Author Topic: Satire on various Social Issues - सामाजिक एवं विकास के मुद्दे और हास्य व्यंग्य  (Read 361229 times)

Bhishma Kukreti

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                             साकेत बहुगुणा अर माला राज्य लक्ष्मी शाह  मध्य बातचीत

                              हंसोड्या , चुनगेर ,चबोड़्या -चखन्यौर्या -भीष्म कुकरेती     
 
(s =आधी अ  = अ , क , का , की ,  आदि )

 मि सुचणु थौ कि टिहरी लोकसभा प्रत्यासी माला राज्य लक्ष्मी शाह अर साकेत बहुगुणा जब चुनाव  बगत या बाद मा मील होला तो दुयुंक क्या क्या बात ह्वे होलि।
साकेत बहुगुणा - गुड मॉर्निंग क्वीन औंटी !
माला राज्य लक्ष्मी शाह - ये बहुगुणा खानदान कु चिराग ! शरम नि आदि बौ कुण आंटी बुलंद ?अबि मेरी उमर इ क्या च ?
साकेत बहुगुणा -अब बुबा  आपौकुण बैणि बुल्दन तो  …
माला राज्य लक्ष्मी शाह -क्या हाल छन ?
साकेत बहुगुणा - बुरा हाल छन आँटी  न बौ ना आंटी।  तुमर क्या हाल छन।
माला राज्य लक्ष्मी शाह- म्यार बि बुरा हाल छन यूँ टिरयाळु अर रमोलटाऊँ  चक चक सुणी।  काश मि बनारस से लड़दु।
साकेत बहुगुणा -काश कॉंग्रेस इलाहाबाद से जीति सकदी तो मी बि इलाहबाद से चुनाव लड़दु।
 माला राज्य लक्ष्मी शाह -देख ना ! एक चुनाव सभा मा जनता मि तैं पुछणी कि महारानी जी ! टिहरी मा शिक्षा का कुहाल छन।
साकेत बहुगुणा -हाँ मि तै बि ताना दीणा छा कि बुबाजीन शिक्षा मा सुधार का वास्ता क्या कार ?
माला राज्य लक्ष्मी शाह -अरे ! अच्छी शिक्षा चयाणी च त अपण बच्चों तैं लंदन भ्याजो  -देहरादून भ्याजो।
साकेत बहुगुणा -हाँ ! अपण बच्चो शिक्षा की जुमेवारी अफिक  नि ले सकदन यी टिर्याळ -उत्तरकाशी का लोग !
माला राज्य लक्ष्मी शाह -हाँ ! अर पता च एक जगा त लोग बुलण बैठि गेन कि गूणी -बंदरों बजै से खेती नि हूणी च।
साकेत बहुगुणा -हाँ खेती करणै जरुरत ही क्या च ? अरे बजाराम इथगा बढ़िया क्वालिटिक बासमती मिलदी , पंजाब -हरयाणा क ग्युं मिल्दन तो बजार बिटेन अनाज खरीदी करद मोणी (गला ) टूटि गे यूं टिहरी वाळुक ? हम बि त बजार बिटेन अनाज खरीदंदा कि ना ?
माला राज्य लक्ष्मी शाह- अर अब त ऑलिव ऑइल बि बजार मा उपलब्ध च , बिस्किट छन, ब्रेड छन , क्या नि मिलदु बजार मा ? बजार जावन अर जु चयाणु च खरीद करिक ले आवन।
साकेत बहुगुणा -हद त तब ह्वाइ जब एक जगा लोग सिंचाई वास्ता पाणि की मांग करण बैठि गेन।
माला राज्य लक्ष्मी शाह -यूं वोटरूं शरम ल्याज बि हर्चि गे अरे उख दिल्ली मा लोगुं तै पीणो पाणि नि मिलदो अर यूं तैं टिहरी -उत्तरकाशी मा कुल्याणो पाणि चयाणु च।
साकेत बहुगुणा -हद ह्वे गे हद।  पता च कुछ धुर्या मांग करणा छा कि गढ़वाली भाषा बचाणो कुछ कारो।
माला राज्य लक्ष्मी शाह -हाँ ! जब हिंदी या अंग्रेजी से काम चल जांद तो तीसरी भाषा की क्या आवश्यकता ?
साकेत बहुगुणा -बड़ा ऐन गढ़वाली भाषा बचाण वाळ।  अरे सरकार उर्दू पर खर्चा  कारली कि बेकार की गढ़वाली भाषा पर ?
माला राज्य लक्ष्मी शाह -वी त मी बि बुलद कि आज संस्कृत बचाणो आंदोलन हूण चयेंद तो यी बेकार का लोग गढ़वाली भाषा की बात करदन।  हम दुयुं तैं गढ़वाली नि आदि तो क्या हमर  टट्टी -पिसाब नि खुलद क्या ?
साकेत बहुगुणा -पता च एक जगा लोग बुलणा कि गढ़वाल से पलायन हूणु च।
माला राज्य लक्ष्मी शाह- बेवकूफ लोग ! अरे गढ़वाल से लोग भैर नि जाला तो भारत मा भंडमंजों अर रसोईयों कमी नि पोड़ि जाली ?
साकेत बहुगुणा -वी त मी बि बुंलद। पता च कुछ लोग बुलणा छा कि सरकारी अस्पतालुं  मा दवै बि नि छन अर डाक्टर बि नि छन।
 माला राज्य लक्ष्मी शाह -मुफतखोर छन जी  सब मुफतखोर !
साकेत बहुगुणा -हाँ बीमारी इलाज का वास्ता देहरादून मा , दिल्ली मा नामी डाक्टर छन , प्राइवेट नर्सिंग होम छन।  ऊख जैक इलाज नि करै सकदन इ लोग ?
माला राज्य लक्ष्मी शाह -अजी सब तैं मुफ्त की दवै चयाणी छन , लोभी , बिलंच कहींके
साकेत बहुगुणा -अच्छा यु श्रीदेव सुमन क्वा च ?
माला राज्य लक्ष्मी शाह -ह्वाल क्वी ग्राम प्रधान या आम आदमी पार्टीक क्वी नेता !
साकेत बहुगुणा -नै नै ! लोग मि तै पुछणा छा कि श्रीदेव सुमन की मूर्ति टुटणी च।
माला राज्य लक्ष्मी शाह- कसम से मि तै नि पता।  ह्वे सकुद च कि क्वी रामतीर्थ का तरां महात्मा रै होलु।
साकेत बहुगुणा -अब क्या प्रोग्राम च ?
माला राज्य लक्ष्मी शाह -मि त चुनाव रिजल्ट आण तक शिमला घुमणो जाणु छौं।  अर तू ?
साकेत बहुगुणा -मि सुचणु छौं मुंबई ह्वेक ऐ जौं।  दियर इज मोर इंज्वॉयमेंट इन मुंबई।
माला राज्य लक्ष्मी शाह -दैट्स हंड्रेड पर्सेंट राइट।  बाई बाई !
साकेत बहुगुणा -बाई बाई !




Copyright@  Bhishma Kukreti  11/5//2014
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*कथा , स्थान व नाम काल्पनिक हैं।
[गढ़वाली हास्य -व्यंग्य, सौज सौज मा मजाक  से, हौंस,चबोड़,चखन्यौ, सौज सौज मा गंभीर चर्चा ,छ्वीं;- जसपुर निवासी  द्वारा  जाती असहिष्णुता सम्बंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; ढांगू वाले द्वारा   पृथक वादी  मानसिकता सम्बन्धी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;गंगासलाण  वाले द्वारा   भ्रष्टाचार, अनाचार, अत्याचार पर गढ़वाली हास्य व्यंग्य; लैंसडाउन तहसील वाले द्वारा   धर्म सम्बन्धी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;पौड़ी गढ़वाल वाले द्वारा  वर्ग संघर्ष सम्बंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; उत्तराखंडी  द्वारा  पर्यावरण संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;मध्य हिमालयी लेखक द्वारा  विकास संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;उत्तरभारतीय लेखक द्वारा  पलायन सम्बंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; मुंबई प्रवासी लेखक द्वारा  सांस्कृतिक विषयों पर गढ़वाली हास्य व्यंग्य; महाराष्ट्रीय प्रवासी लेखक द्वारा  सरकारी प्रशासन संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; भारतीय लेखक द्वारा  राजनीति विषयक गढ़वाली हास्य व्यंग्य; सांस्कृतिक मुल्य ह्रास पर व्यंग्य , गरीबी समस्या पर व्यंग्य, आम आदमी की परेशानी विषय के व्यंग्य, जातीय  भेदभाव विषयक गढ़वाली हास्य व्यंग्य; एशियाई लेखक द्वारा सामाजिक  बिडम्बनाओं, पर्यावरण विषयों   पर  गढ़वाली हास्य व्यंग्य, राजनीति में परिवार वाद -वंशवाद   पर गढ़वाली हास्य व्यंग्य; ग्रामीण सिंचाई   विषयक  गढ़वाली हास्य व्यंग्य, विज्ञान की अवहेलना संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य  ; ढोंगी धर्म निरपरेक्ष राजनेताओं पर आक्षेप , व्यंग्य , अन्धविश्वास  पर चोट करते गढ़वाली हास्य व्यंग्य, राजनेताओं द्वारा अभद्र गाली पर हास्य -व्यंग्य    श्रृंखला जारी  ]

Bhishma Kukreti

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               ब्रेकिंग न्यूज :उत्तराखंड में कॉंग्रेस लोकसभा की ढाई  सीट जीत रही है

                          हंसोड्या , चुनगेर ,चबोड़्या -चखन्यौर्या -भीष्म कुकरेती     
 
(s =आधी अ  = अ , क , का , की ,  आदि )

