Krishna Nayal सभी साथियों को गणतंत्र दिवस के ढेर सारी शुभकामनाये..
सत- सत नमन उन शहीदों को जिन्होंने हमारे भविष्य के लिए अपना वर्तमान कुर्बान किया.
वीरो की वीरता की, जल रही वो शमा है.
धरती से मिलकर आज, रो रहा आसमां है..
२६ जनवरी को भारत ने बनाया जो संविधान है.
गणतंत्र दिवस के नाम पर, हर वर्ष मानाने का विधान है..
उल्झंने लांखो आयी होंगी रहो में.
मगर सपने सजा लिए थे निगाहों में..
हर वीर, हर शहीद के मान सम्मान का, फिर से मौका आया है.
उनकी क़ुरबानी का एहशास दिलाने, यादो का झोका आया है..
भारत माँ के उन वीरो पर, आज देश को गुमाँ है.
धरती से मिलकर आज, रो रहा आसमां है..
विचलित ना हो अब मन की आशा.
वेजान पत्थरो पर ही, वीरो का था जीवन तराशा..
हरदम मंजिलो की तरफ बढ़ रहा कारवा था.
पा लिया बुलंदियों को, मन में उनके पाने का जज्बा था..
वीरो की वीरता की, जल रही वो शमा है.
धरती से मिलकर आज, रो रहा आसमां है.. —