Sudesh Bhatt
01 Aug 2015 10:42am ·
म्यार गौं की सारी
झपन्यली हुयीं होली
मुंगरी बुकाण कुन बेटी ब्वारी
मैत अयीं जयीं होली
कती दीदी भूली मेरी
परदेश मा होली
लुटीर कुटीर लाल भैजी
सारु लगीं होली
बुये भग्यानी मेरी भी
कुटीर बंधणा होली
मी त छौं डयूटी दीदों
बाबा जी तै लखाणा होली
म्यार गौं की सारी
झपन्यली हुयीं होली
ककडी मुंगरयुं की बुये
फंची बंधणा होली
हैरी हैरी ककडी
मुर्या कु लुण पिसणा होली
बुये भी बेटयुं बिना
खुब खुदयाणा होली
म्यार गौं की सारी
झपन्यली हुयीं होली
बसकल्या छ्वया मंदर
सुंस्याट करना होली
कुयडी डांडीयुं मा
दीदी भूली खुद्याणा होली
म्यार गौं की सारी
झपन्यली हुयीं......
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