उत्तराखंड भोंपू टीवी चैनेल मालिक - सालो तुम दस दस संपादक फसोरिक सियाँ छा अर सरा इन्डिया मां एक्जिट पोल कु घ्याळ हुयुं च।  आज क्या च हमर चैनेल कि टीआरपी ?
टीआरपी  मैनेजर  - जी माइनस चार प्वाईंट।
उत्तराखंड भों.   टीवी चै. मालिक -क्या मतबल माइनस चार प्वाईंट
टीआरपी मैनेजर  - जी हमर स्टुडियों का कर्मीं बि आज हमर चेनेल नि दिखणा छन।
उत्तराखंड भों.   टीवी चै. मालिक - इन क्या भंगुल जामि गे कि हमर कर्मिक हमर चेनेल नि दिखणा छ्न ?
टीआरपी मैनेजर - सर ! हम एक्जिट पोल नि दिखाणा छंवां।
उत्तराखंड भों.   टीवी चै. मालिक - ये उतकु घस्सा ! एक्जिट पोल किलै नि दिखाणा छंवां ?
उत्तराखंड भों.   टीवी चै. मालिक - ये उल्लू का पट्ठा ! आळी -जाळी सर्वे मैनेजर मैनेजर ! मि त्वैं तैं पुछणु छौँ  कि हमर चैनेल एक्जिट पोल किलै नि दिखाणा छन ?
आळी -जाळी सर्वे मैनेजर- जी हमन जै  बि बोटर तैँ पूँछ वैंन ज़बाब दे कि हमन त नोटा बटण दबाईं याने नॉट टु अबव।
 उत्तराखंड भों.   टीवी चै. मालिक - तो सालो मै तनखा तुमारी गेरडी भरणे के लिये देता हूँ ?
संपादक - सर ठीक च मि एक्जिट पोल की ब्रेकिंग न्यूज दींदु।
उत्तराखंड भों.   टीवी चै. मालिक - तो हरामखोर मेरा मुँह क्या देखता दे ब्रेकिंग न्यूज।  आज चैनेल  टीआरपी नही बढेगा तो भोळ से तू मेरे ड्यार  मे चाय बनाएगा।
उत्तराखंड भोंपू टीवी चैनेल सक्रीन मां बड़ो जोर कु धमाका हूंद - ब्रेकिंग न्यूज ! ब्रेकिंग न्यूज ! सरासर झूटो  मार्केट रिसर्च ग्रुप के अनुसार उत्तराखंड मे भाजपा सभी सीटेँ जीत रही है।
संपादक - हमर  अनजान संबाददाता अचेत  राम भाजपा का दफ्तर मां मुंड फुंडणु च , जऱा वै से पुछे  जाव कि भाजपा कि क्या राय च ?अचेतु राम भाजपा नेता धुर्या चंद की क्या प्रतिक्रिया च?
अचेत  राम - धुर्या चँद जी ! सरासर झूटो  मार्केट रिसर्च ग्रुप का अनुसार 2014 मा भाजपा उत्तराखंड की पांचो की पांचो सीट जितणि च।  आपकी प्रतिक्रिया ?
धुर्या चँद जी- अजी हम पांच ना छैं सीट जितणा छंवां।  एक सीट सतपाल महाराज की बि मानीं लेवां।
ऐंकर कम संपादक - अब हमर संबाददाता गुड़  -गोबर सिंग कॉंग्रेसी नेता अफुखवा सिँग कि प्रतिकृया बतालु।
गुड़  -गोबर सिंग- अफखवा सिँग जी ! सरासर झूटो  मार्केट रिसर्च ग्रुपका सर्वे अनुसार कॉंग्रेस उत्तरखंड से एक बि लोकसभा सीट नीं जितणि च। आपकी प्रतिक्रिया ?
अफुखवा सिँग- ना तो हमारी महारानी और ना ही हमारो  राजकुमार ओपिनियन पोल या एक्जिट पोल पर विश्वास करदन।  सब बकबास च यु एक्जिट पोल।
ऐंकर कम संपादक - तो यी छे द्वी प्रतिक्रिया।  हमर हरच्यां संबाददाता हौर पार्टयूं प्रतिकृया लाणो जयां छ्न।  सैत च पर्स्युं तक प्रतिक्रिया ऐ जालि।
विज्ञापन मैनेजर - सर ! सर !
उत्तराखंड भोंपू टीवी चैनेल मालिक -क्या रै विज्ञापन मैनेजर ! त्यार मुख पर रंगुड किलै पोड्युं च ?  तेरि कज्याण रंडोळ याने विधवा ह्वे गे क्या ?
विज्ञापन मैनेजर - सर ! उत्तराखंड सरकारन सब सरकारी विज्ञापन बंद करि देन ?
उत्तराखंड भोंपू टीवी चैनेल मालिक - किलै बै ?
विज्ञापन मैनेजर -सर ! राज्य मा कॉंग्रेसी सरकार हूंद हमर चेनेल घ्याळ लगाणु च कि राज्य मा भाजपा जितणि च।
उत्तराखंड भोंपू टीवी चैनेल मालिक - ऐ संपादक ! जु सरकारी विग्यापन बंद ह्वे ना तो तीन भोळ बिटेन म्यार गुसलखाना साफ़ करण हां !
संपादक - सर चिन्ता नि कारों !
उत्तराखंड भोंपू टीवी चैनेल सक्रीन मां बड़ो जोर कु धमाका हूंद - ब्रेकिंग न्यूज ! ब्रेकिंग न्यूज ! टोटल कन्फ़्यूजिंग मार्किट सर्वे का एक्जिट पोल सर्वे के अनुसार कॉंग्रेस उत्तराखंड लोकसभा की ढाई सीट जीत रही है।
संपादक - अब हमर संबाददाता गुड़  -गोबर सिंग कॉंग्रेसी नेता अफुखवा सिँग कि प्रतिक्रिया  बतालु।
कॉंग्रेसी नेता - जी  अब आपक सर्वे बिल्कुल सही सर्वे च।  हम आपके सर्वे की प्रशसा करते हैँ।  हमर अनुमान बि ढाइ से साड़े तीन लोकसभा सीट जितणो च।
ऐंकर - ब्रेकिंग न्यूज ! ब्रेकिंग न्यूज ! कॉंग्रेस अब एक्जिट पोल पर   विश्वास क़रण लग़ गे। 
संपादक -हमर  अनजान संबाददाता अचेत  राम भाजपा का दफ्तर मां मुंड फुंडणु च , जऱा वै से पुछे  जाव कि भाजपा कि क्या राय च ?अचेतु राम भाजपा नेता धुर्या चंद की क्या प्रतिक्रिया च?
अचेतु राम -धुर्या चँद जी !टोटल कन्फ़्यूजिंग मार्किट सर्वे का एक्जिट पोल सर्वे के अनुसार कॉंग्रेस उत्तराखंड लोकसभा की ढाई सीट जीत रही है।आपकी प्रतिक्रिया ?
धुर्या चंद -सरासर बकबास , बेकार की बाते है। अजी  हमारी पार्टी एक्जिट पोल पर विश्वास ही नहीं करती हैं .
संपादक - ब्रेकिंग न्यूज ! ब्रेकिंग न्यूज ! भाजपा का कहना है कि भाजपा एक्जिट पोल पर विश्वास ही नहीं करती है।




Copyright@  Bhishma Kukreti  14/5//2014   …
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*कथा , स्थान व नाम काल्पनिक हैं।
[गढ़वाली हास्य -व्यंग्य, सौज सौज मा मजाक  से, हौंस,चबोड़,चखन्यौ, सौज सौज मा गंभीर चर्चा ,छ्वीं;- जसपुर निवासी  द्वारा  जाती असहिष्णुता सम्बंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; ढांगू वाले द्वारा   पृथक वादी  मानसिकता सम्बन्धी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;गंगासलाण  वाले द्वारा   भ्रष्टाचार, अनाचार, अत्याचार पर गढ़वाली हास्य व्यंग्य; लैंसडाउन तहसील वाले द्वारा   धर्म सम्बन्धी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;पौड़ी गढ़वाल वाले द्वारा  वर्ग संघर्ष सम्बंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; उत्तराखंडी  द्वारा  पर्यावरण संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;मध्य हिमालयी लेखक द्वारा  विकास संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;उत्तरभारतीय लेखक द्वारा  पलायन सम्बंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; मुंबई प्रवासी लेखक द्वारा  सांस्कृतिक विषयों पर गढ़वाली हास्य व्यंग्य; महाराष्ट्रीय प्रवासी लेखक द्वारा  सरकारी प्रशासन संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; भारतीय लेखक द्वारा  राजनीति विषयक गढ़वाली हास्य व्यंग्य; सांस्कृतिक मुल्य ह्रास पर व्यंग्य , गरीबी समस्या पर व्यंग्य, आम आदमी की परेशानी विषय के व्यंग्य, जातीय  भेदभाव विषयक गढ़वाली हास्य व्यंग्य; एशियाई लेखक द्वारा सामाजिक  बिडम्बनाओं, पर्यावरण विषयों   पर  गढ़वाली हास्य व्यंग्य, राजनीति में परिवार वाद -वंशवाद   पर गढ़वाली हास्य व्यंग्य; ग्रामीण सिंचाई   विषयक  गढ़वाली हास्य व्यंग्य, विज्ञान की अवहेलना संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य  ; ढोंगी धर्म निरपरेक्ष राजनेताओं पर आक्षेप , व्यंग्य , अन्धविश्वास  पर चोट करते गढ़वाली हास्य व्यंग्य, राजनेताओं द्वारा अभद्र गाली पर हास्य -व्यंग्य    श्रृंखला जारी  ]

Bhishma Kukreti

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                         मनमोहन सिंह विदाई समारोह मा कॉंग्रेस्यूं सोनिया गांधी प्रशंसा गीत प्रतियोगिता

                                         हंसोड्या , चुनगेर ,चबोड़्या -चखन्यौर्या -भीष्म कुकरेती     
 
(s =आधी अ  = अ , क , का , की ,  आदि )

