Author Topic: Satire on various Social Issues - सामाजिक एवं विकास के मुद्दे और हास्य व्यंग्य  (Read 356918 times)

Bhishma Kukreti

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व्यंग्य साहित्य गढ़वाली में
चबोड़ इ चबोड़ मा, हौंस इ हौंस मा

 

                                      आई पी ऍल ऐक्स्ट्रा याने इन्डियन पौलिटिकल लीग

 

                                  चबोड्या: भीष्म कुकरेती

 ब्याळि भारत का टीवी न्यूज चैनेलुं टी आर पी 500 करोड़ छे याने हरेक न्यूज चैनेल तै लोगुन कथगा इ दें द्याख। ब्याळि भारत आई पी ऍल याने इन्डियन पौलिटिकल  लीग का द्वी  मैच छ्याई। मैच से जादा  आई पी ऍल ऐक्स्ट्रा टैम पर  टी आर पी असली मैच से जादा  छे।

- ल्या ल्या ब्रेकिंग न्यूज ! सिरफ हमारो बासी पण दिख्याण मु  ताजा न्यूज चैनेल  माँ इ या ब्रेकिंग न्यूज च।

-द्याखो द्याखो हमारो चैनेल जू छ त खत्युं न्यूज चैनेल च, जयुं बित्युं न्यूज चैनेल च   पण टी आर पी मा सब्यूं बुबा च मा धमाकेदार , रिन की चमकार जन , तलवार की धार जन ब्रेकिंग न्यूज द्याखो

 - टक लगैक बैठो अब ब्रेकिंग न्यूज ब्रेक  ह्वे ग्याई बल आज एक घंटा बाद अलण इन्डियन पौलिटिकल  लीग अर फिर फलण इन्डियन पौलिटिकल लीग की प्रेस कॉन्फ्रेंस छन . इ द्वी टीम पैलि अन्ना हजारेक टीम मा छयाई अब यूंकी अपणि अपणि टीम छन अर सुणण मा आइ  बल  एकाध मैना मा  किरण वेदी अर सुभाष हेगड़े बि द्वी चार टीम बणाला। याने कि अन्ना हजारे टीम टूटिक दस बारा इन्डियन पौलिटिकल  लीग टीम ह्वे जाली . हमर पैनेल मा भौत सा गपोड़ी , कुज्याण कै पार्टी क पाळीदार पत्रकार छन     

, अफिक बण्या स्वयंभू विश्लेषक छन , कति बड़ा बड़ा धुरंदर धुरंदर विश्लेषक बी छन जु अमेरिकी , ब्रिटिश अखबार पौडिक भारत की  स्तिथि बथान्दन अर अब  नामी गिरामी छन . एकाद यथास्तिथि समजण वाळ विश्लेषक बि हम तै बुलाण  इ पड़द .

-आज द्वी मैच छन त हम सब टीवी न्यूज चैनेल सौब काम छोड़िक इन्डियन पौलिटिकल लीग पर इ बकबास करला . अब हम टीवी वाळुक औकात इथगा इ च कि हम आप तै बकवास की न्यूज आर व्यूज  दिखौला त  अब इन्डियन पोलिटिकल लीग एक्स्ट्रा मा द्याखो कि हम नेताओं तरां तुम तै बेवकूफ बणौन्दा धौं . दर्शको ल्या अब एक घंटा तक खूब बेवकूफ बौणो

- हाँ त आज की भारतीय  पत्रकारिता क  असली गुवण्या मुतण्या चेहरा याने   कौंग्रेस का चमचा पत्रकार जी !  आपक क्या अंक्याण  च आकलन च कि  अरविन्द कजीरवाळ कै पार्टी पर कजीर (कीचड़ ) लगाल , लीपल ?

- चूंकि अरविन्द कजीरवाळ न कौंग्रेस पर  कजीर लगाणो काम पूरो कौरी आल त  आज बारि च भारतीय जनता पार्टी पर कजीर लगाणों .

- ब्रेकिंग न्यूज, ब्रेकिंग न्यूज आज अरविन्द कजीर वाळ भारतीय जनता पार्टी पर कजीर लगाल .

-ब्रेकिंग न्यूज ! ब्रेकिंग न्यूज !  हमर विश्वस्त सूत्रों से पता चौल की अरविन्द कजीर वाळ इन्डियन पौलिटिकल लीग टीम आज भारतीय जनता पार्टी पर कजीर लगालि .

-  भारतीय जनता पार्टी क खुखली मा बैठिक घी दूध खाण वाळ , राज्य सभा मा जाणो इच्छाधारी प्रकांड पत्रकार ! आपक अंक्याण क्या च बल बी पी सिंगाण की नवाडी इन्डियन पौलिटिकल लीग टीम कै पर सींप /सिंगाण  लगालि ?
 
-  कोंग्रेस या कोंग्रेस सहयोगी पार्टी पर इ या नई इन्डियन पौलिटिकल लीग टीम सींप लगालि .

-ब्रेकिंग न्यूज ! ब्रेकिंग न्यूज ! भीतरी सूत्रों से हम तै खबर मील बल  बी पी सिंगाण कौंग्रेस या सहयोगी पार्टी पर सींप घूसली याने अभियोग लगालि .
 
- मि सही माने मा  यथास्थिति बतौण वाळ  पत्रकार छौं त जरा मै तै बि मौक़ा द्याओ .

- सौरी जी ! अच्काल  सेनसेसन कु ज़माना च . इन्डियन पौलिटिकल लीग बि सेनसेसन  मा विश्वास करदी अर हम टीवी न्यूज चैनेल त  आम समाचार तै बि तोड़ी मरोड़ी क सेनसेसनल बणै दीन्दा . आप सरिखा नॉन सेनसेसनल पत्रकार तै पीक टैम पर टाइम देकि सही बात बताण एक नौनसेंस  कु काम च . जब हमम कुछ बताणो नि रालो त आपकी बारी आलि .
 
-ब्रेकिंग न्यूज ! ब्रेकिंग न्यूज बस  अब दस सेकंड छन बच्यां कि कजीरवाळ इन्डियन पौलिटिकल लीग टीम कु  कजीर लगाण वळु सेनसेसनल पत्रकार समेलन शुरू हूँण  वाळ च .

-ब्रेकिंग न्यूज ! ब्रेकिंग न्यूज बस अब  पांच सेकंड छन बच्यां कि बी पी सिंगाण इन्डियन पौलिटिकल लीग टीम कु सींप/सिंगाण  लगाण वळु सेनसेसनल पत्रकार समेलन शुरू हूँण वाळ च।
 
-ब्रेकिंग न्यूज ! ब्रेकिंग न्यूज ! द्वि सेनसेसनल पत्रकार समेलन शुरू ह्वे गेन .

- ब्रेकिंग न्यूज ! द्वि सेनसेसनल पत्रकार समेलन मा  कागज़ पत्र दिखाए जाणु च .
 
- ब्रेकिंग न्यूज ! ब्रेकिंग न्यूज ! द्वी जगा पत्रकार सम्मेलन  मा ख़ास नेता पर अभियोग साबित  करण से जादा नाटक हूणु च।

-   ब्रेकिंग न्यूज ! ब्रेकिंग न्यूज !  यु सिद्ध होणु च कि  अरविन्द कजीर वाळ अर बी पी सिंगाण महान नाटककार छन .
 
-ब्रेकिंग न्यूज ! ब्रेकिंग न्यूज ! अरविन्द कजीर वाळ कु अभियोग झुटो च अर तैडू खोदणो  बान इथगा बड़ो पख्यड़ ख्वाद अर मील क्या च ? बस एक तिल कि दाणि। खोदा पहाड़ निकली  चुहिया .

  -ब्रेकिंग न्यूज ! ब्रेकिंग न्यूज ! बी पी सिंगाण कु अभियोग बि भौत पुराणो च . पुरानी शराब नई बोतल
 
  --ब्रेकिंग न्यूज ! ब्रेकिंग न्यूज ! यूँ दुयुंक  प्रेस कौंफ्रेंस अर आम राजनैतिक राजनीतिग्य क प्रेस कॉन्फ्रेंस जनि बकवासी , फोकटिया , दुराव छुपाव से भरपूर ,  जनता क त ना पण  ख़ास अपणो स्वार्थ पूरक , बगैर बात कु बतंगड बणाण जनि प्रेस कौन्फेरेंस इ साबित  ह्वे

- ब्रेकिंग न्यूज ! ब्रेकिंग न्यूज ! कजीरवाळ इन्डियन पौलिटिकल लीग टीम अर बी पी सिंगाण इन्डियन पौलिटिकल लीग टीम की न्यूज कौन्फेरेंस से सिद्ध ह्वे ग्याई बल अब  हम न्यूज चैनेल वाळ इ सेन्सेसनल  तरीका से दर्शकों तै बेवकूफ नि बणौन्दा बल्कण म भारत तै भ्रष्टमुक्त का ख़ास धड़वै बि  सेनसेनल तरीका से आम जनता तै बेवकूफ बणाणा छन। उल्टा इन्डियन पौलिटिकल  लीग टीम 'सेन्सेसनलन्यूज चैनेलो' से जादा सेन्सेसनल  छन .

- ब्रेकिंग न्यूज ! ब्रेकिंग न्यूज ! चूँकि जु  बि  स्वयंभू खुर्रांट , बेतुका बुद्धिजीवी , स्वार्थी   अर  तथाकथित  पत्रकार विश्लेषक छया वु हमारो चैनेल बिटेन  भाजि गेन त झक मारिक हम तै निस्वार्थी समाज का नजीक रौण वाळ  विश्लेषक से इ पुछण पोड़ल कि कजीरवाळ इन्डियन पौलिटिकल लीग टीम अर बी पी सिंगाण इन्डियन पौलिटिकल लीग टीम की न्यूज कौन्फेरेंस कु मतलब क्या च .

