Author Topic: Poems by Rajendra Singh Kunwar-युवा कवि राजेन्द्र सिह कुवर 'फरियादी' की कविताएं  (Read 8359 times)

Harish Rawat

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युवा कवी राजेन्द्र भाई की कावितायं बहुत ही अच्छी है  राजेन्द्र भाई ऐसे ही अच्छी अच्छी कावितायं लिखते रहना ...मेरा पहाड़ फोरम का भी धन्यवाद ...

fariaydhi

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मुझे आजादी चाहिए
« Reply #11 on: July 22, 2012, 03:59:15 AM »
मुझे आजादी चाहिए

मैं अपने ही घर में कैद हूँ
मुझे अपनों से ही आजादी चाहिए
रोती बिलखती सर पटकती रही मैं
अब मेरी आवाज को एक आवाज चाहिए
जी रही हूँ कड़वे घूँट पीकर
न मेरी राह में कांटे उगाइये
मैं अपने ही घर में कैद हूँ
मुझे अपनों से ही आजादी चाहिए
पराये मेरे दुःख पे आंसू बहा रहे हैं
मेरे जख्मों पे फिर भी मरहम लगा रहे हैं
जिन्हें पाल पोसकर नाम दिया अपना
मरघट में वो ही मुझे जला रहे हैं
बिलायती बहू के जख्मों से नहीं डरती मैं
अपनों की नजरों से मरती हूँ मैं
सामर्थ मिल रही मेरे पगों को फिर भी
हर तूफान से अकेले ही लड़ती हूँ मैं
मैं अपने ही घर में कैद हूँ
मुझे अपनों से ही आजादी चाहिए...........रचना - राजेन्द्र सिंह कुँवर 'फरियादी''


(नोट: अपने हिंदुस्तान में ही हिंदी को हर कदम पर अपमानित होना पड़ रहा है ये हिंदुस्तान के अस्तित्व पर ये सवालिया निशान लगता है)

fariaydhi

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जलना हो तो सूरज सा जल के देखो

दूसरों की खुशियों पे
दुःख जताने वालों,
आसमां की तरह
छत चाहाने वालों,
क्यों तिनके तिनके पे
इस कदर जलते हो.
जब जलना ही है तो
सूरज सा जल के देखो,
धरती की छाती को
फाड़ने वालों,
चाँद की सतह पर
पताका गाड़ने वालों,
खुद के कदमो की
जमीं को भी देखो,
इरादे हैं तुम्हारे नेक तो
सूरज सा बन के देखो
हर ले हर तम
दुसरे के घर का
चिराग ही है अगर बनना
तो येंसा बन के देखो
जब जलना ही है तो
सूरज सा जल के देखो !........रचना -राजेन्द्र सिंह कुँवर 'फरियादी'

fariaydhi

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पत्थर भी बोलते हैं

टूट कर आज हिमालय भी
हमको आवाज लगाता है
मौन पड़े हैं वो जलप्रपात
उपवन का जो मन बहलाता है
कलरव चिड़ियों का
भोर नहीं ले कर आता
लाठी डंडे चीख पुकारें
रोज़ सवेरा अब ऐंसा आता
पहाड़ काट कर सड़कें बनती
नदियाँ रोक कर बनते बांध
खुद को ही छल रहा धरा पर
अबोध बना ये इन्सान
आसमान खामोश खड़ा है
सूरज तक हैं इस पर हैरान
तारे टूट पड़ते हैं धरती पर
चाँद ठगा सा लगता वेजान 
हर मोड़ पर मनचले मिलते हैं
पग पग पर जल जले निकलते हैं
क्या होगा इस धरती का
अब पत्थर भी ये बोलते हैं ............रचना - राजेन्द्र सिंह कुँवर 'फरियादी' 

fariaydhi

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मेरा बचपन

कब छोड़ चला वो बचपन मुझको,
मुझको कुछ भी याद नहीं
क्या मांगू अब किसे पुकारूँ,
सुनता कोई फरियाद नहीं
नादानी थी ऊपर मेरे,
चाँद की मै हठ कर बैठा
रूठ गया है बचपन मुझसे,
तब से खोया सा मै रहता
रिमझिम बादल बरस पड़ते थे,
नौका कागज की मैं खेता
तितली जुगनू खेल खिलाते,
थक हार कर तब मैं सोता
कब छोड़ चला वो बचपन मुझको,
मुझको कुछ भी याद नहीं
क्या मांगू अब किसे पुकारूँ,
सुनता कोई फरियाद नहीं ............ रचना-राजेन्द्र सिंह कुँवर 'फरियादी'