ब्याळि 14 /5//2014 कुण प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह तैं यूपीए चेयरपरसन सोनिया गांधीन  जीमण दे।  मीन स्वाच कि विदाई समारोह मा ख़ास ख़ास कॉंग्रेस्यूं भाषण कन रै होला ।
सुशील कुमार शिंदे - आदरणीय सोनिया गांधी जी ! आपतैं मुबारकबाद जु तुमन ये कट्ठण समय पर बि अपण नौकर चाकरूँ सम्मान मा भोज कु इन्तज़ाम कार आप मा जिगर च , छप्पन छपन इँच की छाती आपमा इ च।  पता च कि हम मनमोहन सिंह जीक वजै से हारणा छंवां फ़िर बि आपन विदाई भोज धार तो मि आप तईं हार्दिक धन्यवाद दींदु।
सभी कॉंग्रेसी - सही कहा हम राजकुमार राहुल गान्धी की वजह  नहीं हारे बल्कि मनमोहन सिंघ ज़ी क़ी नीतियां से हारे।  सोनिया गाँधी की जै !
एके अंटोनी - थैंक यू मैडम सोनिया जी ! आपकी गाइडेंस मा मीन डिफ़ेंस मिनिस्ट्री मा भौत बढ़िया काम कार।  मी आपकी गाइडेंस कबि नि बिसर सकुद।  आप जाणदा इ छन जब बि मि तैं लगुद छौ कि मनमोहन सिंह जी अपण दिमाग चलाणा छन तबि मि आपम दौंड़ि  दौड़ि ऐ जांद छौ , अापमा शिकैत लगाइ दींदा छा अर फ़िर आपकी अर अहमद पटेल जीक हिसाब से रक्शा सौदा तैँ अँजाम दींदा छा।  यु आपको हि बड्डपन च कि मि र अधिकतर आपकी राय मशवरा का नाम पर बड़े मजे से अपण मरजी से काम करदु छौ अर प्रधान मंत्री मौन रौंदा छा। या आपकी गहरी सोच छे कि आपन हम ताईं एक मौनी प्रधान मंत्री भेंट मा दे।  मैडम सोनिया जी ! थैंक यू अगेन फॉर युवर डे टु ड़े गाइडेन्स ! एक्जिट पोल का हिसाब से हम हारणा छंवां।  इलै  हम सब कॉंग्रेस्युं तै एक दुख च कि मनमोहन सिंह जीक नेतृत्व मा हम नि जितणा छंवां। 
सभी कॉंग्रेसी -सही कहा हम राजकुमार राहुल गान्धी की वजह  नहीं हारे बल्कि मनमोहन सिंघ ज़ी के कमज़ोर नेत्रित्व के कारण हारे।  सोनिया गाँधी की जै !
पी चिदंबरम - थैंक यू मैडम सोनिया जी ! आपक कुशल नेतृत्व का कारण इंडिया कु GDP बढ़ , मिसिज गाँधी जी  ! आपक सलाह से ही FDI मा विदेस्यूंन रूचि ले।  किन्तु मनमोहन जीन  कुछ आर्थिक निर्णय गलत लेन तो मनमोहन जीक गलत आर्थिक निर्णंयों का वांक वजै से राहुल ज़ी लोगुं तै समजै नि सकद छा कि भारत मा मँहगाई किलै बढ़ अर रोजग़ार किलै कम ह्वेन। 
सभी कॉंग्रेसी - जी हाँ ! मनमोहन सिंह जी का गलत आर्थिक निर्णय से कोंग्रेस हरणी च।  सोनिया जी की जय ! राहुल जी की जय ! प्रियंका जी  ……
सोनिया जी - कृपया , प्लीज नो प्रियंका ……
कमल नाथ - श्रीमती सोनिया गांधी  जी  !  लोकसभा  व राजयसभा जथगा समय बि चौल सब आपकी कुशल रणनीती से चल। यदि हम  मनमोहन सिंह जी की सुणदा तो शायद एक दिन बि संसद नि चलैं सकदा छा। यदि हम जितला तो  तो राहुल जीक स्ट्रांग एडमिनिस्ट्रेटिव कैपेबिलिटी की वजै से अर हरला तो मनमोहन सिंह जीक ढुलमुल प्रशासनिक अयोग्यता से।
 सभी कॉंग्रेसी - सही कहा ! सही कहा ! यदि हम जितला तो  तो राहुल जीक स्ट्रांग एडमिनिस्ट्रेटिव कैपेबिलिटी की वजै से अर हरला तो मनमोहन सिंह जीक ढुलमुल प्रशासनिक अयोग्यता से। सोनिया जी की जय हो।
वी नारायण सामी - मैडम सोनिया की जय हो ! अहमद पटेल गवाह छन कि मि हमेंशा हि गुपचुप पीएमओ कि सूचना मेडम गांधी जी तै दीणु रौंद छौं अर याँसे सदा हीं मैंडम सोनिया जीक आषीर्वाद से पीएमओ ठीक से काम करदु छौं। यदि हम हारणा छंवां तो मनमोहन जीक शान्त व्यवहार से हरणा छंवां ना कि चुनावुं मा राहुल गांधी का बिना बातुं बौंळ बिटाण से।
सभी कॉंग्रेसी -सत्य वचन ! सत्य वचन ! यदि हम हारणा छंवां तो मनमोहन जीक शान्त व्यवहार से हरणा छंवां ना कि चुनावुं मा राहुल गांधी का बिना बातुं बौंळ बिटाण से।
इनि हरेक कॉंग्रेसिन भाषण दे।
अंत मा दिग्विजय सिंह जीन ब्वाल  - श्रीमती सोनिया जीकी जथगा बि प्रशंसा कऱे जावु वु कम ही च।  ओसामा बिन लादीन जी अर गुरु अफ़ज़ल ज़ी की सौंगंध खैक मि बोलि सकुद छौं कि मनमोहन सिंह जीन ज़ू बि प्रशंशनीय कार्य करिन वो श्रीमती सोनिया गांधी की सलाह से हि  करिन अर सरकार से जो बि गलति ह्वेन वो श्री मनमोहन सिंह जी की अकुशल नीतियुं से ह्वेन। 
सभी कॉंग्रेसी -मनमोहन सिंह जीन ज़ू बि प्रशंशनीय कार्य करिन वो श्रीमती सोनिया गांधी की सलाह पर करिन अर सरकार से जो बि गलति ह्वेन वो श्री मनमोहन सिंह जी की अकुशल नीतियुं से ह्वेन।
कॉंग्रेसी प्रेस नोट - प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह विदाई समारोह मा सबि कॉंग्रसी निरास छा , निरुत्साहित छा , उदासीन छा कि राहुल गांधी का नि आण से हरेक कॉंग्रेसी राहुल गांधी की जयजयकार करण से बंचित रै गैन।  सभी कॉंग्रेसियुं एकी राय च कि कॉंग्रेस कीं हार का जुमेवार मनमोहन सिंघ जी  हीं छन।

Copyright@  Bhishma Kukreti  15/5//2014   …
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*कथा , स्थान व नाम काल्पनिक हैं।
[गढ़वाली हास्य -व्यंग्य, सौज सौज मा मजाक  से, हौंस,चबोड़,चखन्यौ, सौज सौज मा गंभीर चर्चा ,छ्वीं;- जसपुर निवासी  द्वारा  जाती असहिष्णुता सम्बंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; ढांगू वाले द्वारा   पृथक वादी  मानसिकता सम्बन्धी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;गंगासलाण  वाले द्वारा   भ्रष्टाचार, अनाचार, अत्याचार पर गढ़वाली हास्य व्यंग्य; लैंसडाउन तहसील वाले द्वारा   धर्म सम्बन्धी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;पौड़ी गढ़वाल वाले द्वारा  वर्ग संघर्ष सम्बंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; उत्तराखंडी  द्वारा  पर्यावरण संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;मध्य हिमालयी लेखक द्वारा  विकास संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;उत्तरभारतीय लेखक द्वारा  पलायन सम्बंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; मुंबई प्रवासी लेखक द्वारा  सांस्कृतिक विषयों पर गढ़वाली हास्य व्यंग्य; महाराष्ट्रीय प्रवासी लेखक द्वारा  सरकारी प्रशासन संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; भारतीय लेखक द्वारा  राजनीति विषयक गढ़वाली हास्य व्यंग्य; सांस्कृतिक मुल्य ह्रास पर व्यंग्य , गरीबी समस्या पर व्यंग्य, आम आदमी की परेशानी विषय के व्यंग्य, जातीय  भेदभाव विषयक गढ़वाली हास्य व्यंग्य; एशियाई लेखक द्वारा सामाजिक  बिडम्बनाओं, पर्यावरण विषयों   पर  गढ़वाली हास्य व्यंग्य, राजनीति में परिवार वाद -वंशवाद   पर गढ़वाली हास्य व्यंग्य; ग्रामीण सिंचाई   विषयक  गढ़वाली हास्य व्यंग्य, विज्ञान की अवहेलना संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य  ; ढोंगी धर्म निरपरेक्ष राजनेताओं पर आक्षेप , व्यंग्य , अन्धविश्वास  पर चोट करते गढ़वाली हास्य व्यंग्य, राजनेताओं द्वारा अभद्र गाली पर हास्य -व्यंग्य    श्रृंखला जारी  ]


Bhishma Kukreti

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               लाल कृष्ण आडवाणी अर मुरली मनोहर जोशीs आपसम छ्वीं
           
                          हंसोड्या , चुनगेर ,चबोड़्या -चखन्यौर्या -भीष्म कुकरेती     

(s =आधी अ  = अ , क , का , की ,  आदि )