- जी इन च इतिहास से क्वी नि सिखदो पण इतिहास हमेसा दुराये जांद . जय प्रकाश आन्दोलन से जो जुड़ेन ऊं मादे आज  चारा घोटाला , इनकम टैक्स चोरी मा फंस्यां छन . कुछुन लोहिया की छवि तै पूजिक फैदा उठाई . यूं सब्युंन जय प्रकाश आन्दोलन से फायदा उठाई .अब  अन्ना  हजारे से फैदा उठाण चाणा छन . वस्तुत: यी सौब  लालू यादव , नीतेश कुमार, सुशील मोदी, रवि शंकर प्रसाद , मुलायम सिंह यादव  क  नया अवतार इ छन . यी आज नया अवतार मा अन्ना हजारे क छवि से चतुराई से राजनैतिक लाभ उठाण वळा लोग  छन .

-ब्रेकिंग न्यूज ! ब्रेकिंग न्यूज ! यु सिद्ध ह्वे ग्याई बल  कजीरवाळ इन्डियन पौलिटिकल लीग टीम अर बी पी सिंगाण इन्डियन पौलिटिकल  लीग टीम  वाळु कुण  भ्रष्टाचार की छ्वीं राजनैतिक फैदा पाणों सीढ़ी च, भ्रष्टाचार की छ्वीं यूँ खुण पद पाणों पुळ च, राजनैतिक फैदा पाणों ऐक्सेलेटर च, राजनैतिक फैदा पाणों फ्यूल च    . भ्रष्टाचार की छ्वीं जनता तै पुळयाणों खिल्वणि च। भ्रष्टाचार की छ्वीं जनता तै वेवकूफ बणाणो अलगजा च , भ्रष्टाचार की छ्वीं जनता तै भ्रमित करणों ढोल च दमाऊ च , सिणै च . भ्रष्टाचार की छ्वीं यूंकि राजनैतिक चमक बढ़ाणो पौलिस च .

 

 

 Copyright@ Bhishma Kukreti 19/10/2012     

Bhishma Kukreti

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व्यंग्य साहित्य गढ़वाली में
चबोड़ इ चबोड़ मा, हौंस इ हौंस मा

 

                                               स्कूलम एक दिन

 

                                         चबोड्या: भीष्म कुकरेती

 

                  सि परसि गौं जयुं छौ . म्यार बाडा क नौनु हमर गांवक नजिक स्कूल मास्टर च . मीन टैम बिताणो स्वाच बल जरा स्कूल  जैक अपण  दिनु स्कूले याद करे जाव . मी बी भैजी  दगड़ स्कूल ग्यों . रस्ता मा बड़ी बढिया छ्वीं लगिन . बचपन माँ हम कने स्कूल जांदा छा , मास्टर जी कन पढ़ान्दा छा , कन पिटदा छा , कन फड्यान्दा छा , मास्टर कन ब्वे बुबौं  गाळी दीन्दा छ; कन हम रोज एक टिक्वा लांदा छा जौं तै मैना मैना मास्टरों गां लिजांदा छा ; नाळी  लांदा छा अर नाळी बि मास्टरों गां पौन्चांदा छा। मास्टर भैजिन बथै बल अब मास्टर  बच्चों पर फडे नि सकुद , मास्टर गाळी नि दे सकुदु . भैजि न बताई बल  मास्टर पिटण त राइ दूर बच्चों पर प्यार से हथ नि लगे सकुदु बल यु अमेरिका  मा असभ्यता कि निसाणि  च त अब भारत मा बि बच्चो पर हथ लगाण  बिचकीं बाते ध्येय या निसाणि माने जांद . मि खुस होऊं बल अब टिक्वा-नाळी जन   संस्कृति नि रै गे

                      सरा  रस्ता मास्टर भैजि खिलंदेर जन हंसणु  छौ , उत्साहित छौ . पण कुज्याण क्या कांड लगिन कि जनि स्कूल नजिक आयी अर मास्टर भैजि  तण्याण बिसे गेन , उंकी हंसी तनाव मा बदले गे जन बुल्यां ऊ तेज झाड़ा रुकणो पुठ्याजोर (कोशिश) लगाणा ह्वावन धौं . जु हथ खुट मजा से हिलणा छया अब स्कुलो नजिक आण से टैट ह्वे गे छा . भैजि इन तण्याणा छा कि इन त नै मास्टर बि नि  तण्यान्दु . मीन पूछ बल भैजि कुछ तबियत  नासाज च? त मास्टर  भैजि न बताई बल ब्याळी जूनियर मास्टर फल लीणो गे छौ त चिंता ह्वे ग्याई कि वु कुज्याण फल पूरी संख्या माँ लायि  कि ना , फल कखि सड्या त नि लै गे हो , अर फ़िर ...! फलूं बान मास्टर भैजि चिंताग्रस्त   ह्वे  गे छा . म्यार बिंगण मा नि आयि कि  जु फल  चिंता दूर करणो दवा हूँदन वी फल किलै चिंता पैदा करण वाळ ह्वे गेन ?

           मास्टर भैजि स्कूल पौंछिन  त पता चौल बल जूनियर मास्टर जी अबि नि ऐन अर मास्टर भैजि की चिंता हौर बि बढ़ी गे . मास्टर भैजि न छ्वारा छोर्युं क मोनिटर तै मास्टरों जगा पर प्रार्थना करवाणों ब्वाल अर अफु कोप भवन जन कुठड़ी (ऑफिस ) मा बंद ह्वे गेन . पता चौल बल ब्याळी जूनियर मास्टर क  बैणि   दिखणो  द्वीएक लोग आणा छा अर  मास्टर भैजि तै चिंता ह्वे कि कखि जूनियर मास्टर स्कूलों बान  लयां फल मेमानो तै नि खले द्याओ ! बस  या इ बात चिंता को कारण छौ . भैजि क ज्यू  लौड़ लौडि पढ़ाण मा नि छौ त स्कुल्या बेमौसम बरसात मा मिंढक जन हाई जम्प अर लॉन्ग जंप मा लीन हुयां छया .

         इथगा मा वै गौं क मोहन काका स्कूल आई। मास्टर भैजिन बथाई बल मोहन काका ये गौं कु पंच च . मोहन  काका न में दगड़ बात बि नि कार कि मोहन काका क छ्वटु भुला सोहन क परिवार मुंबई मा कन च। मोहन काका न  मास्टर भैजि तै पूछ बल आज स्कुल्यो  कुण  क्या फल अयु च . जब मास्टर भैजि न बथै कि जूनियर मास्टर फल लालो त मोहन काका रूसे ग्याई कि अच्कालो मास्टर निहायत इ  गैरजिमेदार ह्वे गेन . मोहन काका नराज छौ कि स्कूल खुल्या द्वी घंटा ह्वे गेन अर अबि तलक  स्कुल्यो फल नि ऐन .भैर बगैर गोसिक छ्वारा छोरि हल्ला-घ्याळ करणा छा। द्वि चार त मुर्दा लिजाणो खेल बि खिलणा छा अर  हथन शंख बि बजाणा छया । कुछ ब्यौ क खेल खिलणा छा अर कुछ थड्या  गीत लगाणा छया . मोहन काका क ध्यान इन छ्वटो म्वटो बातो पर नि गे। 
 
  भौत देर तलक मोहन काका फल टैम पर नि आण  तै मास्टरों अनुशाशन की कमी बताणा रैन अर अनुशाशन की परिभाषा परिभाषित कर णा रैन . फिर मोहन काका चली गे अर  जांद जंद बोलि गे कि फल चेक करणो  नारायण  आलो . 

               नारायण पांच म तीन दै फेल ह्वे त वै तै हौळ तांगळ सम्बाळण अर अब पार्ट टाइम मा  पंच बि च। इथगा मा स्कूले सरयूळयाणि (भोजन देवी) बि ऐ गे . मास्टर भैजि न सरयूळयाणि  दगड़  आधा घंटा माथा पच्ची कार कि आज  क्या खाणक बणाण। भैर स्कुल्यो घ्याळ   उथगा इ जोर कु छौ . कुछ स्कुल्या लोक कला, ललित कला अर हिंदी फिल्म कला  क अभिनव फ्यूजन माँ व्यस्त छाया त कुछ भौं भौं खेल खेलिक ओलम्पिक  स्पोर्ट्समैन बणणो तैयारी करणा छया . जूनियर मास्टर कु नि आण से शिक्षा व्यवस्था मा व्यवधान नि अयुं छौ बल्कण मा स्कुल्यो कुण फल नि आण सि शिक्षा व्यवस्था डगमगाणि छे .

