सुंदर जी,
बहुत बढ़िया तुमिल लिख रखो,. पैली एक समय छि.. जब लोग पोस्ट मैंन का इन्तेजार करची . चिट्टी के लीजी. आज देखो की की परिवर्तन आ गयी पहाड़ो में रात बिवाओ कबे के बात कर सक्छा - यो देखो..
नाटक -
पंडित जी : हेल्लो, राम सिंह जी.. की हाल है रेई ?
राम सिंह जी : पंडित जी पैलग.. सब ठीक छि..
पंडित जी : और की है रेई हाल चाल.. घर में.. नानतिन का चिट्टी पत्र उना रे होला ...
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अब देखो :
पंडित जी : और की है रेई हाल चाल.. घर में.. नानतिन का "फ़ोन" उना रे होला ...
और अब
फोन नम्बर किया डायल 09627...423
हैलो ददा पैलाग
ददा - बची रा भूली भल है रै छै तु?
होय ददा भल है रोई और घर मे सब ठीक ठाक हनाल?
ददा - होय सब ठीक है रई
और ईजा उ काछ?
ददा - इफनै छी अलै तक ऐल तो बाखई फन तक जै रै।
और नना, तीना, नानी बोजी, ठुल बोजी सब ठिकै हनाल?
ददा- होय सब ठिक छ.
अच्छा और सुणाओ नई हाल समाचार?
ददा- बस सब ठिक हरी
अच्छा चलो सब ठीक छ नै?
ददा- होय सब ठिक छ
चलो पै मै आब धरनु फोन.
ददा- चल धर पै.
ओके बाय.
ददा- फोन करनै रे हा
होय करनै रूल
ओके बाय.