Keshav Dobriyal
August 15 at 11:55am
आप सभी बिद्वत जनो थेन स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामना।
माँ का ये शब्द बीर सिपै खुणि समर्पित कनु छौं,
म्यार सिपै छै तू,
न बुबा म्यार न देशा कु सिपै छै तू,
मेरी खून कु सिच्यूं छै तू,
देशा खुणि पल्युं छै तू,
बाबू की लगाईं धरीं नीँव छै तू,
देशा खुणि झुकी ना,एकटक खड़ु रै तू,
भाई कु लाड़ छै तू,बैणी कु प्यार छै तू,
कभी झुकी ना,टूटी न पूरा देशा कु लाल छै तू,
मनखी की मनख्यात न छोड़ी बेटा,
सांस टूटनि रैली बेटा,बन्दुक न छोड़ी बेटा,
म्यार सिपै छै तू,
न बुबा म्यार न देशा कु सिपै छै तू।
माँ छौं एक सिपै की,देशा का बीरा की,
जिकुड़ी बड़ी कैकि भेजणु छौं बेटा,
देशा की आन,बान,शान का खातिर,कभी न झुकी बेटा,
म्यार सिपै छै तू,
न बुबा म्यार न देशा कु सिपै छै तू।
केशव डोबरियाल "मैती"