     इथगा मा नारायण अर द्वि पंच स्कूल ऐन। स्कुल्या ललित कला आदि फ्यूजन प्रदर्शन अर ओलम्पिक खिलाड़ी बणणो   तैयारी मा इ व्यस्त रैन। पंच लोग ऑफिस मा ऐन अर जब ऊं तै पता चौल कि फल अबि तलक नि ऐन त सबि शिक्षा  विभाग का ऐब गणाण  बिसे गेन . अर सरा ऐब स्कुलम बच्चो खुण मुफ्त खाणक  मुतालिक इ छया . मि तै पैल दै पता चौल कि  मुफ्त खाणक  की शिक्षा मा कथगा अहमियत च।

       आज यूं पंचून  ठाणि छे कि जब तलक यी फल नि द्याखल युनं स्कुल नि छुड़ण . खैर जूनियर मास्टर आई अर  फल बि  लायी। सबि पंच फल गणण मा व्यस्त ह्वे गेन अर भैर  स्कुल्यो घ्याळ बढ़णो इ छौ . मै इन लग कि सबि पंच इन घ्याळौ अभ्यस्त छया .फल की गणत पूरी होणो बाद सबि पंचू न जूनियर मास्टर तै  अनुशाशन ज्ञान बाँट . चूँकि फल  पूरा छा त तिनी पंच संतुष्ट ह्वेक चलि गेन .

  आज दुई मास्टरों मूड खराब छौ त बच्चो क  वास्ता ललित कला, लोक कला संगम (फ्यूजन) अर  स्पोर्ट विषय इ स्कुल्यो क आज सिलेबस छौ

    इना स्कुल्यो खाणक तैयार ह्वाई कि प्रधान जी खाणक चेक करणो ऐन . जब प्रधान जिन .खाणक द्याख त संतुष्ट ह्वेक चलि गेन , स्कुल्या अपण एक्स्ट्रा क्युलिकुलर एक्टिविटीज मा बदस्तूर व्यस्त छया .

      स्कुल्यो न खाणक खाई त मास्टर भैजिन स्कूल की जुमेवारी जूनियर मास्टर मा सौंपी अर ब्वाल कि मि भोळो कुण फल लाणो बजार जाणु छौं .

 अब हम द्वि भाई पांच  किलोमीटर दूर   बजार जिना क बाटो मा हिटणा  छया .

 मीन पूछ, "भैजि यु क्या च? पंच प्रधान स्कुलम बच्चो खुण मुफ्त खाणको बारा मा जादा चिंतित छया अर पढाई क बारा मा  कुछ बि चिंतित नि छया ? '

मास्टर भैजि क जबाब छौ बल "अब समाज बदली गे। जां पर ध्यान दीण चएंद वांकी समाज तै चिंता नि होंदी अर महत्वहीन बातो पर सरा ध्यान रौंद।"

             



     Copyright@ Bhishma Kukreti 20/10/2012     

Bhishma Kukreti

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व्यंग्य साहित्य गढ़वाली में
चबोड़ इ चबोड़ मा, हौंस इ हौंस मा

 

                                         डेढ़ सौ साल बादौ   देहरादून

 

                                        चबोड्या: भीष्म कुकरेती

   

                     डेढ़ सौ साल पैलि देहरादून ड्यारा डूण थौ अब देहरादून च अर डेढ़ सौ साल परांत यु शहर डेहरा डून ह्वे जालो . डेढ़ सौ साल पैलि देहरादून मा गढ़वळि रौंदा था , कुछ अंग्रेज बि छा , कुछ नेपाली बि था . अंग्रेज अर अंग्रेजियत तै मान सम्मान दीणो बान कुछ क्या जादातर  गढ़वळि अफु तै कठमळि बथाण  मिसे गेन . सिंह वर्मा ह्वे गेन अर बामण शरमाण मिसे गेन . चूंकि गढ़वळि या कठमळि बिजिनेस तै हीण काम समजदन त हमन गुप्ता गोयल भटेन। सन सैंतालीस क बाद शरणार्थ्यु तै जगा दीणो बाद गढ़वळि या कठमळि अफ़ु तै हिन्दुस्तानी मनण बिसे गेन अर निखालिस हिन्दुस्तानी बणणो बान हमन गढ़वळि मा बचळयाण छ्वाड़ . अब हम प्योर इन्डियन बणणो बान हिंदी बि छुड़णा छंवां अर डेढ़ सौ साल बाद हरेक गढ़वाली की मदर टंग इंग्लिश ह्वेलि। गढ़वाली भाषाक क कुछ लिख्युं साहित्य आर्कियोलौजिकल सर्वे क ऑफिस मा इ मीलल .
 
       डेढ़ सौ साल बाद इन बुले जालो बल वन्स अपौन अ टाईम गढ़वालीज यूज्ड अ लैंग्वेज काल्ड गढ़वाली।

  डेढ़ सौ साल बाद  देहरादून मा पांच छै टका गढ़वळि होला पण सरकारी रिकौर्ड मा एक बि गढ़वळि नि होलु किलैकि जन गणना मा  क्वी बि गढ़वळि अफु तै गढ़वळि नि बतालु .
 
           डेढ़ सौ साल बाद घंटाघर नि रालो अर उखम एसिया कु सबसे बड़ो माल होलु . आजौ घंटाघर तै माल बणाण माँ उत्तराखंड कु मुख्यमंत्री क जंवै क ख़ास सक्रिय भूमिका रालि . ये मुख्यमंत्री क परिवार अर रिश्तेदार क्वी बि तब उत्तराखंड क्या इंडिया मा नि राला उ सौब स्विटजरलैंड शिफ्ट ह्वे जाला अर सौ , डेढ़ सौ साल बाद बि इंडिया की पुलिस कोर्ट, ये  मुख्यमंत्री क जंवै पर मुकदमा चलाणि रालि . वो अलग बात च कि मुकदमा की शुरुवात सौ साल पैलि होलि .
 
              सरा देहरादून मा रैपिड ट्रांसपोर्ट सिस्टम का बदौलत सैकड़ो  उड़दा पुळ  (फ्लाई ओवर ) होला। शहर उड़दा पुळउं च कि सौ सौ मंजिल ऊँची बिल्डिंगो क च बथाण कठण   ह्वालो . सैकड़ो उड़दा पुळ   बणाण मा सरकारी नेताओं, विरोधी नेताओं अर अधिकार्युं   क जंवैउं ख़ास हाथ रालो अर डेढ़ सौ साल बाद यूँ सब्युं परिवार यूरोप -ऑस्ट्रेलिया का नागरिक ह्वे जाला  अर यूँ पर बि सौ साल तक भ्रष्टाचार कु मुकदमा चलणो रालु .
 
आज देहरादून मा बिजिनेस पर बणियों , पंजाबियों क बोलबाला/ मिलकियत  च पण डेढ़ सौ साल बाद हरेक  छ्वटो-बड़ो बिजिनेस पर अमेरिकी अर यूरोप वाळु  सत प्रतिसत अधिकार रालो अर उत्तराखंड का हरेक क़ानून विदेस्युं तै जादा से जादा फैदा  दीणो  बान बौणल .
 
  उत्तराखंड की राजधानी देहरादून ही राली पण विधान सभा क बैठक बारी बारी से  कबि न्यू यॉर्क, कबि टोकियो , कबी लन्दन -पेरिस, सिडनी जन जगो पर इ होलि . दस साल मा  उत्तराखंड  दिवस पर इ एक दिन उत्तराखंड विधान सभा की बैठक देहरादून मा सगुन का नाम पर होली।

  डेहरा डून म्युनिस्पैलिटी बि विदेस्युं क गुलामी कारलि .
 
        डेढ़ सौ साल बाद इतिहास की किताबो मा पढाये जालो कि कबि ड्यारा डूण/ देहरादून मा बासमती की  खेती हून्दी छे,  आम, अमरूदो  अर लीच्युं बगीचा हूंदा छा। तव  सरा देहरादून कंक्रीट जंगळ बदली जालो .  डेढ़ सौ साल बाद देहरादून मा इक सूत बि जमीन दिखणो नि मीलली .

      हाँ  इन बुले जालो की देहरादून की भौत प्रगति ह्वाई पण फिर बि दिल्ली ,मुंबई का मुकाबला मा देहरादून पिछड्यु शहर रालो किलैकि दिल्ली अर मुम्बई मा  केवल अर केवल ग्वारा विदेशी ह्वाला जब कि देहरादून मा बिजिनेसम्यन छोड़िक जादातर इन्डियन ह्वाला .
 
 

    Copyright@ Bhishma Kukreti 21/10/2012 

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गढ़वाली हास्य व्यंग्य

चबोड़ इ चबोड़ मा

                                   मिलावट गीता कु  रहस्य 

 

                                   चबोड्या : भीष्म कुकरेती

 

   एक दिन एक ब्यापारी कळजुगि साधु 'टुटबग्या' मा ग्याई अर बुलण मिस्याई बल माराज इक्कसवीं सदी याने रिफौर्म जग माँ धन कमाणो ज्ञान द्याओ .

 

    कळजुगि साधु टुटबग्या न आँख कताडिक बवाल," वत्स ! सबसे  पैल तु मिलावट का नया नया तरीका सीख  "
 
ब्यापारी न पूछ ," प्रभु मि दूध माँ पाणि ..."

 

कळजुगि साधु टुटबग्या भ्रम दूर कार ,"  दूध माँ पाणि त हजारो साल से मिलाये जांद, घी माँ उस्ययुं  पिंडळ त  अब पुरणि बात हवे गेन . अब नै तरीका आई गेन "
 
 
 
 ब्यापारी फिर भ्रमित हवे अर वैन पूछ, माराज उदाहरण देकि  बिंगाओ ,"

साधू न विस्तार से बिन्गाई , " आज  केमिकल कु जमानो ऐ गे। अब दूध माँ केमिकल मिलाओ कि लेक्टोमीटर  बि सत्य अर असत्य की पछ्याण करण मा नाकामयाब ह्वे  जाओ। यि केमिकल पाणि से बि सस्ता साबित हुयां छन अर म्यार आधुनिक च्याला ये गुरुमंत्र तै बड़ा पैमाना पर  बार त्यौहारों पर प्रयोग कौरिक अपण बैंक बैलेंस बढ़ाणा छन। मसालों, मिठाई मा कैमिकल मिलाण आज लक्ष्मी भक्तो बडो धंदा ह्वे ग्याई ."
 