fariaydhi

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हिंदी की पुकार

जन जन से मिल कर
शहर से निकल कर
आती है सहमी सी आवाज
की तुम मुझे बचालो!
मुझे बचालो !
मुझे बचालो !
हर एक पहाड़ से टकराकर
हर एक नदी से नाह कर
धरती को चीर कर
हवा सी घसीट कर
आती है सहमी सी आवाज
की तुम मुझे बचालो!
मुझे बचालो !
मुझे बचालो !
माँ की ममता से
किसान की क्षमता से
व्यवसायी के व्यवसाय से
युवा के उत्साह से
थक हर कर
आती है सहमी सी आवाज
की तुम मुझे बचालो!
मुझे बचालो !
मुझे बचालो !
सूर्य की किरण से
धरती के राज-कण से
नेताओं के आवाहन से
इन्सान के संज्ञान से
आती है सहमी सी आवाज
की तुम मुझे बचालो!
मुझे बचालो !
मुझे बचालो !
विज्ञानं के चमत्कार से
ज्योतिष के उपकार से
दानी के दान से
विद्वान के ज्ञान से
थक हर कर
आती है सहमी सी आवाज
की तुम मुझे बचालो!
मुझे बचालो !
मुझे बचालो !.........रचना - राजेन्द्र सिंह कुँवर 'फरियादी'

fariaydhi

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यदि आप हिंदी को बुलंदियों तक पहुचने की सामर्थ रखते हैं तो आप का हार्दिक स्वागत है छठवें अं. हिंदी सम्मेलन/सेमिनार में सहभागी बनने हेतु आमंत्रित हैं आप

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हिंदी और हिंदी-संस्कृति को प्रतिष्ठित करने के लिए संस्था व साहित्यिक वेब पत्रिका सृजनगाथा डॉट कॉम (www.srijangatha.com) द्वारा, किये जा रहे प्रयास और पहल के अनुक्रम में रायपुर, बैंकाक, मारीशस, पटाया और ताशकंद (उज्बेकिस्तान) में पांच-पांच अंतरराष्ट्रीय हिंदी सम्मेलनों के सफलतापूर्वक आयोजन के पश्चात अब ‘अतंरराष्ट्रीय हिंदी सम्मेलन’ के संयोजन में 12 फरवरी से 19 फरवरी, 2013 तक संयुक्त अरब अमीरात (दुबई, शारजाह, आबूधाबी, अज़मान आदि ) में 6 वें अंतरराष्ट्रीय हिंदी सम्मेलन का आयोजन (सृजन-सम्मान, ओएनजीसी-देहरादून, निराला शिक्षण समिति-नागपुर, प्रमोद वर्मा स्मृति संस्थान, अभिव्यक्ति डॉट कॉम, गुरुघासीदास साहित्य एवं संस्कृति अकादमी, छत्तसीगढ़, मिनीमाता फाउंडेशन, छत्तीसगढ के सहयोग से ) किया जा रहा है । सम्मेलन में देश-विदेश के हिंदी के आधिकारिक विद्वान, अध्यापक, लेखक, भाषाविद्, शोधार्थी, संपादक, पत्रकार, टेक्नोक्रेट, बुद्धिजीवी एवं हिंदी सेवी संस्थाओं के सदस्य, हिन्दी-प्रचारक, हिंदी ब्लागर भाग लेंगे । सम्मेलन का उद्देश्य स्वंयसेवी आधार पर हिंदी-संस्कृति का प्रचार-प्रसार, भाषायी सौहार्द्रता तथा सामूहिक रूप से सांस्कृतिक अध्ययन-पर्यटन सहित एक दूसरे से अपरिचित सृजनरत रचनाकारों के मध्य परस्पर रचनात्मक तादात्म्य के लिए अवसर उपलब्ध कराना भी है।

