Author Topic: Satire on various Social Issues - सामाजिक एवं विकास के मुद्दे और हास्य व्यंग्य  (Read 360190 times)

Bhishma Kukreti

  • Hero Member
  • *****
  • Posts: 18,808
  • Karma: +22/-1
             चिरसुंदरी  भुंदरा बौक तरफान द्यूर द्यूराणि  कु   अभिनंदन

                आसा , नवप्रवर्तन , प्रगति कु  धड्वै : भीष्म कुकरेती

मि -क्या कहती तू ?
चिर सुंदरी भुंदरा बौ -सुणा ?
मि -चलती क्या खंडाला ?
चिरयौवना भुंदरा बौ -ह्याँ आज पंदरा अगस्त नि हूंद ना त मीन  त्यार बांठै धरणी छे।  पर पंदरा अगस्त च तो
मि -क्या मतलब  ये बौ ?
कांत कामिनी भुंदरा बौ -अबि कुछ दिन पैलि गाँव ऐ छौ तो त्यार सरा परिवार मसूरी ग्ये पर तब तो तीन नि ब्वाल -चलती क्या मसूरी ?
मि -उ उ उ क्या च  .......
भुंदरा बौ -अच्छा छोड़ हैप्पी इंडिपेंडेंस !
मि -वधाई।
भुंदरा बौ -आज क्या लिखणु छे आजादी दिन पर ?
मि -आज मि बंचनेरुं तै झकजोर दूंगा।  आज मै  लिखूंगा  कि किस तरह भारत सब चीज के लिए तरस रहा है।  आज ग् ग गढ़वाली दुनिया हिला दूंगा मै। हेर गढ़वाली को रुला दूंगा कि भारत कितना दुखी है।
भुंदरा बौ -एक बात बथादि जरा।
मि -पूछ।
भुंदरा बौ -जब तू पढ़दु छौ या मुंबई गे तो दस साल तक गाँव कनकै आंद छौ तब ?
मि -ये मेरी ब्वे ! अब तो सोची बि नि सकदु मि। दिल्ली उतरा फिर , मसूरी एक्सप्रेस की जग्वाळ , ऋषिकेश से   बस से सिंगटाळी।  फिर सिंगटाळी से गंगा पार करो अर छै मील की खड़ी चढ़ाई चढ़ो फिर एक मील तौळ उतरो।  क्या औसंद आदि छे।  मुंड मा भारु अर खड़ी उकाळ !
भुंदरा बौ -हाँ ऋषिकेश से गाँव आंद आंद पूरा एक दिन लग जांद छौ। अर  गाँव आणौ बान क्या करदि तू  अब ?
मि -अब तो भौत विकल्प छन हवाई जाज से जौली ग्रांट अर फिर टैक्सी ल्यावो अर तीन घंटा मा अपण ड्यार।  अर फिर ऋषिकेश से बि बस या टैक्सी छन।  आण जाण मा क्वी तकलीफ नी च अब।
भुंदरा बौ -गांमा पाणीक हाल क्या छन ?
मि -अरे भुंदरा बौ नि पूछ।  परिवार का द्वी आदिम तो पंद्यर बिटेन पाणि सारणों लग्यां रौंद छ।  मि त रुणफती ह्वे जांद छौ तब।
भुंदरा बौ -अर अब ?
मि -अब ! अरे अब तो गाँव मा नळ ऐ गेन।  अर मि घौर बि नि रौंद पर फिरबि म्यर घौरम सरकारी योजना से टंकी लगीं च।  पाणी  चुल्लुम पौंचि गे अब।
भुंदरा बौ -अच्छा।  रात बिरत गांमा कनकै चलदो छया तब ?
मि -अरे भुंदरा याद नि दिला तब कि।  रात माने रात।  ढिबरी -चिमनी का उज्यळ  मा पौढ़ि पौढ़िक म्यार आँख कमजोर ह्वे गे छया।  ओ तब !  तोबा तोबा तब !
भुंदरा बौ -अर अब ?
मि -अब क्या ? अब ?  गाँव मा बिजली ऐ गे अब।   उज्यळ ही उज्यळ च गाँमा अब।
भुंदरा बौ -मतलब बिजली , पाणी , सड़क मा सुधार ह्वे च कि ना ? याने  स्थिति बेहतर च अब ?
मि -शत प्रतिशत   स्थिति बेहतर छन अब।
भुंदरा बौ - क्या च आज ?
मि -स्वतंत्रता दिवस च आज।
भुंदरा बौ -याने आधुनिक भारतौ जनम दिन च आज।
मि - हाँ ! आधुनिक भारतौ जनम दिन च आज।
भुंदरा बौ -तू जनम दिन मनाणो दिन  तू आशावान रौंदी कि निराशावान ?
मि -आशावान।
भुंदरा बौ -तो फिर पंदरा अगस्तौ दिन किलै या निराशा ?
मि -ह्यां मि लेखक छौं तो म्यार काम च वीकनेस , कमजोरी खुज्याण।
भुंदरा बौ - अपण जन्म दिनों दिन आसा आवश्यक हूंदी ?
मि - प्रगति विचार , पिछ्ली सफलता पर ध्यान अर आशावान सोच जन्मदिनौ दिन आवश्यक हूंदी।
भुंदरा बौ -तो फिर भारतौ जनम दिनौ बान नई सोच , प्रगतिवादी , नव अन्वेषकी सोच आवश्यक नि हूंदी ?
मि -ऊं ऊं …
भुंदरा बौ -क्या ऊं ऊं?
मि -हाँ हाँ भारतौ जनम दिनौ बान नई सोच , प्रगतिवादी , नव अन्वेषकी सोच आवश्यक  हूंदी।
भुंदरा बौ -बस अब ठीक च जै हिन्द !  जै उत्तराखंड !
मि -जै हिन्द ! , जै महाराष्ट्र !