ब्यापारी गद गद ह्वेई , " वाह माराज कथगा बढ़िया टुटब्याग सिखाई"

 

 कळजुगि साधु अपण रौ मा बुल्दो गे , " इनी सब्ज्युं मा कैमिकल का इंजेक्सन देकी सब्जी तै ताजा, हरी बणाओ या भारी कारो त अवश्य इ बैंक बैलेंस बढ़ल"
 
ब्यापारी न शंका कार, " त माराज जु उ पुराणा  टुटब्याग छन ऊँ तै छोड़ी दीण ?"

साधु  न समाधान कार, ' नै नै ! धनी बणणो सास्वत नियम च बल जु बि टुटब्याग बैंक बैलेंस बढ़ान्द वै तै कते नि छुड़ण। उल्टा वै टुटब्याग तै परिस्कृत कारो  "
 
ब्यापारी न फिर शंका जताई , " माराज ! यी सरकारी नियम धियम ..?"

 

 कळजुगि साधु टुटबग्या  न समझाई ,"  नियम धियम  कमजोर लोगु तै बौगाणो  साधन हून्दन . तागतवर  लोगु कुण नियम धियम की क्वी अहमियत नि होंदी। तागतवर लोगु तै नियम धियम तै लत्याण  चयेंद ,नियम धियमुं कु तै मजाक-खिल्ली-मखौल   उड़ाण चयेंद ;  नियम धियमुं तै गुज्यर जोग करण चयेंद , नियम धियमुं तै धत्ता बताण चयेंद ; नियम धियमुं तै मुंडळ मा धौरिक अपण बैंक बैलेंस बढ़ाण चयेंद ."
 
ब्यापारी न उत्साहित ह्वेक पूछ," माराज , नियम धियमु तै कन कौरिक धत्ता बताण चयेंद ?"

 

 कळजुगि साधु न रहस्य ख्वाल," पुत्र ! नियम धियमु तै लत्याणो  बान बड़ा  सरल उपाय अर आर लाभकारी उपाय छन . , घूस  देवी क पूजा-अर्चना से सरकारी अधिकार्युं की आदिर खातिर से  नियम धियमु पाप दूर ह्वे जांदन। जू  बि बैंक बैलेंस बढ़ाणों भूकू चूकू घूस देवी क अभ्यर्थना , पूजा  सरकारी अधिकार्युं की आदिर खातिर से करदो वैक न्याड़ ध्वार नियम धियमु क ताप , गरमी नि आंदी .  घूस देवी क पूजा-अर्चना नियम तोड़नो  चाबि  च। मर्मग्य ग्यानी प्रात: या रात घूस देवी क पूजा-अर्चना  पूजा करदन ."
 
 ब्यापारी न पुळेक ब्वाल ,' ये गूढ़ ज्ञान से मि धन्य ह्वे ग्यों।"

  कळजुगि साधु न अग्वाड़ीक  रहस्य बथाई," अबि तलक मीन कर्मज्ञान कु रहस्य बथाई . अब तू मनो ज्ञान, बुद्धि ज्ञान अर अहम् ज्ञान कु रहस्य जाण ले "
 
                       
ब्यापारी न बवाल," जी माराज ! "


 कळजुगि साधु न ब्वाल , " मन, बुद्धि  अर अहम् से इ कर्म उपजदन ."


ब्यापारी न बवाल," जी माराज ! "
 
 
 

 कळजुगि साधु न ब्वाल , " मिलावट कु  ब्यापार मा  मनोयोग कु बडो महत्व हूंद। मिलावट कु ब्यापार मा जितणो वास्ता -मन से दया, करुणा , मानव हित, देश हित , समाज हित की बात सद्यनी खुणि हटाण भौत जरूरी च . दया, करुणा , मानव हित, देश हित , समाज हित जन भावुक बात कमजोर लोगुं , गरीबुं आभूषण छन। त तुम कसम ल्याओ कि मिलावट कु ब्यापार मा जितणो बान मि कबि बि दया, करुणा , मानव हित, देश हित , समाज हित की बात  नि सुचलू ."
 
 

ब्यापारी न कसम खाई ," मिलावट कु ब्यापार मा जितणो बान मि कबि बि दया, करुणा , मानव हित, देश हित , समाज हित की बात नि सुचलू ."

 

कळजुगि साधु न बुद्धि योग कु रहस्य ख्वाल ," अब बुद्धि योग कु रहस्य टक लगैक सूण।"
 
 

ब्यापारी न ब्वाल ," जी !"

 

कळजुगि साधु न विस्तार से बथाई , " जै ब्यापारी क  मन मा दया, करुणा , मानव हित, जन हित, देश हित , समाज हित जन  खत्यां बिकार समाप्त ह्वे जावन त वै  मिलावट का विकल्प इन ढुंढण चएंदन जु सस्ता , सुलभ ह्वावन अर जखमा लाभ की गुंजैस दस गुणा ह्वाओ . आई समज माँ?"
 
 

ब्यापारी न ब्वाल ," जी ! मि हमेशा इ लाभकारी विकल्पों  खोजम  रौलू "

 

कळजुगि साधु न ब्वाल ," अब तू अहम योग कु रहस्य सूण . जब तलक त्वे तै कै अमीर से जलन , इर्ष्या , डाह नि होलि तू असली मिलावटी ब्यापारी नि बौण सकुद त त्वे तै हर रोज दुसरो अमीरी से जलन , इर्ष्या , डाह करण  जरूरी च ."
 
 

ब्यापारी न कसम खाई ," मि हर रोज दुसर अमीरों को धन से जलन , इर्ष्या , डाह करलु। मि रॉबर्ट बड्रा, कोंडा, ए राजा, मारन , नितिन गडकरी जन लोगुंक क झमाझम बढ़दो धन से हर समौ जळणु रौलु , इर्ष्या करणु रौलु    "


 कळजुगि साधु न अग्वाड़ी ब्वाल ," तीन बिलकुल सही रास्ता अपणाइ  . अब तू अहम योग कु मूल सूत्र की जानकारी ले "


 ब्यापारी न ब्वाल ," जी !"

 

 कळजुगि साधु न रहस्य बताई ," लोभ , कामना क बगैर तू जळत मार नि ह्वे सकदी . इलै तयार हर अंग का परमाणु  मा लोभ हूँण आवश्यक च। जब तलक तु लोभ नि करलि तू जौळि नि सकिद . जब तू हैंकाक अमीरी से जळण गीजि जेलि तु दीन  धरम , दया , करुणा , मानव हित सब कुछ त्यागि देली अर तू भारत कु सबसे बडो मिलावटी ब्यापारी बौणि जैली ."

  . ब्यापारी न कसम खाई , " मि सदा ही लोभ कु गुलाम रौलू .आर म्यार एकी ध्येय रालो की मिलावट को सबसे बडो ब्यापारी बणण ."

 साधू न आशीर्वचन दे , " तातास्थू !" 

 

 

 Copyright@ Bhishma Kukreti 23/10/2012

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गढ़वाली हास्य व्यंग्य

चबोड़ इ चबोड़ मा


                                    अधिकार हमारो -  कर्तव्य तुमारो अर अळग मा  डेंगू 


                                              चबोड्या : भीष्म कुकरेती


                            जैदिन  भग्यान यश चोपड़ा  डेंगू बुखार से भग्यान ह्वेन वैदिन बिटें  मीडिया मा बम्ब्याट , ऐड़ाट, भुभ्याट  होणि च  बल म्युनिस्पैलिटी  वळा कुछ नि करणा छन। मीडिया  अर  हमारी एकी आदत  ह्वे ग्यायी  बल सरकार कुछ नि करणी च। सरकार एकी काम कौर सकदी कि वा सार्वजनिक स्थानों मा मच्छर पैदा नि हूण द्याओ पण  उखम त हमन  इथगा कचरा डाळयूँ च कि सरकार त छ्वाड़ो भगवान बि कचरा गंदगी नि फेड सकदु . जगा जगा हमन  इथगा कचरा चुलायुं च बल भगवान बी थकी गे अर वैन बि गन्धौ मारन मुख पर इ ना आंख्युं पर बुज्या लगे द्याई त  म्युनिस्पैलिटी कर्मचार्युं क्या बिसात कि वो ठीक ढंग से कचरा उठावन ! जब हमन सरा सार्वजनिक जगों तै कचराखाना  बणै आल त सरकार क्या कौरी सकदी ?