मीन स्वाच कि  2014 लोकसभा चुनाव रिजल्ट आणो बाद आडवाणी जी अर डा जोशी का मध्य क्या बात ह्वे होलि।
डा मुरली मनोहर जोशी-आडवाणी जी ! वधाई हो !
लाल कृष्ण आडवाणी ( रुषेक )-क्यांक वधाई ? वधाई दीणाइ त वै विघनी मोदी तैं द्वावो।
डा मुरली मनोहर जोशी-मि आपक  व्यक्तिगत जीत पर वधाई दीणु छौं
लाल कृष्ण आडवाणी (हौर बि गुस्सा मा ) -खन्नु करण मीन यी जीत से ? खैर तुम तैं बि कानपुर से जितण पर वधाई !
डा मुरली मनोहर जोशी-कांड लगाण मीन यीं जीत पर।  लोग क्या , पत्रकार त छ्वाड़ो म्यार परिवार बि बुलणु च कि मि नरेंद्र मोदीक वजै से जीतु।
लाल कृष्ण आडवाणी (रोष मा ) -यी त आग लगीं च कि सबि बुलणा छन कि मोदी ह्वा जु लाल कृष्ण आडवाणी जीति ग्यायि निथर त आडवाणी अपण जमानत बि नि बचै सकुद छौ।
डा मुरली मनोहर जोशी- यूं लोगुंक सांस त द्याखो मे सरीखा विद्वान , रणनीतिकार नेता कुण बुल्याणु च कि मि मंत्रीपद जोग बि नि छौं।
लाल कृष्ण आडवाणी -हाँ मेकुण बि बुलणा छन कि मि अब प्रधान मंत्री पद की दौड़ से भैर छौं।
डा मुरली मनोहर जोशी-वी त मि बुलणु छौं। पर यीं जनता कु क्वी ठिकाणा नी च।
लाल कृष्ण आडवाणी -हाँ ! जनतान बड़ो धोखा दे। या जनता बि ना !
डा मुरली मनोहर जोशी-हाँ ! हमन त खुट -मुंड कु जोर लगै छौ कि हम 160 -170 सीट से अधिक नि जीतवां। इख तलक कि सुषमा स्वराजन बि जोर लगै छौ कि कै बि हिसाबसे 160 सीट से ज्यादा भाजपा नि जीत सौक।
लाल कृष्ण आडवाणी -मीन त ममता , जयललिता , नितीश कुमार से व्यक्तिगत तौर पर बात करि याल छौ कि नरेंद्र मोदी तैं कतै बि प्रधान मंत्री नि बणन दीण।
डा मुरली मनोहर जोशी-हाँ सबि जाणदन कि यदि भाजपा 160 सीट लांदी तो आपन ही प्रधानमंत्री बणन छौ।
लाल कृष्ण आडवाणी -अरे इक तलक कि मुलायम सिंह जीन तो  मुसलमानुं कसम खैक बोलि छौ कि वो मेन टैम पर लोकसभा से वाक आउट करि द्याल।
डा मुरली मनोहर जोशी-हाँ अब त जनतान धोखा देइ दे अर भाजपा तैं 283 सीट मिल गेन।
लाल कृष्ण आडवाणी -हाँ अब त बस मोदीक दया पर जीण पोड़ल।
डा मुरली मनोहर जोशी-मेरि आत्मा तो गवाही दीणी च कि ऐक्टिव पॉलिटिक्स से दूर ह्वे जौं
लाल कृष्ण आडवाणी -आत्मा तो मेरी बि बुलणी  बल -  आडवाणी जी अब रिटायरमेंट कु बगत ऐ गे।
डा मुरली मनोहर जोशी-पर आत्मा मारिक तो हमन राजनीति कार तो अब बुड्यान्द दैं जि किलै आत्माक आवाज सुणे जाव।
लाल कृष्ण आडवाणी -हाँ जब इथगा सालुं से हमन आत्मा कि आवाज नि सूण तो अब किलै ?
डा मुरली मनोहर जोशी-मी त अबि बि दिन मा सरकार मा नंबर टू इन कैबिनेट कु   सुपिन दिखणु
लाल कृष्ण आडवाणी -म्यार त हाल बुरा छन अबि बि  हमेशा हर पल प्रधान मंत्री बणनो सुपिन दिखणु रौंद !
डा मुरली मनोहर जोशी-क्या हमर सुपिन पूर ह्वाल  ?
लाल कृष्ण आडवाणी -हे भगवान ! क्या मीन बगैर प्रधान मंत्री बण्या ही रै जाण ? क्या मि प्रधान मंत्री नि बौण सकुद ?

      Copyright@  Bhishma Kukreti  18/5/2014 
   
*कथा , स्थान व नाम काल्पनिक हैं।
[गढ़वाली हास्य -व्यंग्य, सौज सौज मा मजाक  से, हौंस,चबोड़,चखन्यौ, सौज सौज मा गंभीर चर्चा ,छ्वीं;- जसपुर निवासी  द्वारा  जाती असहिष्णुता सम्बंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; ढांगू वाले द्वारा   पृथक वादी  मानसिकता सम्बन्धी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;गंगासलाण  वाले द्वारा   भ्रष्टाचार, अनाचार, अत्याचार पर गढ़वाली हास्य व्यंग्य; लैंसडाउन तहसील वाले द्वारा   धर्म सम्बन्धी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;पौड़ी गढ़वाल वाले द्वारा  वर्ग संघर्ष सम्बंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; उत्तराखंडी  द्वारा  पर्यावरण संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;मध्य हिमालयी लेखक द्वारा  विकास संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;उत्तरभारतीय लेखक द्वारा  पलायन सम्बंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; मुंबई प्रवासी लेखक द्वारा  सांस्कृतिक विषयों पर गढ़वाली हास्य व्यंग्य; महाराष्ट्रीय प्रवासी लेखक द्वारा  सरकारी प्रशासन संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; भारतीय लेखक द्वारा  राजनीति विषयक गढ़वाली हास्य व्यंग्य; सांस्कृतिक मुल्य ह्रास पर व्यंग्य , गरीबी समस्या पर व्यंग्य, आम आदमी की परेशानी विषय के व्यंग्य, जातीय  भेदभाव विषयक गढ़वाली हास्य व्यंग्य; एशियाई लेखक द्वारा सामाजिक  बिडम्बनाओं, पर्यावरण विषयों   पर  गढ़वाली हास्य व्यंग्य, राजनीति में परिवार वाद -वंशवाद   पर गढ़वाली हास्य व्यंग्य; ग्रामीण सिंचाई   विषयक  गढ़वाली हास्य व्यंग्य, विज्ञान की अवहेलना संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य  ; ढोंगी धर्म निरपरेक्ष राजनेताओं पर आक्षेप , व्यंग्य , अन्धविश्वास  पर चोट करते गढ़वाली हास्य व्यंग्य, राजनेताओं द्वारा अभद्र गाली पर हास्य -व्यंग्य    श्रृंखला जारी  ]

Bhishma Kukreti

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                      क्या  मुझे भी इस्तीफा दे देना चाहिए ?

                          हंसोड्या , चुनगेर ,चबोड़्या -चखन्यौर्या -भीष्म कुकरेती     

(s =आधी अ  = अ , क , का , की ,  आदि )

घरवळि -तुमसे त बेहतर त वी छौ। मीनि गलती कार निथर बुबाजी त पैथर इ पड्यां छा।
मि -कु छौ में से बेहतर ?
नौनु -पापा देहरादून में नही है वे इस्तीफा  अंकल ! जो जब चाहो इस्तीफा दे देते हैं।  अभी पाकिस्तान में जरदारी चुनाव हारे तो उन्होंने मॉरल ग्राउंड पर मुहल्ला  कुत्ते  रोको समिति से इस्तीफा दे दिया था।
मि -अरे वी ना , जैन ऑस्ट्रेलया चुनाव बाद नैतिक जुमेवारी लेते हुए मुहल्ला किरम्वळ अभियान समिति से त्यागपत्र दे दे छौ। वैक क्या ?
नौनु -मम्मी की शादी की बात इस्तीफा अंकल से चली थी किन्तु तभी इंदिरा गांधी चुनाव जीत गई और इस्तीफा अंकल ने नैतिक उत्तरदायित्व लेते हुए सरकारी नौकरी से इस्तीफा दे दिया।
मि -हाँ पण मीन रेजिग्नेसन किलै दीण ?
घरवळि -मुहल्ला मा सबि त्यागपत्र दीणा छन।  एक तुमि छंवां जैन त्यागपत्र नि दे।  मुहल्ला मा नाक कटेणि च।
मि -अरे पर   .......
घरवळि -नै तुम अब्याक अबि रिजाइन कारो।
मि -ह्यां पण मि नौकरी से रिजाइन करलु त हमन खाण क्या च ?
घरवळि -मि नौकरी से त्यागपत्र दीणो बात थुडा करणु छौं।
मि -तो ?
घरवळि -मि त मॉरल ग्राउंड की बात करणु छौं।
मि -क्यांक नैतिक उत्तरदायित्व ?
घरवळि -ओहो जन आसाम  मुख्यमंत्री गोगाईन नैतिक जुमेवारी ले अर सोनिया गांधी तैं त्यागपत्र भेजी दे।
मि -गोगाई तैं इथगा इ हाइ मॉरल ग्राउंड की पड़ीं छे तो इस्तीफा तब दींदु जब पार साल उख दंगा ह्वेन।
घरवळि -पर अब त इस्तीफा दे कि ना ?
मि -अरे सब ढकोसला च।
घरवळि -अब सुणण मा आणु च कि समाजवादी पार्टी का सबि जिला अध्यक्ष नैतिक जुमेवारी नियम का तहत इस्तीफा दीण वाळ छन।
मि -यी समाजवादी गुंडा गर्दी बढ़ाण बंद करी द्यावन तो तब माने जाल कि यूँ तैं चुनाव मा हारणो शरम लग।
घरवळि -पर सि चेन्नाई मा डीएमके कु स्टालिनन त हाइ मॉरल ग्राउंड पर इस्तीफा दे कि ना ?
मि -ढोंग अर स्वांग तो डीएमके कु पुराणो रोग च।  जब करुणानिधि कु जवाईं भ्रष्टाचार मा लिप्त पाये गे , बेटी कळमुंडी स्कैम मा पकड़े गे -जेल गे , जब 2G स्कैम मा ए राजा जेल गे तो स्टालिन -करुणानिधिन  धै लगै कि बल ए राजा दलित च इलै वै तै फंसाये गे।  तब कख छौ मर्युं वु मॉरल ग्राउंड ?
घरवळि -ह्यां पर अब त दिल से स्टाइलिनन इस्तीफा दे कि ना ?
मि -हाँ अर दिल से ही करूणानिधिन बोलि बि दे कि स्टाइलिनन क्वी इस्तीफा नि दे।  ढोंगी कहींके ! राजनीति का कोढ़ !
घरवळि -ठीक च पर नीतीश कुमारन बिहार मा इस्तीफा तो दे कि ना ?
मि -नितीश कुमार ! वाह ! सौ चूहे खाके मिंया हज को चले ! सेक्युलर की सबसे बड़ी बेज्जती करण वाळुं बादशाह ! सेक्युलर शब्द की घोर अवमानना करण वाळुं सरदार ! सेक्युलरिज्म तैं इरैलीवेंट , असंगत बणाण वाळुं चक्रवर्ती सम्राट से नाटक की ही आशा करे जै सक्यांद।
घरवळि -मतलब नीतीश कुमारौ इस्तीफा केवल एक ड्रामा च , एक स्वांग च , ढोंग च , नाटक च ?
मि -हाँ सिरफ़ और सिर्फ एक ड्रामा च।
घरवळि -फिर बि तुम इस्तीफा द्यावो।
मि -ह्यां पर यू तेपर इस्तीफा कु रबत किलै लग्युं च।
घरवळि -मुहल्ला मा सबि कजैयूँन  नैतिक उत्तरदायित्व  का ऐवज मा इस्तीफा दे आल
मि -पर इन क्या ह्वाइ ?
घरवळि -मुहल्ला मा खबर च कि सोनिया गांधी अर राहुल गांधी चुनावी हार की नैतिक जुमेवारी लीण वाळ छन अर इस्तीफा दीण वाळ छन।
मि -नाटकबाजूं फैक्ट्री च यो नेहरू -गांधी परिवार !
घरवळि -क्या मतबल ?
मि -देख अब क्या हूण वाळ च
घरवळि -क्या ?
मि -सोनिया गांधी अर राहुल गांधीन इस्तीफा दीण अर फिर स्वार्थी , चमचा कॉंग्रेस्यूंन हार को ठीकरा मनमोहन सिंग पर फोडन अर सोनिया अर राहुल गांधी तैं इस्तीफा वापस लीणो मिन्नत करण।
घरवळि -तुमर बुलणो मतबल च कि यु सब नाटक हूण।
मि -हाँ  19/5/2014 दिन   कॉंग्रेस कार्यकारणी मा एक इनि नाटक देखि लेन।
घरवळि -मतबल के सीरीज सीरियलों से बि मजेदार नाटक दिखणो मीलल ?
मि -हाँ सन 2014 कु सबसे बड़ो हास्यास्पद, प्रीडिसाइडेड नाटक 19/5/2014 दिन   कॉंग्रेस कार्यकारणी मा होलु जब सोनिया अर राहुल गांधी इस्तीफा एपिसोड मा त्यागपत्र आलु अर भारतीय जन प्रेम , स्क्युलरिज्म बचाणो नाम पर अफिक इस्तीफा नामंजूर ह्वे जालु।
घरवळि - ठीक च तुम बि इस्तीफा द्यावो अर हम परिवार वाळ अपण परिवार का  खातिर तुमर इस्तीफा नामंजूर कर द्योला।


