Darsansingh Rawat
देखिक तस्वीर तुमारी,संस्कृति याद हम थै आंद हमारी।
कंदड़्यूम म गीत भै,गोपाल बाबू का गुंजदी रात सारी।
नौ पाटा घघरी,माथिया अंगड़ी,
के भली छाजी रै रंगीली पिछोड़ी।
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गवा गलोबन्द हाथो की धगूली,
चम चमा चमकी रे ख्वारा की बिंदूली।
हाय तेरी रूमाला,,,,,,,गुलाबी मुखड़ी।