15 /8  /15 ,Copyright@ Bhishma Kukreti , Mumbai India
Thanking You .

Bhishma Kukreti

  • Hero Member
  • *****
  • Posts: 18,808
  • Karma: +22/-1
Best  Harmless Garhwali Literature Humor  ;  Garhwali Literature Comedy Skits   ; Garhwali Literature  Satire  ;  Garhwali Wit Literature  ;  Garhwali Sarcasm Literature  ;  Garhwali Skits Literature  ;  Garhwali Vyangya   ;  Garhwali Hasya


                   

                               मेरे दिल में भी ख़याल आते है ऐतवारौ कुण

                        कुकड़ाण ,   कव्वाक  ककड़ाण, घचकाण      :::   भीष्म कुकरेती

             ऐतवार माने आराम अर जब अराम हो तो ध्यान भौत सा बतुं पर जांद। तो इनि आज म्यार दिमाग , मगज , बरमंड मा बिगऴयां -बिगऴयां बिचार आणा छन।  भुंदरा बौका सौं इ विचार म्यार अपणा इ छन।   

                  15 अगस्तौ दिन हमर बिल्डिंग मा छत मा झंडारोहण हूंद अर तकरीबन हरेक परिवार से एक तो भाग लींद इ छौ। मी बि अर बिल्डिंगौ बच्चा बि भाग लींद छा। ब्याळि मि फेसबुक मा स्वतंत्रता सिव्स पर सैकड़ों पोस्टित फोटो तैं  Like मा व्यस्त रौं तो मि झंडारोहण मा नि जै सौक।  बाद मा पता चल कि सिर्फ पांच आदिम छतम झंडारोहणो गेन अर वू बि इलैकि ऊँ तै कम्प्यूटर चलाण नि आंद।  कारण यु छौ बल अधिकतर वर्डस्प पर इंडिपेंडेंट डे -इंडिपेंडेंट डे खिलणम व्यस्त छया।  बात बि सै च बल जब हम्म वर्चुवल वर्ल्ड ऐ जावो तो असली संसार की क्या जरूरत ?

             ब्याळि फेसबुक मा ललित मोहन कोटनाला जीन एक बड़ी कामैक खबर दे  कि देहरादून मा घंटाघरम 15 रुप्या मा लंच थाळी मीलली।  शायद चार अदिमुन Like कार होलु।  अब हम अच्छी , कामक , उत्साहवर्धक खबर पसंद करि नि पौंदा।  अब हम तै नेगेटिव खबरूं मा आनंद , रस्याण आंद।

               इंटरनेट मा श्रद्धेय सर्वोदयी कार्यकर्ता मानसिंह रावत जी तै जमनालाल बजाज पुरूस्कार मील पर दसियों खबर क्लिप ऐन।  सब्युंन वधाई दे।  इथगा दिन ह्वे गेन कैन बि मानसिंह  जीक जीवनी पोस्ट नि कार। हूंद च हूंद च।  प्रचार का युग , प्रोपेगैंडा अरा मा सज्जन आदम्युंक जीवनी नि लिखे जान्दि।

           कुछ कौंग्रेसी बल हरिद्वारौ सांसद डा रमेश निशंक का घर सोनिया गांधी का झंडा लेक विरोध करणा गेन अर पुंछणा गेन कि -बताओ उत्तराखंड में क्या विकास हो रहा है ?