युएई ( दुबई-आबूधाबी-शारजाह) में आयोजन

अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी/सेमीनार
1. हिंदी का सामर्थ्य (संदर्भः भाषा, शिल्प, संप्रेषण, साहित्य, कथा-साहित्य, कविता, उपन्यास, छंद, लघुकथा, निबंध, ललित निबंध, आलोचना, बाल साहित्य, ग़ज़ल, लघुपत्रिका, समकालीन लेखन, अनुवाद, संस्कृति, वैचारिकी, दलित विमर्श, महिला विमर्श, आदिवासी विमर्श, समकालीन संकट, लोकतंत्र, कलाचिंतन, क्लासिकी, रंगमंच और मंच की भाषा, धर्म, प्रौद्योगिकी, खेल, विज्ञान, अर्थतंत्र, ज्ञान-विज्ञान और रोज़गार, शिक्षा, सिनेमा, पत्रकारिता, वेब पत्रकारिता, नया मीडिया, ब्लॉगिंग, इंटरनेट, उपयोगिता, व्यवहार, विदेश में शिक्षा या प्रचलन आदि के परिप्रेक्ष्य में )

अन्य महत्वपूर्ण आयोजन
1. भारतीयम् (भारतीय लोक संगीत की प्रस्तुति-अहफाज रशीद/चयन- मानस)
2. कत्थक (प्रस्तुति- चर्चित कोरियोग्राफर श्रीमती चित्रा जांगिड, जयपुर)
3. स्थानीय नाट्य मंडली द्वारा नाट्य मंचन (संयोजन- पूर्णमा वर्मन)
4. अंतरराष्ट्रीय कविता-पाठ आबूधाबी (स्थानीय संयोजन- पूर्णिमा वर्मन )
5. अंतरराष्ट्रीय लघुकथा पाठ
6. अंतराष्ट्रीय गीत पाठ
7. कृतियों का विमोचन (सहभागी रचनाकारों की )
8. चयनित रचनाकार को निराला काव्य सम्मान (51 हजार की राशि )
9. चयनित कवि को मिनीमाता फाऊंडेशन सम्मान (21 हजार की राशि)
10. चयनित 11 रचनाकारों को सृजनगाथा-2013 सम्मान
11. नवगीत पोस्टर प्रदर्शनी (संयोजन-पूर्णिमा वर्मन, आबूधाबी)
12. युएई के प्रतिष्ठित रचनाकारों का सम्मान
13. प्रतिभागी रचनाकारों का अंलकरण

पर्यटन/अध्ययन
01. JUMEIRAH MOSQUE (IT SHOWS THE BEAUTY OF ISLAMIC ARCHITECTURE)
02. SHEIKH MAKTOUM PALACE
03. BASTAKIYA, GOLD SOUK & SPICE MARKET
04. OLD WIND-TOWER HOUSES
05. AL FAHIDI FORT (THE 150-YEAR OLD)
06. DUBAI MUSEUM
07. BASTAKIYA, GOLD SOUK & SPICE MARKET (150-YEAR OLD AL FAHIDI FORT,
08. GOLD SUIKE N DEIRA MARKET/MEENA BAZAAR
09. SHARJAH TOUR
10. DESRRT SAFARI WITH BELLE DANCE/BARBEQUE DINNER
11. TOUR – SHARJAH, DUBAI, ABUDHABI Etc
12. STUDY TOUR OF ONE TRADITIONAL VILLAGE