      Copyright@  Bhishma Kukreti  19/5/2014 
   
*कथा , स्थान व नाम काल्पनिक हैं।
Garhwali Humor in Garhwali Language, Himalayan Satire in Garhwali Language , Uttarakhandi Wit in Garhwali Language , North Indian Spoof in Garhwali Language , Regional Language Lampoon in Garhwali Language , Ridicule in Garhwali Language  , Mockery in Garhwali Language, Send-upin Garhwali Language, Disdainin Garhwali Language,Hilarity in Garhwali Language, Cheerfulnessin Garhwali Language
[गढ़वाली हास्य -व्यंग्य, सौज सौज मा मजाक  से, हौंस,चबोड़,चखन्यौ, सौज सौज मा गंभीर चर्चा ,छ्वीं;- जसपुर निवासी  द्वारा  जाती असहिष्णुता सम्बंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; ढांगू वाले द्वारा   पृथक वादी  मानसिकता सम्बन्धी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;गंगासलाण  वाले द्वारा   भ्रष्टाचार, अनाचार, अत्याचार पर गढ़वाली हास्य व्यंग्य; लैंसडाउन तहसील वाले द्वारा   धर्म सम्बन्धी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;पौड़ी गढ़वाल वाले द्वारा  वर्ग संघर्ष सम्बंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; उत्तराखंडी  द्वारा  पर्यावरण संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;मध्य हिमालयी लेखक द्वारा  विकास संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;उत्तरभारतीय लेखक द्वारा  पलायन सम्बंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; मुंबई प्रवासी लेखक द्वारा  सांस्कृतिक विषयों पर गढ़वाली हास्य व्यंग्य; महाराष्ट्रीय प्रवासी लेखक द्वारा  सरकारी प्रशासन संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; भारतीय लेखक द्वारा  राजनीति विषयक गढ़वाली हास्य व्यंग्य; सांस्कृतिक मुल्य ह्रास पर व्यंग्य , गरीबी समस्या पर व्यंग्य, आम आदमी की परेशानी विषय के व्यंग्य, जातीय  भेदभाव विषयक गढ़वाली हास्य व्यंग्य; एशियाई लेखक द्वारा सामाजिक  बिडम्बनाओं, पर्यावरण विषयों   पर  गढ़वाली हास्य व्यंग्य, राजनीति में परिवार वाद -वंशवाद   पर गढ़वाली हास्य व्यंग्य; ग्रामीण सिंचाई   विषयक  गढ़वाली हास्य व्यंग्य, विज्ञान की अवहेलना संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य  ; ढोंगी धर्म निरपरेक्ष राजनेताओं पर आक्षेप , व्यंग्य , अन्धविश्वास  पर चोट करते गढ़वाली हास्य व्यंग्य, राजनेताओं द्वारा अभद्र गाली पर हास्य -व्यंग्य    श्रृंखला जारी  ] 

Bhishma Kukreti

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                         उत्तराखंड का नया नया पार्लियामेंट्री सेक्रेटरी याने नपुंसक सरकारी सांड से भेंट
 
                                       हंसोड्या , चुनगेर ,चबोड़्या -चखन्यौर्या -भीष्म कुकरेती     

(s =आधी अ  = अ , क , का , की ,  आदि )

ब्याळि सुपिन मा द्वारहाट  विधायक याने नया पार्लियामेंट्री सेक्रेटरी मदन सिंह बिष्ट से भेंट ह्वे गे।
मि -बिष्ट जी अब आप तैं मंत्री पद बरोबर पद मिल गे।  वधाई !
बिष्ट - दाज्यू धन्यवाद।  अब मि विधायक नि छौं अब पार्लियामेंट्री सेक्रेटरी ह्वे ग्यों।
मि -यु पार्लियामेंट्री सेक्रेटरी हूंद क्या च ?
बिष्ट -यी त मि तैं बि नि पता कि पार्लियामेंट्री सेक्रेटरी हूंद क्या च पर ब्याळि दाज्यू मुख्यमंत्री हरीश रावत जीन बोलि कि कुछ ना कुछ त हूंद च।
मि -अच्छा त इन बतावदी कि अब तुम सरीखा सात आठ कॉंग्रेसी विधायक उत्तराखंड सरकार मा पार्लियामेंट्री बौण गेवां त तुमर काम क्या च ?
बिष्ट -भै मि तै बि नि पता कि पार्लियामेंट्री सेक्रेटरी करदु क्या च ? अर उन बि कुछ करणों बान हम तैं पार्लियामेंट्री सेक्रेटरी थ्वड़ा बणये गे।
मि -हैं ! मतबल पार्लियामेंट्री सेक्रेटरी मा कुछ काम नि हूंद ?
बिष्ट -नै नै ! जू बि असल काम च उ त हड़क सिंग जीमा च।
मि - त तुम मा अर आम विधायक मा क्या अंतर च ?
बिष्ट -भौत बड़ो अंतर च।
मि -जन कि ?
बिष्ट -विधायक मा मंत्री जन सरकारी कैबिन  नि हूंद अब मि जब पार्लियामेंट्री सेक्रेटरी बौण ग्यों तो मि तैं मिनिस्टर जन कैबिन मिल जालि।
मि -विधायक अर पार्लियामेंट्री सेक्रेटरी मा और अंतर क्या क्या छन ?
बिष्ट -द्वी एक  फंड धुळयां सचिव बि मिल जाल। 
मि -अच्छा ?
बिष्ट -हाँ ! फिर गाडी च , घ्वाड़ा च , अर्दली च , अर्दल्युं -ड्रैवरुं सलाम च।
मि -मतबल मजा ही मजा।
बिष्ट -हाँ मंत्र्युं जन रौब दाब नि सै कुछ ना कुछ रौब तो ह्वेइ जांद।
मि -त जु तुम सात आठ विधायक अब पार्लियामेंट्री सेक्रेटरी बणी गेवां तो तुमम कुछ काम नि रालो ?
बिष्ट -अरे काम ही जि जरूरी हूंद तो पैलि नि बणै दींदा हम तैं पार्लियामेंट्री सेक्रेटरी।
मि -अरे काम काज कुछ ना अर फिर बि सरकारी सुविधा पूरी ?
बिष्ट -बिलकुल ऊनि सुविधा जन एक राजयमंत्री तैं मिलदी।
मि -औ त इन ब्वालदी कि अब तुम  सरकारी सांड ह्वे गेवां।
बिष्ट -सरकारी सांड ना अब हम सब  पार्लियामेंट्री सेक्रेटरी नपुंसक सांड छंवां जु काम कुछ बि  नि कारल किन्तु  सरकारी सुविधा पूरी  का पूरी भ्वागल । .
मि -अरे वाह बिष्ट जी क्या बढ़िया समानता बताई आपन।  याने उत्तराखंड मा पार्लियामेंट्री सेक्रेटरी माने नपुंसक सरकारी सांड।  ग्रेट जी ग्रेट !



  Copyright@  Bhishma Kukreti  20/5/2014 
   
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                               समाजवादी पार्टी की चिंतन बैठक

                                      हंसोड्या , चुनगेर ,चबोड़्या -चखन्यौर्या -भीष्म कुकरेती     

(s =आधी अ  = अ , क , का , की ,  आदि )