हाँ सांसदुं तै पुछ्ण जरूरी च।  पर कौंग्रेस्यूं तै सोनिया गांधी अर मनमोहन जी तैं बि पुछण  चयेंद कि 2004 से 2014 तक उत्तराखंड मा कथगा विकास ह्वे ?

        अच्काल समज मा नि आंद कि विज्ञापन समाचार छन या समाचार विज्ञापन छन।

         पत्रकारों से पूछे जांद कि अज्काल तुम लोग बेकार बेकार का गुंवण्या -मुतण्या  समाचार पैलो पेज पर दींदा अर कामक समाचार कखि विज्ञापनों बीच दे दींदा।  किलै भै ? पत्रकारुं जबाब हूंद बल जब शीर्षथ नेतृत्व गुंवण्या -मुतण्या ह्वे जावो तो मुख्य कवर पेज का समाचार बि गुंवण्या -मुतण्या ही ह्वाला।  पर नेताओं बुलण च बल अब जब पत्रकार ही गुंवण्या -मुतण्या ह्वाला तो समाचार बि गुंवण्या -मुतण्या ह्वाला।  असल मा पत्रकार 100 % सही छन अर नेता बि 100 % सही छन। 

      अच्काल ढोल -दमाऊ चर्चा मा च कि ढोल दमाऊ उत्तराखंड का राष्ट्रीय वाद्य यंत्र ह्वालो।  हरीश रावत जीन अपण ढोल पिटणो बान इ सै पर सुखद कदम उठाई।

      भौत सा गढ़वाली -कुमाउनी बिठ, सवर्ण संस्कृति खतम हूणै बात करणा रौंदन।  यि सबि बिठ गढ़वाली -कुमाउँनी संस्कृति खतम हूण पर बाल्टी भरिक आंसू बगांदन।  जब संस्कृति का रचनाकारों याने गढ़वाल -कुमाऊं का शिल्पकारों से मि पुछ्दु कि  संस्कृति बचाओ आंदोलन का बारा मा आप लोगुं क्या ख़याल च ? तो ऊंक जबाब हूंद - भाड़ में जाए आपकी संस्कृति , गुदनड़ जाए ये आपकी संस्कृति ! मतलब तुम सवर्ण चाहते हो कि आपकी संस्कृति बचाने हेतु हम अब भी अछूत ही बने रहे ?

 शिल्पकारुं बात मा दम च बल गढ़वाल -कुमाऊं की संस्कृति बचाणो मतलब जाति प्रथा तै ज़िंदा रखण।  मेरी समज मा संस्कृति जाये भाड़ मा पर जाति प्रथा खतम हूणि चयेंद।

संस्कृत बचाण पर आपक क्या विचार छन ?




16/8  /15 ,Copyright@ Bhishma Kukreti , Mumbai India
*लेख की   घटनाएँ ,  स्थान व नाम काल्पनिक हैं । लेख में  कथाएँ , चरित्र , स्थान केवल व्यंग्य रचने  हेतु उपयोग किये गए हैं।