पंजीयन
A. अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी में भाग लेने हेतु प्रतिभागी को सर्वप्रथम अपना मौलिक आलेख/शोध आलेख (उपरोक्त संदर्भित विषयों में से किसी एक विषय में आलेख हो, शब्द-सीमा- 1500-2000 शब्द, युनीकोड या कृतिदेव में ईमेल द्वारा ही), बायोडेटा, फोटो व पंजीयन शुल्क के साथ 30 अक्टूबर 2012 के पूर्व भेजना अनिवार्य होगा हैं।
B. अंतरराष्ट्रीय कविता/लघुकथा/गीत-नवगीत पाठ में भाग लेने हेतु प्रतिभागी को सर्वप्रथम अपनी एक मौलिक कविता/लघुकथा/गीत-नवगीत बायोडेटा, फोटो व पंजीयन शुल्क के साथ 30 अक्टूबर 2012 के पूर्व भेजना अनिवार्य होगा ।
C. पंजीकृत प्रतिभागियों का अंतिम चयन 05 नवंबर के 2012 के पूर्व अंतरराष्ट्रीय हिंदी समिति द्वारा गठित चयन समिति द्वारा किया जायेगा । जिसकी सूचना उन्हें पृथक से दी जा सकेगी ।
D. पंजीयन राज्य संयोजकों की अनुशंसा से या सीधे कराया जा सकता है ।
E. चयनित आलेख उक्त अवसर पर विमोचित होनेवाली कृति (ISBN) में समादृत किया जा सकेगा । जिसकी एक प्रति प्रतिभागी लेखक को भेंट की जायेगी ।
F. सम्मेलन में स्वंच्छा से सम्मिलित होनेवाले सभी प्रतिभागियों के आवास, भोजन, स्वल्पाहार, अध्ययन-पर्यटन, की व्यवस्था अंतरराष्ट्रीय हिंदी सम्मेलन समिति के संयोजन में की जायेगी तथा उन्हें प्रमाणपत्र,समस्त रिकार्डिंग की वीडियों कॉपी भी उपलब्ध करायी जायेगी ।
G. इच्छुक प्रतिभागी पंजीयन/पंजीयन शुल्क, सम्मेलन में भागीदारी हेतु हवाई यात्रा(पासपोर्ट), वीज़ा, आवास, भोजन, स्वल्पाहार, पर्यटन व्यवस्था तथा अन्य वांछित नियम/शर्तों के बारे में जानकारी हेतु 30 अक्टूबर,2012 के पूर्व सम्मेलन संयोजक के ईमेल srijangatha@gmail.com) से या प्रदेश संयोजक संयोजकों से संपर्क कर सकते हैं ।

निराला रचना सम्मान हेतु प्रविष्टि-विवरण
- उक्त अवसर पर किसी एक चयनित रचनाकार को निराला रचना सम्मान -2013 (50,000 रुपये, प्रशस्ति पत्र, प्रतीक चिन्ह आदि) प्रदान किया जायेगा, रचनाकार/अनुशंसक प्रविष्टि के रूप में बायोडेटा, अपनी तस्वीर और अपनी किसी भी विधा की 3 प्रतियाँ श्री. सूर्यकांत सिंह ठाकुर , अध्यक्ष,निराला रचना सम्मान समिति, निराला विद्यालय , वेस्ट प्रेसिडेंट , सी. ए. बेक रोड, स्कायलार्क होटल के पीछे, हंसापुरी, नागपुर 440012, ईमेल- sforsuryakant@gmail.comको 30 अक्टूबर, 2012 के पूर्व भेज सकते हैं ।

मिनीमाता फाऊंडेशन सम्मान हेतु प्रविष्टि-विवरण
उक्त अवसर पर किसी एक चयनित रचनाकार को मिनीमाता फाऊंडेशन सम्मान -2013 (21,000 रुपये, प्रशस्ति पत्र, प्रतीक चिन्ह आदि) प्रदान किया जायेगा, रचनाकार/अनुशंसक प्रविष्टि के रूप में बायोडेटा, अपनी तस्वीर और पिछले तीन वर्षों में प्रकाशित कविता संकलन की 2 प्रतियाँ श्री. रामशरण टंडन, अध्यक्ष, मिनीमाता फाऊंडेशन सम्मान समिति, प्लृट नं.6, शुभम् विहार, महावीर नगर, अनमोल सुपर मार्केट के पीछे, रायपुर 492001, ईमेल- miniwarta@gmail.com, मो-0932988785 को 30 अक्टूबर, 2012 के पूर्व भेज सकते हैं ।

संरक्षक मंडल
1. डॉ. गंगा प्रसाद विमल, दिल्ली, मो.-08826235548
2. डॉ. खगेन्द्र ठाकुर, पटना, मो.-09431102736
3. श्री विभूति नारायण राय, वर्धा, मो.-09730071826
5. श्री विश्वरंजन, रायपुर, मो.-94241-82664
6.श्री धनंजय सिंह, गाजियाबाद, मो.-09810685549

अध्यक्ष-अंतरराष्ट्रीय हिंदी सम्मेलन
डॉ. बुद्धिनाथ मिश्र, देहरादून, मो.- 09412992244

संयुक्त अरब अमीरात-समन्वयक
श्रीमती पूर्णिमा वर्मन, आबूधाबी, ईमेल- purnima.varman@gmail.com