ब्याळि २०/४/२०१४ कुण लखनऊ मा समाजवादी पार्टीन लोकसभा चुनाव मा हार का कारण खुज्याणो एक चिंतन मंथन बैठक कार। मीडिया अजकाल नरेंद्र मोदिफ़ाइड हुयुं च त मीडियान समाजवादी पार्टी चिंतन बैठक की खबर बरा नामो दिखाइ।  म्यार सुचण च कि बैठक मा इन चिंतन ह्वे ह्वालु।
मुलायम सिंह - बेटा अखिलेश यु क्या ह्वाइ ? हम त मुजफरनगर काण्ड का बाद बि हार गेवां।
अखिलेश - पर पापा ! उत्तर प्रदेश इन्फोर्मेसन ब्यूरोन  अपण इंटरनल सर्वे से सूचना  दे छे कि हम चालीस से जादा सीट पाणा छंवां।
रामकृपाल यादव - अब्याक अबि उत्तर प्रदेश इन्फोर्मेसन ब्यूरो  चीफ तैं ट्रांसफर कारो अर कै बेकार सि विभाग मा ट्रांसफर कारो।
अखिलेश - चाचा जी इन्फोर्मेसन ब्यूरो  चीफ आपक रिस्तेदार च।
रामकृपाल यादव - तो फिर रण दे। चुनाव मा हारणो दुसर कारण ढूंढो।
मुलायम सिंह - हमर हारणो हैंक कारण क्या च ?
एक एमएलए - जी जेल का  कैदियों तैं वोट नि दीण दे।
हैंक एमएलए - जी भौत सा गुंडा जेल से भैर नि ऐन तो हमर कार्यकर्ता वोटरूं तैं ठीक से नि डरै सकिन।
हैंक एमएलए - भौत सा गुंडा नरेंद्र मोदीक भकलौण मा ऐ गेन अर बुलण मिसे गेन कि जब अच्छे दिन आने वाले हैं तो गुंडागिरी करके क्या फायदा ?
मुलायम सिंह यादव - गृह मंत्री को च ?
गृह मंत्री - नेता जी ! मि ।
मुलायम सिंह - तुम से गुंडे जैसे लोग भी नही सम्भलते तो सरीफ आदमी क्या संभलेंगे।
गृह मंत्री - जी अब अग्वाड़ी  सरीफों को गुंडा बनाने की ट्रेनिंग दिए जाल।
एक एमएलए - जी पुलिस हम कार्यकर्ताओं की बात नि सुणदि।
एमएलए - मसलन हम कार्यकर्ताओं का कुत्ता या खरगोस हर्ची गे तो  पुलिस मुस्तैदी से कुत्ता अर खरगोस नि खुज्यांदी।
मुलायम सिंह - आजम खान जी ! यु हूणु च ?
आजम खान -जी पुलिसकर्मियों कमी च।
मुलायम - किलै ?
आजम खान - जी सरा पुलिस फ़ोर्स तो हम निष्ठावान कार्यकर्ताओं भैंस खुज्याण मा लगीं रौंद।
 मुलायम सिंह - लोगुं तैं क्या दिखाण ? अखिलेश बेटा ! कुछ स्वाच बि च ?
अखिलेश -हाँ सोच याल।
मुलायम -क्या ?
अखिलेश -हम तीस पैंतीस राज्य मंत्री बर्खास्त करणा छंवां।
मुलायम सिंह - पर फिर सरकारी काम कनकै चौलल ?
अखिलेश -पापा ! यी मंत्री तो सुदी बणायां छन।  यूं राज्य मंत्र्युं मा कुछ बि काम नि बंट्यु च।
मुलायम -ठीक च यूँ बेकार का मंत्र्युं तैं बर्खास्त करो।  अर प्रेस नोट द्यावो कि हमन एक्सन लि  आल।
एक - पर यांसे यी राज्य मंत्री नराज ह्वे जाल तो ?
अखिलेश -अरे भोन्दु यी त जनता मा मेसेज दीणा कुण च।  पंदरा बीस दिन बाद सब तैं बहाल करे जाल।
मुलायम - ठीक च।  तो अब चिंतन ह्वे गे।  बैठक खतम !
सब -नेता जीकी जय !



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[गढ़वाली हास्य -व्यंग्य, सौज सौज मा मजाक  से, हौंस,चबोड़,चखन्यौ, सौज सौज मा गंभीर चर्चा ,छ्वीं;- जसपुर निवासी  द्वारा  जाती असहिष्णुता सम्बंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; ढांगू वाले द्वारा   पृथक वादी  मानसिकता सम्बन्धी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;गंगासलाण  वाले द्वारा   भ्रष्टाचार, अनाचार, अत्याचार पर गढ़वाली हास्य व्यंग्य; लैंसडाउन तहसील वाले द्वारा   धर्म सम्बन्धी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;पौड़ी गढ़वाल वाले द्वारा  वर्ग संघर्ष सम्बंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; उत्तराखंडी  द्वारा  पर्यावरण संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;मध्य हिमालयी लेखक द्वारा  विकास संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;उत्तरभारतीय लेखक द्वारा  पलायन सम्बंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; मुंबई प्रवासी लेखक द्वारा  सांस्कृतिक विषयों पर गढ़वाली हास्य व्यंग्य; महाराष्ट्रीय प्रवासी लेखक द्वारा  सरकारी प्रशासन संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; भारतीय लेखक द्वारा  राजनीति विषयक गढ़वाली हास्य व्यंग्य; सांस्कृतिक मुल्य ह्रास पर व्यंग्य , गरीबी समस्या पर व्यंग्य, आम आदमी की परेशानी विषय के व्यंग्य, जातीय  भेदभाव विषयक गढ़वाली हास्य व्यंग्य; एशियाई लेखक द्वारा सामाजिक  बिडम्बनाओं, पर्यावरण विषयों   पर  गढ़वाली हास्य व्यंग्य, राजनीति में परिवार वाद -वंशवाद   पर गढ़वाली हास्य व्यंग्य; ग्रामीण सिंचाई   विषयक  गढ़वाली हास्य व्यंग्य, विज्ञान की अवहेलना संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य  ; ढोंगी धर्म निरपरेक्ष राजनेताओं पर आक्षेप , व्यंग्य , अन्धविश्वास  पर चोट करते गढ़वाली हास्य व्यंग्य, राजनेताओं द्वारा अभद्र गाली पर हास्य -व्यंग्य    श्रृंखला जारी  ]


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                                     नवाज शरीफ भारत आलु कि ना ?

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(s =आधी अ  = अ , क , का , की ,  आदि )


ब्याळि २३//२०१४ , देर रात तक हमर ड्यार इखि पर छ्वीं लगणा रैन कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीs  सौं घट्याणो चखळा -पखळी  , शपथ ग्रहण समारोह मा पाकिस्तानी बजीरे आजम नवाज शरीफ तशरीफ़ लालु कि ना !
सन 1973 कु  रिटायर्ड हवलदार गैणु दा - भई मि नि जाणदु कि नवाज शरीफ सौं घट्याणो चखळा -पखळी मा बिरयानी खाणो आलु  कि ना किन्तु अबकी बार की मोदी सरकार से गुजारिस च कि जु सिपाही सीमा पर छन ऊंकी हिफाजत अवश्य हूण चयेंद।
सन 1975 से विदेश विभाग मा चतुर्थ श्रेणी की पेन्सन खाण वाळ धिंग्वा काका - मि तै त लगणु च कि नवाज शरीफ तैं बुलैक हमन क्वी राजनियक फैदा नि उठै सकण।  हाँ जु निर्गुट सम्मेलन कि बात हूंदी तो  फायदा ह्वे सकुद छौ।
सन 1977 मा कुछ दिन ओवरसीज विभाग मा काम करण वाळ मधु बाडा  - नै नै निर्गुट देसुं सम्मलेन से ज्यादा कॉमन वेल्थ सम्मेलन से फायदा ह्वे सकुद। पण सवाल या च कि नवाज शरीफ आलु कि ना ?
सन 1978 मा गृह मंत्रालय का रिटायर्ड अर्दली रघु ददा - मै लगणु च कि जब तलक नवाज शरीफ सेना जनरल तै भरोसा नि द्याल कि भारत जैक हैदराबादी बिरयानी नि खाल तो शायद सेना नवाज शरीफ तैं भारत जाणो स्वीकृति दे द्याल।
सन 1982 मा बीएसएफ का रिटायर्ड सिपाही झंडु भैजि - जब तक पाकिस्तान आतंकवाद्यूं तै नि सौपंदु तब तक हम तैं नवाज शरीफ तैं मटन बिरयानी खाणो न्यूत दीण ही नि छौ।  अब आतंकवाद्यूं पर निर्भर करदु कि पाकिस्तानी प्रधान मंत्री भारत आंदु च कि ना।  मै लगद आतंकवाद्यूं धमकी से नवाज शरीफ नि डौरल।
सन 1989 मा सेना कैंटीन का रिटायर्ड कंठु काका - नै नै नवाज शरीफ इथगा डरख्वा तो नि ह्वाल कि डौरौ मारन भारत आलु ही ना !
सन 1975 से विदेश विभाग मा चतुर्थ श्रेणी की पेन्सन खाण वाळ धिंग्वा काका - तू क्या जाणदि कि aatankvaadi sngthan जमात -उद -दावाहन धमकी दे आल कि - हे नवाज शरीफ जरा भारत जैक बिरयानी खैक  त आ फिर दिखौलु
सन 1973 कु  रिटायर्ड हवलदार गैणु दा - नै नै आतंकवाद्यूं से ज्यादा पाकिस्तानी सेना प्रमुख रहील शरीफ नवाज शरीफ का भारत आणो विरोध मा होलु।
बीजेपी कु एक कार्यकर्ता सतुर दादा - पर नवाज शरीफ की पार्टी त बुलणी च कि नवाज शरीफ तैं नरेंद्र मोदी जीक सौं घट्याणो चखळा -पखळी मा खमण -ढोकला खाणो जाण चयेंद।
कॉंग्रेसी कार्यकर्ता नत्थू भुला - नै नै ! नवाज शरीफ तैं खमण -ढोकला ना बिरयानी ही खलाण चयेंद।
मेरी ब्वे - यो ! कन बिजोग पड्युं च।  इन तो बतावो न्यूत खालि पाकिस्तानी बजीरे आजम तै दियुं च या हौर मुल्कों सर्वेसर्वाओं तैं बि दियुं च ?
सबि -सार्क देसुं अलावा अफगानिस्तान अर मोरिसिस का पधानुं तैं बि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीs  सौं घट्याणो चखळा -पखळी  , शपथ ग्रहण समारोह मा आणो न्यूत दियुं च।
मेरि ब्वे -तो सुबेर बिटेन अब तलक क्या छंवां पाकिस्तान पाकिस्तान की रट लगाणा ? क्या भूटान कम महत्वपूर्ण च ?
सबि -भूटान हमर बान चीन की तरफ वाळी  रक्षा नीति का वास्ता भौत ही अधिक महत्वपूर्ण देस च।
मेरि ब्वे - क्या नेपाल या बंगलादेश कम महत्वपूर्ण छन ?
सबि - नै नै यि द्वी देस पाणी , वाणिज्य अर रक्षा की दृष्टि से कम महत्वपूर्ण नि छन।
मेरि ब्वे -क्या श्री लंका , अफगानिस्तान , मालदीव हमकुण पाकिस्तान से कम महत्वपूर्ण छन ?
सबि - कतै ना ! उल्टां श्रीलंका , मालदीव अर अफ़ग़ानिस्तान की महत्ता अधिकहूण मिसे गे च।
मेरि ब्वे - तो फिर तुम लोगुंकि सुई केवल नवाज शरीफ पर किलै अटकीं च ?
सबि - वु क्या च कि पाकिस्तान की छ्वीं लगाण मा जरा जादा ही मजा आंद।
मेरि ब्वे - एक बात बताओ क्या नवाज शरीफ भारत आलु कि ना ?
सबि -कुज्याण !