 Best of Garhwali Humor Literature in Garhwali Language  ; Best of Himalayan Satire in Garhwali Language Literature  ; Best of  Uttarakhand Wit in Garhwali Language Literature  ; Best of  North Indian Spoof in Garhwali Language Literature ; Best of  Regional Language Lampoon in Garhwali Language  Literature  ; Best of  Ridicule in Garhwali Language Literature  ; Best of  Mockery in Garhwali Language Literature    ; Best of  Send-up in Garhwali Language Literature  ; Best of  Disdain in Garhwali Language Literature  ; Best of  Hilarity in Garhwali Language Literature  ; Best of  Cheerfulness in Garhwali Language  Literature   ;  Best of Garhwali Humor in Garhwali Language Literature  from Pauri Garhwal  ; Best of Himalayan Satire Literature in Garhwali Language from Rudraprayag Garhwal  ; Best of Uttarakhand Wit in Garhwali Language from Chamoli Garhwal  ; Best of North Indian Spoof in Garhwali Language from Tehri Garhwal  ; Best of Regional Language Lampoon in Garhwali Language from Uttarkashi Garhwal  ; Best of Ridicule in Garhwali Language from Bhabhar Garhwal   ;  Best of Mockery  in Garhwali Language from Lansdowne Garhwal  ; Best of Hilarity in Garhwali Language from Kotdwara Garhwal  ; Best of Cheerfulness in Garhwali Language from Haridwar    ;
Garhwali Vyangya ; Garhwali Hasya  ;  Garhwali skits   ; Garhwali short Skits , Garhwali Comedy Skits  , Humorous Skits in Garhwali , Wit Garhwali Skits 

                    स्वच्छ भारत  , स्वच्छ भारत , बुद्धिमान भारत!


Bhishma Kukreti

  • Hero Member
  • *****
  • Posts: 18,808
  • Karma: +22/-1
Best  Harmless Garhwali Literature Humor Vyapam Scam/ Ghotala  ;  Garhwali Literature Comedy Skits  Vyapam Scam/ Ghotala ; Garhwali Literature  Satire Vyapam Scam/ Ghotala ;  Garhwali Wit Literature Vyapam Scam/ Ghotala ;  Garhwali Sarcasm Literature Vyapam Scam/ Ghotala ;  Garhwali Skits Literature Vyapam Scam/ Ghotala ;  Garhwali Vyangya  Vyapam Scam/ Ghotala ;  Garhwali Hasya Vyapam Scam/ Ghotala

                        शिवराज जी ! यदि दाऊद चुनौ जीति गे त उ अपराधी नी च क्या ?

                   

                        चबोड़ , चखन्यौ , चचराट   :::   भीष्म कुकरेती


                        ब्याळि (16 /8 /2015 )  , मध्यप्रदेश मा भाजपा दस नगरपालिका मादे आठ नगरपालिकाओं चुनाव क्या जीति कि मध्य प्रदेशौ सुब्बा (सूबे का नेता ) शिवराज सिंह चौहान खुशि मा उतणु ह्वे ग्याइ  , घ्वाड़ा तरां घिलमुंडि खाण लग ग्याइ  अर खुशि मा अंट शंट बखण लग ग्याइ ।  सूबा  कु सूबेदार जीक बुलण च बल भाजपा द्वारा चुनौ जितण मतलब कॉंग्रेस तै व्यापम घोटाला कु जबाब। अंट संट बखण पागलपन  निशाणि बि माने जांद।

             ये जी सुब्बेदार जी ! चौहान जी ! यदि चुनाव जितण , चुनावी जंग जितण , चुनावी युद्ध जितण गुनाह मुक्ति दवा च तो फिर भाजपा आज तक इंदिरा गांधी तै इमरजेंसी की गुनाहगार किलै माणदि ? बार बार आप लोग आज बि इंदिरा गांधी पर भगार किलै लगौंदा भै ?

                     ये जी जै राज्य मा व्यापम जन सालों साल तक चलण वळ बड़ो घोटाला हो वै राज्य का मुखिया जी ! आदर्श घोटाला  अभियोगी , महाराष्ट्र का भूतपूर्व मुख्यमंत्री अशोक चौहाण चुनाव जीति गे तो क्या अब अशोक चौहाण शहीदों की विधवावों का फ़्लैट छिनण वाळ अपराधी नी च ?

                     मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री जी ! आपक हिसाब से तो जु बि चुनाव जीत जांद वो अपराध मुक्त ह्वे जांद। तो फिर छगन भुजबल तो चुनाव जीत तो फिर वै का घर अर ऑफिसों पर छापामारी किलै भै शिवराज जी ?

          चौहान जी ! भौत सा डॉन जेल भीतर बिटेन चुनौ जीत जांदन वांक मतलब यु समजे जावो कि यी धुर्या नि छन , गुनाहगार नि  छन , जघन्य अपराधी नि छन ? गुजरात का मंत्री  सोलंकी जी चुनौ जितणा इ रौंदन तो क्या यूँ पर भ्रस्टाचार का मुकदमा खारिज करे जावु ?