संपर्क-
दिल्ली
श्री हरिसुमन विष्ट, प्रदेशाध्यक्ष, दिल्ली, मो.-09868961017
श्री लालित्य ललित, प्रदेश संयोजक, दिल्ली, मो.-09868235397
पश्चिम बंगाल
श्री एकांत श्रीवास्तव, प्रदेशाध्यक्ष, कोलकाता, मो-09433135365
डॉ. अभिज्ञात, प्रदेश संयोजक, कोलकाता, मो. – 09830277656
हरियाणा
डॉ. कामराज सिंधु, प्रदेशाध्यक्ष, चंडीगढ़, मो.-09416090378
श्री रंजन मल्होत्रा, प्रदेश समन्यक, चंडीगढ़. मो.-09814008420
मुंबई प्रांत
श्रीमती संतोष श्रीवास्तव, प्रदेशाध्यक्ष, मुंबई, मो.-09769023188
डॉ. देवमणि पांडेय, प्रदेश संयोजक, मुंबई मो.-09821082126
शेष महाराष्ट्र और गोवा
श्री प्रमोद कुमार शर्मा, प्रदेशाध्यक्ष, नागपुर, मो 0902814633
डॉ. सुनील जाधव, प्रदेशसंयोजक, नांदेड, मो.-09405384672
मध्यप्रदेश
श्री शरद जायसवाल, प्रदेशाध्यक्ष, कटनी, मो.-09893417522
श्री गोवर्धन यादव, प्रदेश संयोजक, छिंदवाड़ा, फोन.-07162246651
राजस्थान
श्री मीठेश निर्मोही, प्रदेशाध्यक्ष, जोधपुर, मो.-09351223221
श्रीमती आशा पांडेय ओझा, प्रदेश संयोजक, मो.- 07597199995
उत्तरप्रदेश
डॉ. महेश दिवाकर, प्रदेशाध्यक्ष, मुरादाबाद, मो.-09927383777
डॉ. ओमप्रकाश सिंह, प्रदेश संयोजक, रायबरेली मो.-09984412970
डॉ. प्रकाश त्रिपाठी, प्रदेश संयोजक, इलाहाबाद, मो.-09415763049
श्री रविन्द्र प्रभात, प्रदेश संयोजक, लखनऊ, मो.- 094 15 272608
उत्तरांचल
श्री दिवाकर भट्ट, प्रदेशाध्यक्ष, नैनीताल मो.-09410552828
डॉ. सविता मोहन, प्रदेश संयोजक, देहरादून,मो-09412008090
हिमाचल प्रदेश
श्री पीयुष गुलेरी, प्रदेशाध्यक्ष, शिमला, मो.-09418017660
श्री अशोक गौतम, प्रदेश संयोजक, सोलन, मो.-9418970089
छत्तीसगढ़
श्री अशोक सिंघई, प्रदेशाध्यक्ष, भिलाई, मो.-08817012111
डॉ. सुधीर शर्मा, प्रदेश संयोजक, मो.-09425358748
बिहार
डॉ. भगवान सिंह भास्कर, प्रदेशाध्यक्ष, सीवान,07870305909
श्री संजय कुमार, प्रदेश संयोजक, पटना, मो.-sanju3feb@gmail.com
झारखंड
डॉ. प्रमोदिनी हांसदाक, प्रदेशाध्यक्ष, दुमका, मो.- 09431310111
डॉ. खिरोधर यादव, प्रदेश संयोजक, दुमका, मो-09431177803
गुजरात
सुश्री प्रभा जैन, प्रदेश संयोजक, सूरत, मो.-9723544153
आंध्रप्रदेश/पांडिचेरी
डॉ. जयशंकर बाबु, प्रदेश संयोजक, पुदुच्चेरी, मो.-09843508506
तमिलनाडु
श्री बी.एस. सुमन अग्रवाल, प्रदेशाध्यक्ष, चैन्नई, मो- 09840082901
ओडिसा
श्री दिनेश माली, प्रदेश संयोजक, ब्रजराजनगर, मो.-09437059979
असम
श्री बिनोद रिंगानिया, प्रदेश संयोजक, गुवाहाटी, ईमेल-bringania@gmail.com

विदेश के समन्यवक
मारीशस
डॉ. रेशमी रामधोनी, अंतरराष्ट्रीय उपाध्यक्ष, पोर्टलुई, ईमेल- reshmi3mu@yahoo.com
डॉ. गुलशन सुखला, राज्य संयोजक, पोर्टलुई, ईमेल- gulshansooklall@gmail.com
श्री विनय गुदारी, राज्य संयोजक, पोर्टलुई, ईमेल- vinaye08@gmail.com

