव मां
ऐ बारि चुनाव मां
कच्ची मिळाली या पक्की ... २
(ठेके की मिळाली दुकाना कि
तू बोल दे तू सच्ची सच्ची )... २
कैल नि जान पाई
कैल नि बिंग पाई (इन माया तेरी) . २
झूठी छे कि सच्ची ..पक्की.. छे ..कच्ची
वोटों का बाण (तू बोल दे तू सच्ची सच्ची )... २
कनके लुक्या तिन
हजार पांचसो कनके चलाया तिन .....२
द्वि हजार का गठा इतगा कख भते लया तिन
ये तिकड़म कला तेरी हम थे बी सिका दे सच्ची सच्ची
ऐ बार बि तिन कन तिन उन ... २
भोळ सिदा मनखी थे पुरु तुण्ड तिन कन
जाम ऊँ कि मोर देनी अपड़ी जमा मोरी कि
द्वि दीना की सैर बैर तेर फिर पञ्च बरसा की खिंड
ऐ बारि चुनाव मां ........
बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
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