सबुहे paili म्यार देव भूमि कै मेरु प्रणाम......
सब देव भूमि का मनख्यू कै hoलियों की मयालू भरी शुभकामनायें........
आज हम आपन पहाड़ थी तमान दूर छाँ कि करना महराज यु पापी पेट जू छ जति जति होली नजदीक ओने हमर पहाड़ का याद हमोऊ कै तमान सतोउने.....जस्या रामजी का बनवास का समय दशरथ ज्यू का हाल छि उनौकै झै हाल हमर ले हैरी,
होली यक बोल याद आ गयी जू दसरथ ज्यू का उप्पर बोल छ....
जैसे जल बिन मछली तड़प तड़प
प्यारे मै न रहू रघुनाथ बिना......