                       डेंगू मच्छर जखम बि साफ़ पाणि ह्वाओ उखम  पैदा हूंद जन कि -
•गैलन पाणि मा
•बल्टी पाणि मा
•टूट्या मुट्या पाणि भांडो मा
•गमलो पाणि मा
•एयर कूलरो पाणि मा

 डेंगू मच्छर इन जगों मा बि पैदा हूंद जन कि भैर पड्यां  -
•बोतलूं पाणि मा
•कचरौ पाणि मा 
•पेंट का डब्बों पाणि मा
•टायर पुटुक का पाणि मा
•खिलौना आदि क  पुटुक का पाणि मा
•पाणि फव्वारों मा जख पाणि क चक्र बंद ह्वाओ आदि आदि
•पाणि टूट्या मीटरो मा

   अब एक बात बताओ क्या जू हम अपण ड़्यारम गैलन  , कूलर आदिम इनी पाणि जादा दिन तक छोड़िक  रखला त हम डेंगू मच्छरों तै नि भट्यान्दा कि हे डेंगू जनानी  मच्छर आ इख  म्यार ड्यार  आवा . हम तुम जनानी डेंगू मच्छरों स्वागतार्थी छंवां;  इखम त्वे लैक अंडा दीणो हमन भौत इ बढ़िया इंतजाम कर्युं च कि तुम इख भीतर सुख अर शान्ति से अंडा बि द्याओ अर तुम जनानी मच्छरों तै जब बि प्रोटीन की आवश्कता ह्वाओ सुबेर स्याम हम तै काटो अर हमारो ल्वे चूसो . चूंकि तुम मच्छर मनिखो तरां अहसानफरोस त नि छ्न्वां त हमर ल्वे का बदल मा हम तै डेंगू क वाइरस दे जा


            जब हम भैर  बोतल, कचरा , पेंट का डब्बा, टायर ,टूट्या  खिलौना आदि मा भर्यु पाणि क प्रदर्शनी खुलेआम करला त हम बगैर ढोल बजैक डेंगू जनानी मच्छरों तै आवाज नि दीन्दा कि आवा हमर न्याड़ ध्वार ऐक अंडा दे जावा अर सुबेर स्याम हम तै काटिक प्रोटीन की भरपाई हमर खून पेकि कौरो . अतिथि देवी भव की शैली मा  हमी जनानी डेंगू मछर्याणि क सेवा खुद करदा अर जब देवी रूपेण डेंगू मछर्याणि हम तै काटिक प्रसाद  स्वरूप डेंगू वाइरस दे जांदी अर डेंगू वाइरस की महान कृपा से हम पर डेंगू बुखार कु दिवता ऐ जान्दो त हम सरकार अर म्युनिस्पैलिटी पर भगार /लांछन लगौंदा बल सरकार अर म्युनिस्पैलिटी कुछ नि करणी च .

   वाह ! डेंगू लाणों बान लाव लस्कर हम जमा करदा अर फिर भगार म्युनिस्पैलिटी पर लगौला त हम क्या न्याय की बात नि करदा ना ?

  नागरिकों ड्यारम साफ़ सफै रखणो  जुमेवारी बि म्युनिस्पैलिटी की होली त ह्वे ग्याई हिन्दुस्तान कु बरख्बान !

                अच्काल डेंगू से बड़ी बीमारी हिन्दुस्तान माँ हौरि बि छन जन कि अपण कर्तव्य अर उत्तरदायित्व नि समजण पण अपण अधिकारों बात  ऐडे ऐडेक  करण . अपण कर्तव्य या उत्तरदायित्व त कतई नि निभाण अर यां से जब नुकसान ह्वाओ त भगार सरकार अर सरकारी महकमो पर लगाई द्याओ .

  प्रजातंत्र मा समाज को बि कर्तव्य हूंद , समाज कि बि भागीदारी हूंद .

डेंगू जू इथगा जोरूं से सौरणु च त यो समाज कि अपणी कमजोरी से फ़ैलणु च अर हम अपणी कमजोरी लुकाणों बान लांछन सरकार पर लगाणा छंवां .

यांकी गारेंटी लेखिक दीणु छौं कि  जब तलक अधिकार हमारो अर  कर्तव्य तुमारो क बाटो पर  हम चलणा रौला डेंगू भारत माँ रालु  ।


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गढ़वाली हास्य व्यंग्य

चबोड़ इ चबोड़ मा

                           भूक लगीं च त मुंडळ मा जैक भूक !


                                      चबोड्या : भीष्म कुकरेती



    यूरोप की एक प्रसिद्ध कथा च बल लोग रोम कु राजाम गेन बल खाणौ रुटि नि छन त राजा न पूछ बल केक किलै नि खान्दा ?

  अच्काल यु त हम रोजी दिखणा छंवां . हम समजणा इ नि छंवां कि हमारी प्राथमिकता क्या च ?

  बाबा ! मीम अंक गणित की किताब नी च . ब्यटा कैलकुलेटर से काम चलै लेदी .

 इ राम दा ! ईं अडगें मा अस्पताल नि छन . त क्या  ह्वाई  जु अस्पताल नि छन . मान्त्रिक -तांत्रिक त छें छन कि ना ?

  ये जी ! यु नौनु भूकन रूणु च, दूधि पिलै द्यूं ? झंग्वर  तेरी ब्वे कूटलि ? तैक हथ  पर खिल्वणि पकडै दे .

  ऐंसू झंग्वर नि ह्वे त क्या करे जालु ? देस तै रिटेल मा विदेसी निवेश की भारी जरुरत च . विदेसी निवेश हूंद त सट्टी आयात ह्वे सकदा छा .

  रौबर्ट बड्रा पर भारी दोषारोपण हूणु च , क्या करे जाऊ? गडकरी क फान्देबाजी क जांच जादा जरूरी च .

   स्कूलम मास्टर नि छन . इले त हम वकालत करणा  छंवां  बल प्रमोसन मा  आरक्षण जरूरी च।

 मुस्लिम बच्चो मा विज्ञान की शिक्षा मा चाहत कम च, कुछ इंतजाम हूण चएंद।जब तलक  हमारी मांग बल  उर्दू तै हरेक प्रदेश मा दूसरी भाषा घोषित करे जाओ पर बात नि होली  हमन हौर बात नि करण .

   मैदानों मा फैक्ट्र्यु से गंगा प्रदुषण बढ़णु च। उत्तराखंड मा डाम निर्माण बंद करा .

भारत माँ बिजली संकट बढ़ण वाळ च . पैल  कोयला आबंटन बंद करा। पैल न्यूक्लियर प्लांट बंद करा फिर बिजली संकट की बात होली।

दलित बच्चो की प्राथमिक शिक्षा स्तर भौति खराब च। पैल दसवीं -बारवीं कक्षा क सिलेबस मांगन बाबा साहेब अम्बेडकर का कार्टून हटाओ .

 दूध, मिठाई मा मिलावट भौत हूणु च . देस तै चौकलेट उत्पादन मा अगल्यार लीण चएंद जां से देस आयात खर्च मा कमी आओ।

  हरियाणा मा दलितों पर बलात्कार जादा हूँणा छन . बाल विवाह तै संवैधानिक दर्जा दिए जाओ।

राज ठाकरे बुलणु च बल उत्तर प्रदेश अर  बिहार मा विकास नि हूण से पलायन जोरो पर। राज ठाकरे पर बिहार मा मुकदमा चलण चएंद।

उत्तराखंड माँ उत्तराखंड वासिंदों तै नौकरी मा प्राथमिकता मिलण चएंद . राज ठाकरे अर उद्धव ठाकरे की  'सन ऑफ़ स्वाइल' की बात करण से संविधान की तौहीन होंद .

उत्तराखंड मा विकास कनकै होलू? नै पैल पर्यावरण बचाणो बान क्या हूण  चयेंद कु उत्तर जरुरी च .

 उत्तराखंड मा पर्यावरण कनकै बचलु ? नै पैलि जरुरात विकास की च।

जु देस , जु समाज अपणि प्राथमिका क निस्तार नि कौर सकुद वु स्वतंत्र ह्वेक बि  गुलाम इ च।


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गढ़वाली हास्य व्यंग्य

चबोड़ इ चबोड़ मा

                                  फोन नि आई ?

 

                               चबोड्या : भीष्म कुकरेती

                      आज क्या ब्याळि बिटेन वो अपण ख़ास फ़ोनों समणि बिटेन नि हटेन . बस झाड़ा अर पिसाब  छोड़िक वो इखमी चिपक्याँ रैन . उंकी कज्याणि जाणदि च कि जब बि मंत्रीमंडल फेरबदल की छ्वीं लगदन अर मंत्रीमंडल शपथ लीणों दिन घोषित हूंद वो सौब कुछ छोड़िक फ़ोनों समणी चिपक्याँ रौंदन। आज त वूं तै पक्को भरवस च बल फोन जरूर आलो . नितर्स्युं  कैबिनेट रिशफल च अर अबि बि फोन नि आई .

  पिछ्ला द्वि सालो से वूंन जू बि हाई कमांड मा जैकि बि चलदी छे वैकि चमचागिरी मा क्वी बि कमि नि छ्वाड़ . नेता जीन काम का क्वी बि ह्वावन वै पर बाल्ट्युन नौणी /मक्खन  लगाई . वूनं चमचागिरी क सरा हद्द तोड़ीन अर अबि तलक क्वी फोन नि आई। हाई कमांड मा जु बि ख़ास ख़ास आका छ्या वूंखुण  फोन कार त सब्यूं बुलण छौ बल वो इ धुकधकी मा छन बल वूंको क्या ह्वाल त वो क्या बतावन कि नेता जीक क्या ह्वालो .
 
            अपणा ख़ास ख़ास पत्रकारों से बि पूछ कि ," क्या मेरी बात बि होणि च? " त पत्रकारों न जबाब दे बल हाई कमांड क्या करण चाणो च की क्वी खबर भैर नि आणि च। हाँ खास पत्रकारों न एक काम जरूर कार की टी।वी माध्यम माँ बात जरूर  उडै  दे बल नेता जी  मंत्री बणणा छन . उन पांच मंत्री हौर बढ़ाये जाला पण दर्शको तै टीवी माध्यम से लगणो छौ कि पचास ऍम पी मंत्री केन्द्रीय मंत्री  बणणा छन . हरेक ऐम पी का दगडया पत्रकारों न खबर दे द्याई बल अलण या फलण ऐम पी मंत्री बणणु च। त नेता जी टीवी समाचारों बान नि दिखणा छया बल्कण मा यांकुण दिखणा छया बल कै ऐम पी कु कु कु पत्रकार ख़ास छन ।

       नेता जी जाणदा छन बल सबि  संभावित ऐम पी अपण अपण टेलीफोन का ध्वार इ बैठ्या होला .आज स्याम तक केकुण फोन नि आई त समजी ल्याओ कि पत्ता साफ़ .