Copyright@  Bhishma Kukreti  24/5/2014 
   
*कथा , स्थान व नाम काल्पनिक हैं।
Garhwali Humor in Garhwali Language, Himalayan Satire in Garhwali Language , Uttarakhandi Wit in Garhwali Language , North Indian Spoof in Garhwali Language , Regional Language Lampoon in Garhwali Language , Ridicule in Garhwali Language  , Mockery in Garhwali Language, Send-up in Garhwali Language, Disdain in Garhwali Language,Hilarity in Garhwali Language, Cheerfulness in Garhwali Language
[गढ़वाली हास्य -व्यंग्य, सौज सौज मा मजाक  से, हौंस,चबोड़,चखन्यौ, सौज सौज मा गंभीर चर्चा ,छ्वीं;- जसपुर निवासी  द्वारा  जाती असहिष्णुता सम्बंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; ढांगू वाले द्वारा   पृथक वादी  मानसिकता सम्बन्धी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;गंगासलाण  वाले द्वारा   भ्रष्टाचार, अनाचार, अत्याचार पर गढ़वाली हास्य व्यंग्य; लैंसडाउन तहसील वाले द्वारा   धर्म सम्बन्धी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;पौड़ी गढ़वाल वाले द्वारा  वर्ग संघर्ष सम्बंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; उत्तराखंडी  द्वारा  पर्यावरण संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;मध्य हिमालयी लेखक द्वारा  विकास संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;उत्तरभारतीय लेखक द्वारा  पलायन सम्बंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; मुंबई प्रवासी लेखक द्वारा  सांस्कृतिक विषयों पर गढ़वाली हास्य व्यंग्य; महाराष्ट्रीय प्रवासी लेखक द्वारा  सरकारी प्रशासन संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; भारतीय लेखक द्वारा  राजनीति विषयक गढ़वाली हास्य व्यंग्य; सांस्कृतिक मुल्य ह्रास पर व्यंग्य , गरीबी समस्या पर व्यंग्य, आम आदमी की परेशानी विषय के व्यंग्य, जातीय  भेदभाव विषयक गढ़वाली हास्य व्यंग्य; एशियाई लेखक द्वारा सामाजिक  बिडम्बनाओं, पर्यावरण विषयों   पर  गढ़वाली हास्य व्यंग्य, राजनीति में परिवार वाद -वंशवाद   पर गढ़वाली हास्य व्यंग्य; ग्रामीण सिंचाई   विषयक  गढ़वाली हास्य व्यंग्य, विज्ञान की अवहेलना संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य  ; ढोंगी धर्म निरपरेक्ष राजनेताओं पर आक्षेप , व्यंग्य , अन्धविश्वास  पर चोट करते गढ़वाली हास्य व्यंग्य, राजनेताओं द्वारा अभद्र गाली पर हास्य -व्यंग्य    श्रृंखला जारी  ]

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                               नरेंद्र मोदी अर नवाज शरीफs मध्य क्या बातचीत होली ?

                                  हंसोड्या , चुनगेर ,चबोड़्या -चखन्यौर्या -भीष्म कुकरेती     

(s =आधी अ  = अ , क , का , की ,  आदि )

भोळ  रात (२६/५ / २०१४ ) या पर्स्युं सुबेर हूण वाळ भारतीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी अर पाक वजीरे आजमौ बीच छ्वीं त लगल ही।  मि सुचणु थौ बल दुयुं बीच क्या बातचीत होली।
नरेंद्र मोदी -स्वागत जी स्वागत !
नवाज शरीफ - मुबारिक ! मुबारिक !
नरेंद्र मोदी -तो शुरू करे जाव ?
नवाज शरीफ -जी शुरू करे जाये।
नरेंद्र मोदी -तो पैल आप शुरू कारो।
नवाज शरीफ -नै नै पैल आप शुरू कारो
नरेंद्र मोदी -आप मेमान छन , पैल आप
नवाज शरीफ -आपन बुलै छौ तो आप बात शुरू कारो।
नरेंद्र मोदी -नवाज जी हमम अधा घंटा इ च त जल्दी शुरू कारो।
नवाज शरीफ -वी त रुण च कि इथगा देर तक हम इनि सुदि बैठिक क्या करला ?
नरेंद्र मोदी -भै हिन्दुस्तान -पाकिस्तान मुतालिक बात कारो।  चलो शुरू कारो।
नवाज शरीफ -तो कश्मीर को क्या ह्वाल ?
नरेंद्र मोदी -नवाज शरीफ जी मीन बातचीत शुरू करणो दरखास्त  कार अर तुमन  पाकिस्तानी तोता जन 'कश्मीर ', 'कश्मीर ' रटण  शुरू करि दे।
नवाज शरीफ -कसम से ! जु मि कश्मीर की बात नि करुल तो पाकिस्तानी फौजन मि तैं देस निकाळा कौर दीण।
नरेंद्र मोदी -पर तुम तैं बि पता च कि अधा घंटा मा हम क्या ब्रह्मा बि कश्मीर समाधान नि खोज सकुद।
नवाज शरीफ -हाँ मि तै बि पता च कि इन बातचीत मा थोड़ा देरौ कुण कश्मीर समस्या नि उठाण चयेंद पर क्या करूँ बगैर काश्मीरौ इस्यु उठायों मि ज़िंदा नि रै सकुद।
नरेंद्र मोदी -मतबल बगैर काश्मीर समाधान का हम बातचीत शुरू बि नि कर सकदवां ?
नवाज शरीफ -बिलकुल ना।
नरेंद्र मोदी -तो क्या करे जावु ?
नवाज शरीफ -अब तुम शुरू कारो बातचीत।
नरेंद्र मोदी -तो पाकिस्तान तैं भारत मा आतंकवाद भिजण बंद करण चयेंद।
नवाज शरीफ -ह्यां आतंकवाद खतम करण हि जि म्यार अधिकार मा हूंद तो मि कश्मीर की छ्वीं हि किलै उठांदु ?
नरेंद्र मोदी -तो आतंकवाद कैक जिम्मा च ?
नवाज शरीफ -कुज्याण पता नि कथगा फैक्ट्री छन धौं।  कबि आईएसआई , कबि फ़ौज , कबि रेडिकल ग्रुप , कबि फिनटिक ग्रुप  …… जैक मर्जी च आतंकवाद फैले सकुद
नरेंद्र मोदी -पर जब तलक हिन्दुस्तान मा पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद बंद नि ह्वाल मि बात शुरू नि कौर सकुद।
नवाज शरीफ -अर सच्ची बुलणु छौं आतंकवाद बंद करण सरकार  जिम्मा नी च।
नरेंद्र मोदी -फिर क्यांक बात ?
नवाज शरीफ -क्वी हैंक मसला  पर बातचीत शुरू कारो।
नरेंद्र मोदी -अच्छा ! दाऊद इब्राहिम तै हिन्दुस्तान तै सुपुर्द कौरि द्यावो।
नवाज शरीफ -किलै तुम मेरी दुखती रग पर हाथ धरणा छंवां ?
नरेंद्र मोदी -कनो क्या ह्वाइ ?
नवाज शरीफ -पाकिस्तान मा सेना अर आईएसआई का समिण सिविल सरकार की नि चलदी।
नरेंद्र मोदी -तो फिर क्यां पर बात करे जाव ?
नवाज शरीफ -बिरयानी पर बातचीत ह्वे जाव।
नरेंद्र मोदी -बिरयानी पर बातचीत ?
नवाज शरीफ -आपन अपण चुनाव मा बिरयानी इथगा फेमस कार कि हरेक पाकिस्तानी हिन्दोस्तानी बिरयानी खाणो इण्डिया आणो उत्सुक च , बेचैन च।
नरेंद्र मोदी -हाँ पर वो  चुनावी लटका -झटका छौ।
नवाज शरीफ -पर अब त हरेक पाकिस्तानी इन समझदो कि पाकिस्तानी प्राइम मिनिस्टर  केवल और केवल इंडियन बिरयानी खाणो हिन्दुस्तान जांद। बाइ द वे ! जीमण मा बिरयानी बणी च कि ना ?
नरेंद्र मोदी -अरे नवाज शरीफ जी मि अपण जनता तैं क्या जबाब देलु कि पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवादौ क्या ह्वे ? दाऊद इब्राहिम  क्या ह्वे ? छबीस ग्यारा का अभियुक्तों क्या ह्वे ?
नवाज शरीफ -जन हमेशा से हूंद , ऊनि करला।
नरेंद्र मोदी -क्या ?
नवाज शरीफ -अबै दै संबंध सुधारs   वास्ता चपड़ासी , अर्दली लेवल  पर भारत -पाकिस्तान की बातचीत की शुरू करे जाव।
नरेंद्र मोदी -ठीक च।
नवाज शरीफ -मोदी जी अपण मूड ठीक कारो अर  चलो अब इंटरनेसनल -नेसनल प्रेस तैं हंसदा चेहरा दिखांदा
नरेंद्र मोदी -मतबल मुखौटा की राजनीति शुरू करे जाव ?
नवाज शरीफ - हाँ।  बस यही म्यार बस मा च।

Copyright@  Bhishma Kukreti  25/5/2014 
   
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[गढ़वाली हास्य -व्यंग्य, सौज सौज मा मजाक  से, हौंस,चबोड़,चखन्यौ, सौज सौज मा गंभीर चर्चा ,छ्वीं;- जसपुर निवासी  द्वारा  जाती असहिष्णुता सम्बंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; ढांगू वाले द्वारा   पृथक वादी  मानसिकता सम्बन्धी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;गंगासलाण  वाले द्वारा   भ्रष्टाचार, अनाचार, अत्याचार पर गढ़वाली हास्य व्यंग्य; लैंसडाउन तहसील वाले द्वारा   धर्म सम्बन्धी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;पौड़ी गढ़वाल वाले द्वारा  वर्ग संघर्ष सम्बंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; उत्तराखंडी  द्वारा  पर्यावरण संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;मध्य हिमालयी लेखक द्वारा  विकास संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;उत्तरभारतीय लेखक द्वारा  पलायन सम्बंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; मुंबई प्रवासी लेखक द्वारा  सांस्कृतिक विषयों पर गढ़वाली हास्य व्यंग्य; महाराष्ट्रीय प्रवासी लेखक द्वारा  सरकारी प्रशासन संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; भारतीय लेखक द्वारा  राजनीति विषयक गढ़वाली हास्य व्यंग्य; सांस्कृतिक मुल्य ह्रास पर व्यंग्य , गरीबी समस्या पर व्यंग्य, आम आदमी की परेशानी विषय के व्यंग्य, जातीय  भेदभाव विषयक गढ़वाली हास्य व्यंग्य; एशियाई लेखक द्वारा सामाजिक  बिडम्बनाओं, पर्यावरण विषयों   पर  गढ़वाली हास्य व्यंग्य, राजनीति में परिवार वाद -वंशवाद   पर गढ़वाली हास्य व्यंग्य; ग्रामीण सिंचाई   विषयक  गढ़वाली हास्य व्यंग्य, विज्ञान की अवहेलना संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य  ; ढोंगी धर्म निरपरेक्ष राजनेताओं पर आक्षेप , व्यंग्य , अन्धविश्वास  पर चोट करते गढ़वाली हास्य व्यंग्य, राजनेताओं द्वारा अभद्र गाली पर हास्य -व्यंग्य    श्रृंखला जारी  ] 

Bhishma Kukreti

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                             मोदी सरकार मा उत्तराखंडौ प्रतिनिधित्व किलै नी च ?

