जमीन तथा बंदोबस्त संबंधी शब्द
तलाऊं- वह जमीन, जिसमें सिंचाई होती है।
सेरा, सीरा, कुलोणो, पणखेत- आबपाशी वाली जमीन
सीमार- जहां पर बहुत ज्यादा पानी खेत में आता हो, दलदली।
उपराऊं- ऊंची जमीन, जिसमें सिंचाई नहीं हो सकती है।
चौंर तप्पड़- अच्छी चौरस जमीन
टीट, उखड़- बंजर जमीन
बाड़ो- खेत
गड़ो- छोटे खेत
गैर- घाटी
कमुन- कमाया हुआ खेत
बांजो- बिना खेती वाली जमान
रेलो- ढालू जमीन
सीर- खुद काश्त की हुई जमीन
तैलो- जिसमें सूर्य की रोशनी आती हो (Sunny)
सेलो- जिसमें सूर्य की रोशनी न आती हो (Shadey)
मल्ला- ऊपर का
तल्ला- नीचे का
वल्ला- इधर का
पल्ला- उधर का
बिचला- बीच का
भिड़, पगार- खेतों की दीवार
पैर पड़ना- दीवार का पहाड़/खेत में बिजली गिरना
ठुला- बड़ा
नाना- छोटा
उतार- उतराई
घट्ट- पनचक्की
इजर, खील, कटील- जंगल की नई जमीन जो जोती गई है।
ऊखल- ओखली
खालो- खलिहान
खोड़- कांजीहाउस, जिसमें आवारा पशु रखे जाते हैं।
गोठ, खरक, ग्वाड़- गौशाला
धारा- पानी का सोता
नौला- बावड़ी, छोटा कुआं
छीड़ा- झरना
बीसी- बीस नाली, एक एकड़
कूल,गूल- पानी की नहर
बन- जंगल
डाणा, धुर- ऊंचे पहाड़
धार- पहाड़ की चढ़ाई
कोट, बुंगा- किलेनुमा पहाड़
कांट, टिबड़ी- छोटे पहाड़
खौड़- बिना पेड़ों का पहाड़
भ्योल, कफाड़, कांठो- खड्डा या खाई
सैन, सैण- मैदानी या समतल जमीन
बगड़- नदी के किनारे की मैदानी जमीन।