       नेता जीक कज्याणि कबि चा लांणि छे त कबि लिम्बू पाणि . हौर दिन इन उकरांत हूंदी त नेता जीन सुबर इ लिम्बू पाणि मा जिन या व्हिस्की मिलाण छौ पण आज वो इन नि कौर सकदन किलैकि कखी फोन आई अर हाई कमांड क ड्यार सिवा लगाणो जाण पोड़ी गे त सुबेर इ  दारु गंध ..? ये मेरी ब्वे ..!

   नेत्याणि नेता जीक पसंदीदा पक्वड़ बणैक  लायी पण नेता जीन एक टुकड़ी चाख पण आज स्वादि नि आई . बात बि  सै च जब मंत्री पद कु फोनऔ जग्वाळ  ह्वाओ त अमृत बि चाखो त अमृत बि बेसवादी लगदो .

     नेत्याणि न देखि कि नेता जीक मूड ठीक नी च त वींन वीसीडी मा नेता जीक पसंदीदा गाणा चालु करि दे ..

अहा अहा आ जा , आ जा

आजा आजा मेरी जान मेरी जान

इतना ना तडफा कि निकल जाए मेरी जान

अब तो आ जा

अहा अहा आ जा , आ जा

 नेता जीक टक्क त फोन कि घंटी पर लगीं छे . आज त फोन की घंटी मा इ दिव्य गीत छौ , फोन की घंटी मा  इ स्वार्गिक संगीत छौ

 नेत्याणि न नेताजीक मुंड मलासणो स्वाच अर वा नेता जीक नजीक ग्यायी पण नेताजी न वीं तै फण्ड जाणो सैन कार अर नेत्याणि भैर चलि गे।

 फिर कुछ इ देर  बाद नेत्याणि कमरा मा आई . अबै दै वींक हथ पर परोंठा अर  मर्चौ अचार की प्लेट छे .

नेता जी क जिव्हा जीब पर त मंत्री बणणो ख्वाबो परत छे चढ़ी त परोंठा अर मर्चौ अचार से क्या संतुष्टि होंदी . नेत्याणि अपण सि मुख लेकी परोंठा अर मर्चौ अचार की प्लेट भैर ली ग्यायी .

 नेता जीन फिर से अपण मोबाइल से जगा जगा फोन कार पण कखि बिटेन बि  क्वी सूद भेद नि मील कि नेता जीकुणि फोन आलु कि ना .

 उना नेत्याणि क पुटुकुंद बि प्रतीक्षा क वजै से  च्याळ  पोड़णा छया. वीं से नि रयाई अर फिर वा नेता जीक कुठ्ड़ी याने कमरा मा आई .

       नेत्याणि न पूछि दे ," अबि तलक नि आई ?"

       नेता जीन रुसैक जबाब दे , ' ये अपणी बुबा की सैणि ! फोन आंदो त मि इखम बैठ्यु रौंद ?"

        ' अपण बुबाक सैणि हवेलि त  तुमारी इ बैणी . मि  त किनमजा .." नेत्याणि तै बि उकरांतऐ अर इथगा जग्वाळ करदी करदी गुस्सा छौ चढ्यु . आखिर नेता जी मंत्री बौणल त वींक बि पदोन्नति ह्वेली  वा नेत्याणि से मंत्र्याणि बौणि  जाली।

 इथगा मा खास फोन की घंटी बज

नेता जीन फोन उठाई . फोन कु स्पीकर ऑन छौ त  नेत्याणि न बि फोन की आवाज सूणि .

" हेलो नेता जी ! मि हाई कमांड कु पी  ए बुलणु छौं . हाई कमांड आपकी पार्टी मा काम करणै  लगन  अर हाइ कमांड कि स्वामी भक्ति से खुस च। आपकी कर्मठता, अर हाई कमांड भक्ति क हिसाब से आप तै पार्टी प्रवक्ता बणाये गे अर वो बि ख़ास प्रवक्ता जब बि हाई कमांड कु जंवै  पर लैंड डील , भ्रष्टाचार का की भगार /अभियोग लगन आप तै बचाव क बान प्रेस कॉन्फ्रेंस करण अर जं वै तै बचाण  . बधाई हो !"

 नेता जीक बगल की कोठी माँ सी डी पर  गाणा लग्यु  छौ ," जब दिल ही टूट गया तब हम जीकर क्या करें .."


 Copyright@ Bhishma Kukreti 28/10/2012 

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गढ़वाली हास्य व्यंग्य

चबोड़ इ चबोड़ मा

 

                                         जंवै, जेठू , जीजा कु जंजाळ 
 
 

                                              चबोड्या : भीष्म कुकरेती

 

                  अजकाल जब बिटेन सोनिया गांधी जंवै रौबर्ट बड्रा कु जमीनो घोटालौ/ जटना  छ्वीं भैर ऐन जंवै, जेठू , जीजा कु जंजाळ  पर मीडिया मा  खूब जवानी खर्च  हूणु च। बड्रा क बचाव मा भारत सरकार का मंत्री जंगम गुल्म (पैदल सिपायिओं सेना) बौणिक जंगळी जन लड़ण लग्याँ छन . कौंग्रेस का बड़ा बड़ा औहदादार , प्रदेश का जंगी लाट (प्रधान सेनापति )  जंग्रैती (मेहनती)  बौणिक  बचावी जंग मा शामिल छन।जंवै, जेठू , जीजा/स्याळु को  जंजाळ हून्दी इन च बल जगदादी (ब्रह्मा ) , जगन्मय (विष्णु जगदबेल (शिव), जगन्मयी , जगन्मोहनी बि कुछ नि कौर सकदन।
 
                                जेठू बवालों स्याळु ब्वालो की खुलेआम छ्वीं महाभारातौ टैम पर धृतराष्ट्र क राज मा खूब लगी होला . मीडिया तब इन नि छौ पण छुंयाळु से इ छ्वीं सरा समाज मा सौर्दी छे त जरूर धृतराष्ट्र  कु जेठू शकुनी की जबरई (अन्याययुक्त ) छ्वीं सरा जम्बूद्वीप लगदी रै होलि अर जरूर धृतराष्ट्र या दुर्योधन का  जंगी जोधा अर महामंत्री   जेठू शकुनी क बचाव मा इनि ऐ होला जन जंवै रौबर्ट बड्रा कु बचाव माँ भारत का न्याय मंत्री सलमान  खुर्शीद , कोर्पोरेट मंत्री मोअली ऐन .धृतराष्ट्र का कथगा इ चमचो न त बोलि बि होलु  बल जेठू शकुनी कि छ्वीं महात्मा विदुर छुंयाळु मा भैर फैलाणा छन।   

                          धृत राष्ट्र-गांधारी  खाली जेठू क जफाइ  (अन्यायी ) कारनामो से इ परेशान नि रै होला बल्कण मा जंवै जयद्रथ से बि परेशान रै होला। जयद्रथ न जब द्रोपदी पर बलात्कार अधिकार करण चाई त वैन गन्धर्वो मार खूब खाई अर पैथर जीजा क बान दुर्योधनन  बी खूब मार  खाई बल्कण मा  गन्धर्वोन दुर्योधन तै भितर बि ग्वाड़ अर फिर पांडवो न जीजा जयद्रथ अर दुर्योधन तै छुड़ाइ। जा पर दुर्योधन आत्महत्या करणों तैयार ह्वे गे छौ . जीजा , जेठू अर जँवाई मार बि खलै सकदन   अर तुम तै आत्महत्या करणों मजबूर बि करी सकदन .

                जंवै जयद्रथ न धृत राष्ट्र-गांधारी तै भौत दै क्या मोरदा मोरदा शर्मशार कार। मर्यु अभिमन्यु तै लत्याणे जरुरत क्या छे ? पण जंवै जयद्रथन मर्यु अभिमन्यु तै लत्याई अर फिर अपण क्या अपण बुबा की मौत बि भट्याइ। जंवै कामक नि ह्वाओ त सैकड़ो साल से सालै कमाईं इज्जत आबरू  पर बि आंच ऐ जांद .

                              मान सिंग बि त अकबरौ जेठू या स्याळु छौ अर मेवाड़ /राजस्थान का देशभक्त लोगु तै अकबरो गुलाम  बणाण मा जेठू न क्वी कमी कार क्या ? मान सिंग अपण जंवै/जीजा कुण सयाणा छौ पण अपण कौमौ कुण कमीना छौ .
 
                   

                      गढ़वालो इतिहास मा  कटोच अर कठैतु  की कटोच गर्दी अर कठैत गर्दी कुप्रसिद्ध च।  कटोच अर कठैत गढवाली राजों जेठू / स्याळ छया . इतिहास माँ भलो या बुरो बदलाव एक दिन मा नि आँद बल्कण मा बदलावों पौद सैकड़ो साल पैलि बुए जांद . गढवाल माँ गुर्ख्याणी क बीज त कटोच गर्दी अर कठैत गर्दी ब्वे गे छया . जेठू/स्याळु क कुकर्मी बीजु कारण गढवाली राजा तै सैकड़ो साल पैथर राज पाठ से हाथ धूण पोड़ अर कंगाली का दिन बि दिखण पोड़ीन .
 