नेपाल
श्री कुमुद अधिकारी, प्रदेशाध्यक्ष, ईमेल.-kumudadhikari@gmail.com

डेनमार्क
चांद हदियाबादी, प्रदेशाध्यक्ष, डेनमार्क, ईमेल-chaandshukla@gmail.com

ब्रिटेन
श्री प्राण शर्मा, राज्य संयोजक, ईमेल- sharmapran4@gmail.com

अमेरिका
डॉ. सुधा ओम धींगरा, राज्य संयोजक, नार्थ कैरोलाईना, ईमेल- sudhaom9@gmail.com
सुश्री अनीता कपूर, राज्य संयोजक- anitakapoor.us@gmail.com
श्री आदित्य प्रताप सिंह, राज्य संयोजक, डैलास, ईमेल- adityapsingh@aol.com

न्यूजीलैंड
श्री रोहित कुमार, राज्य संयोजक, आकलैंड, ईमेल- editor@bharatdarshan.co.nz

संपर्क
जयप्रकाश मानस
समन्वयक, अंतरराष्ट्रीय हिंदी सम्मेलन
संपादक, www.srijangatha.com
कार्यकारी संपादक, पांडुलिपि (त्रैमासिक)
एफ-3, छगमाशिम, आवासीय परिसर, पेंशनवाड़ा
रायपुर, छत्तीसगढ़-492001
मो.-94241-82664

fariaydhi

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अँधेरा

कदम खुद ही चलते हैं
अँधेरे के निशा ढूंढ़ने !
रोक न पायें जब खुद को,
हम अँधेरे को क्यों दोष दें !
उजाला हर किसी की ओढ़नी
हम अँधेरे को ही ओढ ले !
उजालों ने थकाया हमें
निगाहों ने लुटाया हमें !
कदमो ने भी पकड़ी वही राह
फिर रास्तों को हम क्यों दोष दें !
मुस्कुराता है वो चाँद भी
अँधेरी ही राह पर !
फिर जगमगाते तारों को ,
हम क्यों दोष दें !.........रचना राजेन्द्र सिंह कुँवर 'फरियादी'

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720

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राजेन्द्र सिंह कुँवर 'फरियादी' पहाड़ मा शैहरी देखिक,
 नेअथ बिगड़ जांदी,
 अपणो की सुध नि च,
 बीराणो तै चांदी ! बीराणो तै चांदी !
 
 हैंसदा खेलदा घरबार,
 छोड़ी आ जांदा,
 हरीं भरीं पुंगडी पटवाडी,
 शैहर मा क्या पौंदा !
 
 माकन किरयाकू,
 बिसैणु भी नि च,
 कोठियों मा धोणु भांडा,
 बथैण भी कै मु च !
 
 जगा जगा की ठोकरियों
 किस्मत जग्गैली,
 चला पहाड़ू मेरा भाइयों,
 मिन बाटु खुज्जाली ! ........गीत - राजेन्द्र सिंह कुँवर 'फरियादी'
 

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720

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राजेन्द्र सिंह कुँवर 'फरियादी' ये खेल निराला है
 
 टांग खिंच कर अपनों की,
 
 जहाँ ख़ुशी मानते हैं लोग,
 
 दे कर धोखा अपने को ही
 
 करते चतुराई का उपयोग !
 
 खरीद पोख्त का मायावी,
 
 बढ रहा अब ये कारोबार,
 
 गाँव गरीवों से नोट चुराकर,
 
 करते खुल कर यहाँ व्यापर !
 
 देश धर्म से ऊपर उठ कर,
 
 खुद को कहते पालनहार,
 
 वोट मांगने दर पर पहुंचे,
 
 देखो इनको कितने लाचार !
 
 बन विजयी देखो इनको,
 
 लगते राणा के अवतार,
 
 लुट पाट में गजनी बन बैठे,
 
 भूल गए लोगों का उपकार !
 
 बड़े बड़े महारथी यहाँ,
 
 चोरी का तगमा पहने हैं,
 
 पूती है कालिख हर चहरे पर,
 
 अकेले अकेले ये सहमे है ! -!!!!! रचना - राजेन्द्र सिंह कुँवर 'फरियादी'
 
 नोट: शव्द सारांश
 
 1. राणा - महाराणा प्रताप
 
 2. गजनी - मोहमद गजनी

 

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