           चौहान जी चारा घोटाला का राजा लालू यादव तो कथगा इ चुनाव जीती गे तो क्या वैक गुनाह माफ़ कर दिए जावन।?

               यदि भोळ दुनिया  ठगुं का ठग दाऊद इब्राहिम या ठगराज ललित मोदी भारत आंदन अर जब तक यूँ पर अपराध सिद्ध हूंद वांसे पैल इ चुनाव जीत जावन तो यी अपराधी नि छन ?

             शिवराज जी ! भाजपा हजारों चुनाव बि जीत जावो तो भी आपका नेतृत्व मा व्यापम सरीखा घोटाला सालो तक हूणु राइ का गुनाह तो अवश्य रालो ।  चौहान जी ! आप सूबा का मुखिया छया तो घोटाला ह्वाई च अर आपक राज मा ह्वाइ तो यांक दाग , धब्बा , गुवांण , मुताण की गंध तो आप पर हजारों साल तक राली कि ना ? या चुनौ जितण से गुवांण , मुताण की गंध समाप्त ह्वे जाली ?    मनमोहन सिंह जी गुनहगार नि छया किन्तु ऊंक राज मा घोटाला ह्वेन यांक दाग धब्बा तो मनमोहन जी पर राला ही तो चौहान जी ! उनि  इतिहास आप का कलुषित नेतृत्व तै माफ़ नि कौर सकद।


17/8  /15 ,Copyright@ Bhishma Kukreti , Mumbai India
*लेख की   घटनाएँ ,  स्थान व नाम काल्पनिक हैं । लेख में  कथाएँ , चरित्र , स्थान केवल व्यंग्य रचने  हेतु उपयोग किये गए हैं।
 Best of Garhwali Humor Literature in Garhwali Language Vyapam Scam/ Ghotala ; Best of Himalayan Satire in Garhwali Language Literature Vyapam Scam/ Ghotala ; Best of  Uttarakhand Wit in Garhwali Language Literature Vyapam Scam/ Ghotala ; Best of  North Indian Spoof in Garhwali Language Literature Vyapam Scam/ Ghotala; Best of  Regional Language Lampoon in Garhwali Language  Literature Vyapam Scam/ Ghotala  ; Best of  Ridicule in Garhwali Language Literature Vyapam Scam/ Ghotala ; Best of  Mockery in Garhwali Language Literature  Vyapam Scam/ Ghotala  ; Best of  Send-up in Garhwali Language Literature Vyapam Scam/ Ghotala ; Best of  Disdain in Garhwali Language Literature Vyapam Scam/ Ghotala ; Best of  Hilarity in Garhwali Language Literature Vyapam Scam/ Ghotala , Vyapam Scam/ Ghotala  ; Best of  Cheerfulness in Garhwali Language  Literature  Vyapam Scam/ Ghotala ;  Best of Garhwali Humor in Garhwali Language Literature  from Pauri Garhwal Vyapam Scam/ Ghotala ; Best of Himalayan Satire Literature in Garhwali Language from Rudraprayag Garhwal  Vyapam Scam/ Ghotala; Best of Uttarakhand Wit in Garhwali Language from Chamoli Garhwal Vyapam Scam/ Ghotala ; Best of North Indian Spoof in Garhwali Language from Tehri Garhwal  ; Best of Regional Language Lampoon in Garhwali Language from Uttarkashi Garhwal  ; Best of Ridicule in Garhwali Language from Bhabhar Garhwal   ;  Best of Mockery  in Garhwali Language from Lansdowne Garhwal  ; Best of Hilarity in Garhwali Language from Kotdwara Garhwal  ; Best of Cheerfulness in Garhwali Language from Haridwar    ;
Garhwali Vyangya ; Garhwali Hasya  ;  Garhwali skits   ; Garhwali short Skits , Garhwali Comedy Skits  , Humorous Skits in Garhwali , Wit Garhwali Skits 

                    स्वच्छ भारत  , स्वच्छ भारत , बुद्धिमान भारत!