                           लालू प्रसाद यादव तै बि जेठू / स्याळ क कारनमा या कुकर्मो बारा मा खूब अनुभव च कि जेठू / स्याळ क्या क्या कौरी सकदन।

                         इटली कु कोत्रेचे बि त रिस्तौ हिसाब से राजीव गांधिक जेठू या स्याळु छौ अर अबि बि कोत्रेचे राजीव गांधी क आत्मा तै चैन से नि रौण दींदु   
 
                            अर अचकाल नेहरु -गांधी खानदान मा रॉबर्ट बड्रा याने जंवै की छ्वीं जोरो पर छन . ठीक च कौंग्रेसी सरकार आज त रौबर्ट बड्रा  जंवै तै क्लीन चिट दे द्याली पण बेरहम इतिहास कु कोंग्रेसी क्या कारल ? बेरहम इतिहास आज बि इतिहास प्रसिद्ध  जंवै, जेठू , जीजाओ कुकर्मो तै खोजि खोजिक लोगु तै दिखान्दो . आज ना सै भोऴ त  रौबर्ट बड्रा जंवै की छ्वीं इनी करे जालि जन हम जेठू शकुनी , जंवै जयद्रथ , जेठू कटोच अर कठैतु  की छ्वीं करणा छंवां .

               चूंकि जेठू , जंवै  , जीजा मा असलियत माँ क्वी अपणी शक्ति , अपणी सक्यात , अपणों क्वी गरूर , अपणो क्वी अचीवमेंट , अपणो विशेष इतिहास, अपणी ख़ास औकात त होंदी नी च त जब इ जेठू , जंवै , जीजा कै शक्ति पीठ का रिश्तेदार बणदन त एक समानांतर शक्ति पीठ बणाणो  इच्छा यूँ तै शकुनी, जयद्रथ , कटोच, कठैत जन कुकर्मो करणो  मजबूर करी दींद . असल माँ यी जेठू , जंवै , जीजा हीन भावना का शिकार हून्दन अर फिर यी शक्ति /सक्यात जमाणो बान अन्यायी रस्ता अख्तियार करण बिसे जान्दन अर बिसरी जान्दन कि युंका कुकर्मो से असली शक्तिपीठ तै नुक्सान होलू . 

   

  Copyright@ Bhishma Kukreti 29/10/2012                           

Bhishma Kukreti

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गढ़वाली हास्य व्यंग्य

चबोड़ इ चबोड़ मा 

                                       नै तरां की छुआछूत 


                                    चबोड्या : भीष्म कुकरेती       

                                   

     ह्यां या  कुत्ति  छ त विदेशी जातिक पण मै लगद कि क्रॉस ब्रीडिंग मा कुछ ना कुछ गडबड जरूर ह्वाई .

               अब द्याखो ना हम ह्वाई बड़ा आदिम अर या नर्भागण समजदि नी च की कै कुत्ति दगड़ दोस्ति करण अर कैको दगड़ दगुड नि करण या कें कुत्ता देखिक पूच हलाण।


             उन त हम बड़ी सावधानी बर्तदा बल कखि या गळि क कम जाति कुकरू जिनां द्याख  बि ना पण या अभागण  समजदि नी च कि मुहल्ला मा हमारो बड़ो नाम च अर या हमारि पूसी च कि गळि क कम जाति कुकरू जिनां दिखणि रौंद अर यीं पूसिक कम जात्युं कुकुर या कुत्तियूं   जिना दिखणो आदत से मुहल्ला मा हमारि बड़ी बेज्जती ह्वे जांद . एक द्वि क्या दसो लोग पीठ पैथर बोल्दा इ छन कि जौंकी कुत्ति गळि क कम जाति कुकरू जिनां द्याखली वो क्यांक बड़ा आदिम? बड़ा आदिम त वो ह्वाई जौंक कुकुर -बिरळ बि बड़ी जातिक कुकुर बिरळो जीना द्याखन अर कम जातिक कुकुर बिरळो जिना द्याखो बि ना . हमन कथगा इ डाक्टरों अर डॉग ट्रेनरो मा यी असुण्या तै दिखाई .  पर नामी गिरामी डाक्टरों दवा  अर नामी गिरामी डॉग साइक्लौजिस्टो ट्रीटमेंट से यिं फर फरक इ नि पोडनो च। इख तलक कि मेरि घर्वळिन कथगा दै पूसि मा झाड़ ताड़ बि कराइ, आयुर्वैदिक वैद , होम्योपैथी डाक्टरों मा दिखाई  पण गौ बुरि चीज कि या सुधरि ह्वाऊ . अब त कलबू या पार्ट्यु मा लोग हम तै खुलेआम सुणै इ दीन्दन कि मैंगी कार लीण से क्वी बड़ो आदिम नि होंद .चार क्लबो सदस्य बणण से क्वी बड़ो नि ह्वे जांदो। जब तलक कि कुत्ता अर बिरळो कु स्टेटस नि बढ़दो तब तलक कैको बि स्टेटस नि बढ़ सकुद . अर हमारि पूसी कुत्ति च कि इथगा कोर कोशिस करणों परांत बिकम जातिक कुकुर बिरळो जिना दिखण नि छोड़नि च .


       अर काण्ड इ लगी छन कि जब हम यिं तै अपण रूतबा  बरोबर वाळु कुत्तो या कुत्तियूं से मिलवांदा त या खबेशण ऊं बड़ी जातिक कुत्तो या कुत्तियूं तै सुंगण त राई दूर या कमबख्तण ऊंको जिना एक आंख्युद न इ सै दिखदि बि नी च . अर यां सेअपणो बडो लोगुंक समाज मा हमारि बड़ी बेज्जती हूणि रौंद कि हमारि कुत्ति हीन भावना से ग्रसित च याने कि हमारि कुत्ति इन्फीरियरटी कौम्प्लेक्ष कु शिकार च। अब कै कै मा जैक बुलण कि यीं कुत्ति क़ मा फ्रांससी कुत्ति च अर बुबा अंग्रेज कुत्ता च। चीन की  सबसे  प्रसिद्ध अर बड़ी डॉग ब्रीडिंग कम्पनी से डाइरेक्ट इम्पोर्ट कार . हमर बडो लोगुं समाज मा सबि यीं इ कंपनी से कुत्ता कुत्ति इम्पोर्ट करदन  अर मै छोडिक सबी यिं चाइनीज कम्पनी से संतुस्ट छन .


     अब जब हम बड़ा आदिम छंवां त हमन स्वाच बल यींको ब्यौ  हमारो स्टेटसो बरोबर कै बड़ो अदिमौ कुत्ता से  कराये जाओ . त जनि या पैलि दै बत्यायी (हम बड़ो आदिमो समाज मा  बत्याणो तै डॉग इज अंडर हीट बुल्दन ) त हम कबि टू जी स्पेक्ट्रम का बड़ा ठेकेदार बी .राजा क कुत्ता क समणि लीग्वां  पण कुनगस ह्वाई बल या बी राजा क कुत्ता तै देखिक झम से भीम पोड़ी गे अर बी राजाक कुत्ता यींक इना उना रिंगणु  बि राई पण या हमारि जन्मजाति  दुश्मनण ऊनि भीमि पोड़ी राई।पैथर बी राजाक कुत्ता हारि थकिक,निरस्येक फण्ड चलि गे अर मि अर मेरि वाइफ अपण सि मुक लेकि ड़्यार ऐ गेवां .


   दुसर दै जब हमारि प्रिय कुत्ति पूसी बत्यायी त हम वींको ब्यौ करणो  कॉमन वेल्थौ ठेकेदार कलमाड़ी  क कुत्ता मा लीगौं . बड़ी इज्जत की बात छे कि  हमारि  कुत्ति क ब्यौ इथगा बड़ो नामी अन्तराष्ट्रीय प्रसिद्ध ठेकेदारों  कुत्ता दगड़ होणु  च . हमारी कुत्ति क ब्यौ  कॉमन वेल्थौ ठेकेदार कलमाड़ी क कुत्ता दगड़ ह्वे जांदो त हमारो कुल को नाम बि प्रसिद्ध लोगु श्रेणि मा ऐ जांदो पण इ कुलक्छ्नी न इखम बि धोका दे द्याई .  कॉमन वेल्थौ ठेकेदार कलमाड़ी क कुत्ता देखिक इ या कुलंगारण उख बिटेन भाजि गे अर कलमाड़ी जीक समणि हम तै कथगा शरम आई यी हमि जाणदा .


   फिर हम यी अपण दुस्मन्याणि क ब्यौ करणों  कै   कै ठेकेदारों कुत्तो पास नि लीगों हम यिं तै ब्यवाणों बान आई पी यलो ठेकेदार मोदी , कोयला खदानों आठ दस ठेकेदारों क कुत्तौं पास लीग्वां पण सब जगा या जोगण या त कुत्ता देखिक भ्युं बैठि जावो या कुत्ता देखिक भाजि जाओ . समाज मा बड़ी बेज्जती ह्वे .


  हमन डाक्टरों मा , वैदों  मा  दिखाई त सब्युं बुलण छौ कि  या कुत्ति सामान्य च अर ब्यौ करण लैक च।

  हमन त आस इ छोड़ी दे छे अर ईंक बत्याण पर ध्यान बि नि दींदा छा . अब जब अपणु भाग मा यींको ब्यौ नि होलु त हम बि क्या कौरी सकदा छा .


