गीत मेरा
गीत मेरा बिराणा ह्वैगैनी
अपड़ी कथा वा अफि ही लगै गैनी
फुसलाई मिन वैथे फरकाई
हिरकाई मिल वैथे क्दगा ललचाई
बैठि बैठि की मिन वैथे खूभ समझाई
फिर बी ना मानी.......गीत मेरा .....
दुनिया की वैन सिकैसैरी कि
अपड़ी ही पीड़ा लेखी अपड़ी ही खैरी कि
लेखी कि वैळ अपड़ो उमाळ बौगयाई
जांदा जांदा वैल मैसे ऊ भांड फुण्ड सरकाई
बोली बी ना बनि ना बनि मेरी अब बी भाषा
फिर बी ना मानी.......गीत मेरा .....
उकाळो का बाटों बस ऊ यखलु हिट दा ग्याई
बिन्सरी बेल उठि कि उ गैर रुमक मां चप सैग्याई
थाकि बी ना लगि वै थे ना वैथे लगि जमैई
पैल पंगत बैठिक वैल सत पौण्याई खेई
अब ऊ ह्वैगयाई अपड़ों से ही हर्ची
फिर बी ना मानी.......गीत मेरा .....
बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
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