Bhishma Kukreti

  • Hero Member
  • *****
  • Posts: 18,808
  • Karma: +22/-1
Best  Harmless Garhwali Literature Humor  ,College Admission Denial  ;  Garhwali Literature Comedy Skits   ,College Admission Denial  ; Garhwali Literature  Satire  ,College Admission Denial  ;  Garhwali Wit Literature  ,College Admission Denial  ;  Garhwali Sarcasm Literature  ,College Admission Denial  ;  Garhwali Skits Literature  ,College Admission Denial  ;  Garhwali Vyangya   ;  Garhwali Hasya


                   

                  सौरी ! प्रिंसिपल साब मि तुमर शुभकामना वापस करणु छौं

                        चबोड़ , चखन्यौ , चचराट   :::   भीष्म कुकरेती

          किरोड़ीमल  कौलेज  प्रिंसिपल का कार्यालय से

प्रिय छात्र  अभार्थी !

आपक हमर कौलेज मा प्रवेशार्थ प्रार्थना पत्र मील।

एड्मिसन कमीटिन आपक प्रार्थना पत्र की सांगोपांग जाँच कार। अजकालौ प्रतियोगिता का जमानो मा इथगा कम सीटूँ मा आप सरीखा काबिल छात्रों का हूंद हरेक तै प्रवेश दीण  समस्या च।

किरोड़ीमल कौलेज मा प्रवेश की इच्छा का वास्ता धन्यवाद। कृपया मेरी अर मैनेजिंग कमेटी का तरफ से भविष्य मा चमकीला, सुखद,  पढ़ाकू छात्र जीवन  की शुभकामनाएं स्वीकार कारो।

मुहर सहित प्रिंसिपल का हस्ताक्षर


 प्रिय प्रिंसिपल !

आपक म्यार सुखद भविष्य का वास्ता शुभ कामना मील।  मि तै दिल से खेद च कि ए बगत  मि तुमर शुभ कामना स्वीकार नि कर सकुद। आपकी शुभकमान धिक्कारयुक्त भाषा मा वापस भिजणु छौं।

आखिर कौलेजूं मा गलाकाट  प्रितयोगिता इथगा  बढ़ ग्याइ  कि सत्ताइस कौलेजुं से मेकुण सुखद भविष्य की शुभकामना ऐन।  हरेक कौलेजन रस अर छंद युक्त  भाषा मा प्रवेश अस्वीकृति की सूचना दे।  प्रत्येक प्रिंसिपलन मी तै काबिल छात्र मान पर हरेकान मि तै प्रतियोगिता की दुहाई देकि प्रवेश नि दे पर अतिश्योक्तिपूर्ण शुभकामना दे।  मेकुण बड़ी मुश्किल ह्वे कि सत्ताइस कोलेजों द्वारा प्रेषित कैं शुभकामना तै स्वीकृत कारो।

    फिर मीन जन कि आपन अर आपकी सलेक्सन कमेटीन करि होलु उनि कार। अलंकारूं तै मानद मानिक मीन कॉलेजुं शुभकामनाओं की छंटाई शुरू कार।

पैल मीन टॉप का दस कॉलेजूं शुभकामना छांटेंन।  अफ़सोस ! तुमर कॉलेज टॉप दस मा बि नि छौ।  शरम कारो ! अच्छा अलंकार तो प्रयोग कारो।

फिर मीन तीन टॉप का कॉलेजुं शुभ कामना छांटेन। तुम अर तुमर कौलेज तै शरम आण चयेंद कि तुम ये लायक बि नि छया कि मेरी टॉप लिस्ट मा ऐ सकां।

खैर  मीन एक कॉलेज की शुभकामना ही स्वीकार करण छौ सो स्यु कर याल।

आप  निराश नि हुयां।  में सरीखा सैकड़ों छात्र छन जौं तै कॉलेजुं मा प्रवेश नि मील। मायूस नि ह्वावो मि तै सौ टक्का विश्वास च बल क्वी ना क्वी तो आपक शुभकामना स्वीकृत कारल।

 सैकड़ों छात्रों में से  कॉलेज प्रवेश से बंचित एक छात्र !



