मिथे त इन लागि गैल्या
मिथे त इन लागि गैल्या
कि पहाड़ को बिकास ह्वैग्याई
म्यारा डंडा धारू मां
कण क्वै ऐ उजाड़ा ह्वैग्याई
सड़की का घेर ईनि घेरयाँ
देखि कि मि त पुरतु चकरी ग्याई
इन घेरों मां घिरयां हम
हम थे कुच बी समझ नि आई
उन्का इन रिंग रिंगया देखि
कि मिल समझी बिकास ह्वैग्याई
मिथे त इन लागि गैल्या
कि पहाड़ को बिकास ह्वैग्याई
अगास मां उडद चखुला देखि कि
मिल बी अप्डू पंख फैलेद्याई
इन लमडी मि उन भेटको भतेक
अब बी जोड़ तोड़ मेरु थिक ना व्हाई
दागटरों की फौज देखि की देरहादुन मां
मिल समझी बिकास ह्वैग्याई
मिथे त इन लागि गैल्या
कि पहाड़ को बिकास ह्वैग्याई
शिक्षा को बल इन हाल च
कख एक विधार्थी चार मास्टर छन
कख चालीस विधार्थी छन
बस बल जी एक हेडमास्टर छन
इन दूर ब्यवस्था को देखि कि
मिल समझी बिकास ह्वैग्याई
मिथे त इन लागि गैल्या
कि पहाड़ को बिकास ह्वैग्याई
बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
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