     अर इनि हमन ध्यान नि दे कि या बतीं  च यानी हीट मा च . अर कुज्याण कनकै या निर्भागण , करमजली फुच धौं अर या गळि जिना भाजि गे . जब तलक हम तै पता चल्दो अर हम ईं तै लांदा तैबरी तलक भौत देर ह्वे गे छे यी कुलच्छनीन  एक लंडेर कुत्ता दगड़  ब्यौ करी दे . अब या एक मैनाक गैबण  च अर हमारो नाम यीनं डूबे याल . सरा समाज माँ थू थू होणि च कि हमारी कुत्ती न कै लंडेर कुत्ता दगड़ ब्यौ करी दे . अचकाल हमारो समाज मा कैकि बेटी ड्राइवरों दगड़ भाजि जा या नौनु कै बिन बाप की बेटी तै बिवैक लै आओ त क्वी बेज्जती नि मने जांद  पण जब कैको कुत्ता या बिरळ  कमजाति दगड़ ब्यौ कारो त हमारो समाज मा या बात मरण बरोबर माने जांद .


    अब हमारो परिवार शरम, लोक  लज्जा का मारा कैका ड्यार नि जांदा ना ही अच्काल हम क्लब जांदा . ना ही हमारा रिश्तेदार हमारा घौर आन्दन ना ही हमारा यार दोस्त  हमारी खोज खबर करदन . सब्यु न हमारो हुक्का पाणि बंद करी आल . अब ईं कुत्ति तै बेचीं बि नि सकदा ईं से प्रेम बि त  च . बस हम समौ का इन्तजार मा छंवां कि कै हैंकाक कुत्ता बिरळ इनि गळीक कुत्ता बिरळ   से ब्यौ कारन अर तब हम ऊंको थोक /समाज मा शामिल ह्वे जौंवां ! यिं अभागणो कारण हम पर दाग लगण छौ स्यु लगि गे अर अब जिन्दगी भर ये दागन नि मिटण .



Copyright@ Bhishma Kukreti 30/10/2012

Bhishma Kukreti

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चबोड़ इ चबोड़ मा 



                              मंत्रिमंडल मा परिवर्तन       



                                   चबोड्या : भीष्म कुकरेती



धृतराष्ट्र - संजय ! जरा दिखदि बल जम्बूद्वीप मा म्यार राजपाठ मा क्या  स्तिथि च ? लोग मेरी राजशैली बारा मा क्या क्या बुलणा छन ? मन्त्र्युं बारा माँ लोगु मन मा क्या छवि च ?

संजय - महाराज !  दिख्युं आँख क्या दिखण अर तप्युं घाम क्या तपण ?

धृतराष्ट्र- त्यार मतबल च जु हाल एक साल पैल छौ वो ही हाल होला ?

संजय - हाँ कुरुवंशधिराज ! म्यार ख्याल से त ऊनि स्तिथि इ ह्वेली जु एक साल पैलि छे .

धृतराष्ट्र- में लगणु च जन मानस  का मन मा कुछ ना कुछ बदलाव जरूर ह्वे ह्वाला।ज़रा अपण दिव्य दृष्टि से देख त सै !

संजय- ठीक च महाराज ! मि आपक बुल्युं मानिक जम्बूद्वीप की स्थिति दिखुद छौं .पण माराज में तै वरदान च कि मि झूटी अर चापलूसी भर्युं  ब्यौरा द्योलू त मेरी दिव्यदृष्टि समाप्त ह्वे जाली  अर शीरस्थ पदाधिकारी वी सुणण चांदन जो वूं तै पसंद च वो हि दिखण चांदन जो वूं तै भलो लगद

धृतराष्ट्र- नै नै ! हम उच्च पदासीन सम्राट अन्वेषी (जासूस) रखदा इ इलै छंवा बल जु यथास्थिति बतावन . तू मै अपणी दिव्द्रिष्टि से भारत राष्ट्र राष्ट्र का जनमानस म्यार राज पाठ का बारा मा क्या सुचणा छन की सही जानकारी दे .

संजय- ठीक च चक्रवर्ती सम्राट ! ये मेरी ब्वे !

 धृतराष्ट्र- क्या ह्वाई ?

संजय- माराज ! जनमानस का मन मा आपकी छवि मा हौर बि गिरावट आईं च। लोग पोरु साल से जादा थू थू करणा छन .आपकी छवि माँ निरंतर गिरावट आणि च अर निस्संदेह या छवि गिरावट रुकण वाळ नी च . 

धृतराष्ट्र- संजय इन क्या बिजोग पोड़ कि मेरी छवि  माँ दिनोदिन गिरावट आणि च।

संजय- माराज ! ढोल, दमौ याने की सूचना माध्यमो मा  आपका  ख़ासम ख़ास मंत्री अलापट्टू  राजा क कुकर्मी  करतूतों से आपकी ज्वा छवि खराब ह्वे छे वा छवि अबि बि जनमानस का मन मा बसीं च .

 धृतराष्ट्र- पण हमन त  कुकर्मी अल्लापट्टू  राजा तै मंत्री पद से हटाई त  दे छौ फिर बि  ? 

संजय- हाँ माराज !  आपन अल्लापट्टू  राजा तै मंत्री पद से हटाये जरूर च पण लोगु दिमाग मा वांकी  रैणी अब तलक पड़ी च अर जगा जगा सैकड़ो क्षेत्रीय लोक कथा बणना छन अर यी लोक कथा प्रसिद्ध बि हूँणा छन .

 धृतराष्ट्र- संजय अर यांको अलावा ?

संजय- माराज ! असह्य मंहगाई की मार से त आम मनिख इ ना मध्यम  धनिक वर्ग बि रोज ह्यळि गडणु च कि हे भगवान या त मंहगाई हटा या धृतराष्ट्र की जगा पांडू तै सम्राट बणा !

 धृतराष्ट्र- क्या इथगा सालो मा लोग अबि बि पांडू तै नि बिसरेन ?

संजय - माराज आपका मन्त्र्यु कुकर्मी करतूत अर मंहगाई भूतपूर्व चक्रवर्ती सम्राट पांडू तै नि बिसरण दीन्दन

धृतराष्ट्र- पण मन्त्र्यु न कार क्या च जु जनमानस  इथगा    रुस्याणि च ?

संजय - क्या नि कार ! जम्बूद्वीप खेल प्रतियोगिता का घपला लोग बिसरि नि छ्या कि खनन मन्त्रीक कुकर्मी करतूत की खबर लोगु तै पता चौल , खनन मन्त्रीक कुकर्मो आग ठंडी नि ह्वे छे कि आपक जंवे जयद्रथ का कुकर्म अग्वाड़ी ऐ गे। न्याय मंत्री पर त डून्ड़ो -काणो लठुल चोरी क अभियोग बि सिद्ध ह्वे ग्यायी .

धृतराष्ट्र-  त्यार बुलणो मतबल च कि मेरी छवि भौत इ खराब हुईं च ?

संजय- महाधिराज ! छवि खराब ना छवि रसातल को ढूंगो तौळ चली गे . तुमारी छवि को भतिया भंग हुयुं च .अर सम्राट ! द्वीएक सालम राजकुमार युधिस्ठिर बि बालिग़ ह्वे जालो अर जनि वो मय भाइयोंक हस्तिनापुर आलो त लोगुन दबाब बणाण कि आप राजगद्दी राजकुमार युधिष्ठिर तै सौंपो .


-धृतराष्ट्र- अरे क्वी सेवक च . जाओ दुर्योधन अर शकुनी जी तै चौड़ बुलाओ

सेवक - माराज सूचना भिजे गे . बस राजकुमार दुर्योधन श्री अर मंत्री शकुनी आंदी होला . ल्या सि द्वी ऐ गेन .

शकुनी - चक्रवर्ती सम्राट ! क्या बात ? क्या परेशानी ?


धृतराष्ट्र- स्यु संजय बुलणु च कि मेरि छवि गुदनड  , गुज्यर जोग ह्वे ग्याई अर लोग भ्राता पांडू क राज रोज याद करणा छन .

दुर्योधन - मामा श्री इन मा क्या करे जाव?

शकुनी - करण क्या च ! बस लोगु ध्यान कखि हौरि तरफा लिजाओ अर दगड़ मा दूसरी छवि बणाणो सतत प्रयत्न .

धृतराष्ट्र-  अबि क्या करण ?

शकुनी- अबि त फटाफट मंत्रिमंडल मा परिवर्तन  करवाण  जरूरी च .

धृतराष्ट्र- मंत्रिमंडल मा फेरबदल से लाभ  ?

शकुनी - मंत्रिमंडल मा फेरबदल से भौत सा लाभ छन . एक त  लोगु ध्यान वर्तमान मन्त्र्यु कुकर्मो से इना उना बंटी जालो . फिर हवा फैलावो कि जनमानस को लाभार्थ मंत्रीमंडल माँ परिवर्तन करे ग्याई

धृतराष्ट्र- लोग मानि जाला क्या ?

शकुनी- लोग ढिबर हून्दन . राजा जना चाओ जनता तै ढिबर समजिक हकै  सकदु .

धृतराष्ट्र- ठीक च त मेरी छवि सुदारणो वास्ता भोळ इ मंत्रिमंडल मा परिवर्तन करे जाव

शकुनी - अर जनता मा जोर शोर से प्रचार करे जाव कि जनता क भलै  बान इ  मंत्रिमंडल मा परिवर्तन करे गे। जनता की भलै ह्वाओ या नि ह्वाओ पण जनता तै लगण चयेंद कि परिवर्तन से जनहित ह्वालो .



 Copyright@ Bhishma Kukreti 31/10/2012

 

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