                                   हंसोड्या , चुनगेर ,चबोड़्या -चखन्यौर्या -भीष्म कुकरेती     

(s =आधी अ  = अ , क , का , की ,  आदि )

सबि  उत्तराखंडी हताश छन , निरास छन , निरुत्साहित छन , फ्रस्ट्रेटेड छन बल 2014 की मोदी सरकार मा एक बि मंत्री उत्तराखंड कु नी च , इख तलक कि बुलणो को सही डा मुरली मनोहर जोशी तैं बि जगा नि मील।  मीन अंथाज लगै कि नरेंद्र मोदी अर राजनाथ सिंघs मध्य उत्तराखंडौ बाबत क्या क्या बातचीत ह्वे ह्वेलि।
नरेंद्र मोदी -राजनाथ जी त अब मंत्र्युं  सरा लिस्ट तयार ह्वे गे ?
राजनाथ  सिंघ -हाँ , परफेक्ट लिस्ट बणी गे।
नरेंद्र मोदी -तो मिनिस्टरुं लिस्ट राष्ट्रपति कुण भिजे जावु ?
राजनाथ  सिंघ -हे मेरि ब्वे ! कन भूल -बिसरन्त ह्वे ! यूं आठ दिनुं मा उत्तराखंड पर त डिसकसन ह्वे इ नी च.
नरेंद्र मोदी -जरा पर्चा द्याखदी कथगा लोकसभा सदस्य छन उत्तराखंड मा।
राजनाथ  सिंघ - ऊं ऊँ ! उत्तराखंडौ पर्चा त मीम छैंइ नी च।
नरेंद्र मोदी -म्यार लैपटॉप मा बि उत्तराखंड का लोकसभा सदस्यों लिस्ट नी मिलणी च।  छ्वटु राज्य की ये ही परेसानी हूंद।
राजनाथ  सिंघ ( धै लगैक )-अरे क्वी उत्तराखंड लोकसभा सदस्यों लिस्ट तो लाओ !
एक आंद  -   याच उत्तराखंड मा जित्यां सदस्यों लिस्ट।
नरेंद्र मोदी -सबि भाजपा  का ही सदस्य छन ना ?
राजनाथ  सिंघ -अरे यी सबि भाजपा का ही सदस्य छन ना ?
भैर बिटेन उत्तर - जी सबि भाजपा का ही छन।
नरेंद्र मोदी -कथगा मेंबर छन ?
राजनाथ  सिंघ -पांच !
नरेंद्र मोदी -हैं ! उत्तराखंड से पांच लोकसभा सदस्य ?
राजनाथ  सिंघ -जी !
नरेंद्र मोदी - जी जरा यूँ सदस्यों जनम पत्री (रिपोर्ट कार्ड ) द्याखदी
राजनाथ  सिंघ -टिहरी क्षेत्र से राज्य माला लक्ष्मी शाह।
नरेंद्र मोदी -पार्टी संगठन मा कन च ?
राजनाथ  सिंघ -असल मा माला लक्ष्मी टिहरी रियासत की राजघराना की बहु च तो इन संगठन जन मजदूरी काम नि करी सकदी।
नरेंद्र मोदी -क्वी ऐडमिनिस्ट्रेसन कु अनुभव ?
राजनाथ  सिंघ -नै नै डेढ़ द्वी साल ह्वेन।  फिर श्रीमती शाह कु मायका नेपाल च।
नरेंद्र मोदी -नै नै जब हम सोनिया गांधी  का विरोध विदेशी मूल  वजै से करदां तो श्रीमती शाह तैं कैबिनेट मा जगा नि मील सकद।  अपड़ थुक्युं थूक किलै चटे जावु ? हैंक सदस्य क्वा च ?
राजनाथ  सिंघ - अल्मोड़ा सीट से अजय टमटा।    यूं तैं बि क्वी अनुभव नी च। यी शुड्यूल्ड कास्ट कैटेगरी का बि छन।
नरेंद्र मोदी -शेडूल्ड कास्ट कैटेगरी मा त अबि उदित राज , रविदास अठावले जन कद्दावर नेताओं तैं हि अकोमोडेट नि कर सकणा छंवां हम।  अगला सदस्य क्वा च ?
राजनाथ  सिंघ -बीएस कोशियारी।  भूतपूर्व मुख्यमंत्री। अबि राजयसभा का सदस्य छन।
नरेंद्र मोदी -मुख्यमंत्री रैक यूंन कुछ कामौ काम बि कार ?
राजनाथ  सिंघ -ना जी।  यूंक  निकज्जोपन से तो जनता नराज ह्वे गे छे।
नरेंद्र मोदी -राजयसभा मा क्या करदन ?
राजनाथ  सिंघ -कुछ ना , दिन काटणा रौंदन।
नरेंद्र मोदी -नै मेरी कैबिनेट मा निकज्जा अर संसद मा दिन काटण वाळ लोग नि चयेंदन।  हैंक मेंबर ?
राजनाथ  सिंघ -डा रमेश निशंक।  यी राजनीति का घुट्यां , चलता पुर्जा , चतुर खिलाड़ी छन।
नरेंद्र मोदी -कामगति बि छन कि ना ?
राजनाथ  सिंघ -हाँ कामगति त दिख्यांद त छन पर यूं पर द्वी बड़ा अभियोग लग्यां छन।
नरेंद्र मोदी -क्या क्या ?
राजनाथ  सिंघ -एक त जनता मा यूंक  छवि भ्रष्ट मंत्री अर  मुख्यमंत्री की च।
नरेंद्र मोदी -अर हैंक ?
राजनाथ  सिंघ -यूं पर अभियोग च कि यूंन विधान सभा चुनाव मा पार्टीका का दिग्गज जनरल बीसी खंडूड़ी तैं भीतरघात से हरवाइ। हाँ चतुर इथगा छन कि युंक अगेंस्ट मा प्रूफ कुछ नी च।
नरेंद्र मोदी -नै नै ! यु बगत नी च कि दागी छवि वाळ तैं मंत्री बणये जावु। आखिर मि तैं इंटरनेसनल लीडर बणन भै । हैंक सदस्य ?
राजनाथ  सिंघ -रिटायर्ड मेजर जनरल बीसी खंडूड़ी !
नरेंद्र मोदी -ग्रेट ! युंक नाम तो ऐज ए परफेक्ट एक्जीक्यूटर (कार्य सम्पादन करण वाळ ) प्रसिद्द च। ईमानदार छवि बि च।   यूं तैं मंत्रीपद दिए जाण चयेंद।
राजनाथ  सिंघ -पर नरेंद्र भाई! एक पेंच च
नरेंद्र मोदी -क्या ?
राजनाथ  सिंघ -मेजर जनरल खंडूड़ी कु जनम 1934 कु च याने 75 से अळग की उमर !
नरेंद्र मोदी - ठीक च रण द्यावो।  उन बि हमन उत्तराखंड्यूं   तैं बौगाणो मंत्रीपद की खिल्वणी पकड़ाण छे।  अग्नै पकडै द्योला
राजनाथ सिंघ -अर उन बि हम उत्तराखंड तैं चुनाव या आपदा का टैम पर याद करदवां !

Copyright@  Bhishma Kukreti  27/5/2014 
   
*कथा , स्थान व नाम काल्पनिक हैं।
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[गढ़वाली हास्य -व्यंग्य, सौज सौज मा मजाक  से, हौंस,चबोड़,चखन्यौ, सौज सौज मा गंभीर चर्चा ,छ्वीं;- जसपुर निवासी  द्वारा  जाती असहिष्णुता सम्बंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; ढांगू वाले द्वारा   पृथक वादी  मानसिकता सम्बन्धी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;गंगासलाण  वाले द्वारा   भ्रष्टाचार, अनाचार, अत्याचार पर गढ़वाली हास्य व्यंग्य; लैंसडाउन तहसील वाले द्वारा   धर्म सम्बन्धी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;पौड़ी गढ़वाल वाले द्वारा  वर्ग संघर्ष सम्बंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; उत्तराखंडी  द्वारा  पर्यावरण संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;मध्य हिमालयी लेखक द्वारा  विकास संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;उत्तरभारतीय लेखक द्वारा  पलायन सम्बंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; मुंबई प्रवासी लेखक द्वारा  सांस्कृतिक विषयों पर गढ़वाली हास्य व्यंग्य; महाराष्ट्रीय प्रवासी लेखक द्वारा  सरकारी प्रशासन संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; भारतीय लेखक द्वारा  राजनीति विषयक गढ़वाली हास्य व्यंग्य; सांस्कृतिक मुल्य ह्रास पर व्यंग्य , गरीबी समस्या पर व्यंग्य, आम आदमी की परेशानी विषय के व्यंग्य, जातीय  भेदभाव विषयक गढ़वाली हास्य व्यंग्य; एशियाई लेखक द्वारा सामाजिक  बिडम्बनाओं, पर्यावरण विषयों   पर  गढ़वाली हास्य व्यंग्य, राजनीति में परिवार वाद -वंशवाद   पर गढ़वाली हास्य व्यंग्य; ग्रामीण सिंचाई   विषयक  गढ़वाली हास्य व्यंग्य, विज्ञान की अवहेलना संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य  ; ढोंगी धर्म निरपरेक्ष राजनेताओं पर आक्षेप , व्यंग्य , अन्धविश्वास  पर चोट करते गढ़वाली हास्य व्यंग्य, राजनेताओं द्वारा अभद्र गाली पर हास्य -व्यंग्य    श्रृंखला जारी  ]


 

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