18/8  /15 ,Copyright@ Bhishma Kukreti , Mumbai India
*लेख की   घटनाएँ ,  स्थान व नाम काल्पनिक हैं । लेख में  कथाएँ , चरित्र , स्थान केवल व्यंग्य रचने  हेतु उपयोग किये गए हैं।
 Best of Garhwali Humor Literature in Garhwali Language  ,College Admission Denial  ; Best of Himalayan Satire in Garhwali Language Literature  ,College Admission Denial  ; Best of  Uttarakhand Wit in Garhwali Language Literature  ,College Admission Denial  ; Best of  North Indian Spoof in Garhwali Language Literature ,College Admission Denial  ; Best of  Regional Language Lampoon in Garhwali Language  Literature  ,College Admission Denial  ; Best of  Ridicule in Garhwali Language Literature  ; Best of  Mockery in Garhwali Language Literature   ,College Admission Denial    ; Best of  Send-up in Garhwali Language Literature  ,College Admission Denial  ; Best of  Disdain in Garhwali Language Literature  ,College Admission Denial  ; Best of  Hilarity in Garhwali Language Literature  ; Best of  Cheerfulness in Garhwali Language  Literature   ,College Admission Denial  ;  Best of Garhwali Humor in Garhwali Language Literature  from Pauri Garhwal  ,College Admission Denial  ; Best of Himalayan Satire Literature in Garhwali Language from Rudraprayag Garhwal  ,College Admission Denial  ; Best of Uttarakhand Wit in Garhwali Language from Chamoli Garhwal  ,College Admission Denial  ; Best of North Indian Spoof in Garhwali Language from Tehri Garhwal  ,College Admission Denial  ; Best of Regional Language Lampoon in Garhwali Language from Uttarkashi Garhwal  ,College Admission Denial  ; Best of Ridicule in Garhwali Language from Bhabhar Garhwal   ;  Best of Mockery  in Garhwali Language from Lansdowne Garhwal  ; Best of Hilarity in Garhwali Language from Kotdwara Garhwal  ; Best of Cheerfulness in Garhwali Language from Haridwar    ;
Garhwali Vyangya ; Garhwali Hasya  ;  Garhwali skits   ; Garhwali short Skits , Garhwali Comedy Skits  , Humorous Skits in Garhwali , Wit Garhwali Skits 

                    स्वच्छ भारत  , स्वच्छ भारत , बुद्धिमान भारत!


Bhishma Kukreti

  • Hero Member
  • *****
  • Posts: 18,808
  • Karma: +22/-1
Best  Harmless Garhwali Literature Humor  ;  Garhwali Literature Comedy Skits   ; Garhwali Literature  Satire  ;  Garhwali Wit Literature  ;  Garhwali Sarcasm Literature  ;  Garhwali Skits Literature  ;  Garhwali Vyangya   ;  Garhwali Hasya


                    तपस्वनी माँ सूपनखा 6 घंटा  पुलिस स्टेसन मा क्या करणि राई ?

                        चबोड़ , चखन्यौ , चचराट   :::   भीष्म कुकरेती

              तपस्वनी माँ सूपनखा का भक्त , तपस्वनी माँ सूपनखा का विरोधी अर सरा पत्रकारिता जगत इख तक कि अर्णव गोस्वामी तैं बि अबि तक पता नि चौल कि ब्याळि पुलिस तपस्वनी माँ सूपनखा तैं पूछताछौ कुण लीगी छै अर माँ सूपनखा तैं 6 घंटा  स्टेसन मा रखे गे। पर ना तो विश्वस्त सूत्रों तै पता चल कि तपस्वनी माँ सूपनखा से पुलिसन 6 घंटौं तक क्या बात कार अर सूपनखा का कथगा राज पुलिसौ  हाथ लग।  बस पिलिस हेड क्वार्टर से एक प्रेस रिलीज ह्वे कि तपस्वनी माँ सूपनखा पुलिस के साथ सहयोग कर रही है।

         जन कि आजकल भौत सा  धर्मगुरु कै ना कै व्यभिचार मा फंसणा छन अर टीवी चैनलों मा 12 घंटा तक ब्रेकिंग न्यूज आइटम बणना छन त उनि परसि अर ब्याळि माँ सूपनखा टीवी चैनलूं टीआरपी बढाणी राई।  परसि टीवी वळुन 12 घंटा तक ब्रेकिंग न्यूज दे कि भोळ तपस्वनी माँ सूपनखा पुलिस स्टेसन जाली।  ब्याळि 3  घन्टौं  टीवी चैनेल दर्शकुं तै खिजाणा रैन कि सूपनखा पुलिस स्टेसन जाली , फिर 6 घन्टौं तक टीवी वळु रट लगीं राई कि माँ सूपनखा पुलिस स्टेसन मा च अर कै तै कुछ पता नि चलणु च कि  स्टेसनम क्या हूणु च।  फिर अगला तीन घंटा टीवी चैनलों मा बकबास ह्वे कि पुलिसन तपस्वनी माँ सूपनखा से पूछताछ कार।  सरा भारत मा तपस्वनी  समर्थक , विरोधी अर तमसगीर सार लग्यां छया कि क्वी ना क्वी टीवी चैनेल तो बताल कि भितर ह्वे। पर   आसाराम बापू की सौं , राधे माँ की कसम और सोनू निगम की सौगंध कै तैं कुछ पता नि चल कि भितर पुलिसन तपस्वनी माँ सूपनखा तै क्या पूछ अर माँ सूपनखान अपणि क्या क्या पोल ख्वाल ? तपस्वनी माँ सूपनखा पर आम घर्मगुरु -गुरयाण्यूं पर लगण वाळ अपराध जन कि धोखाधड़ी , भक्तु दगड व्यभिचार , अमानत मा खयानत अपराध लग्यां छन। माँ 

      म्यार मुहल्ला का दादा छुर्रा कळगी बि ब्याळि पुलिस स्टेसन मा भर्ती छौ तो वैन अपण कंदुड़ु सुण्यु अर दूसरौ आंख्युंन दिख्युं सब हाल बताई।

   तपस्वनी माँ सूपनखा नंग पुड़ैक भक्तों तै आशीर्वाद दींदी। नंग कख पुड्यांदि यो भक्त  या भक्तिणि पाप पर निर्भर करद।

         पुलिस स्टेसनौ बंद कमरा मा पैल एकैक करिक पचासेक हवलदार माँ सूपनखा से पूछताछ करणो गेन।  माँ तो माँ च वींन द्रवित ह्वेक हरेक हवलदार का शरीर पर नंग पुड़ैक आशीर्वाद दे।

एक हवलदारन प्रार्थना कार - माँ म्यार तबादला धरावी पुलिस स्टेसन मा ह्वाल कि ना ?

तपस्वनिन  वै हवलदार तै घूर अर इन जगा नंग पुड़ैन जखाकी आसा वै तै सुपिन मा बि नि छे।  हवलदार समझी गे कि माँ न आशीर्वाद दे आल अर अब छै मैना का भितर भीतर अवश्य वैको तबादला कमाई को सबसे बड़ो अड्डा धरावी पुलिस स्टेसन ह्वे जालो।

हवलदारुं बाद आशीर्वाद लीणो सब इंस्पेक्टरुं बारी आई।  माँन हरेक पर नंग पुड़ैन।

एक सब इन्स्पेटरन ब्वाल -माँ ! मि छुट मुट गुंडों का मुखबिर ही रै ग्यों।  क्या कबि में पर दाऊद गैंग की नजर बि पोड़लि ? जांसे मि ऊँ तै सूचना देकि कुछ हौर ज्यादा कमै सकुं ?

माँन  नंग पुड़ैक भक्त तै आशीर्वाद दे।

बड़ा  ऑफिसरों नंबर सबसे बाद मा आई। माँन हरेक पर जगा या कुजगा नंग पुडैन अर आशीर्वाद दे।

सबसे बड़ो अधिकारीन आशीर्वाद मांग - माँ म्यार रिटायरमेंट कुण सिर्फ छै मैना रयाँ छन।   मि रिटायरमेंट विधायक बाद बण जौल कि ना ? माँन अधिकारीक जगा  जगा नंग पुड़ैन  याने अधिकारी रिायरमेंट बाद विधायक अवश्य बौणल।

सरकारी वकील पर बि माँन नंग पुडैन।  वकील साब की इच्छा जज  बणनै की छै ।

अंत माँ माँ से आशीर्वाद लीणो कुण क्षेत्र कु सबसे बड़ो गुंडा बड़ा छतरी आई।  माँन बीस जगा नंग पुड़ैक बड़ा छतरी  तै अक्खा मुंबई पर राज करणो आशीर्वाद दे।

इन मा आशीर्वाद दींद दींद माँ सूपनखा तै 6 घंटा लग गेन। आधिकारिक रूप मा पूछताछ का तो पता नी पर सब पुलिस वाळ खुस छया कि वूं तैं माँन मनवांछित आशीर्वाद दे।




19/8  /15 ,Copyright@ Bhishma Kukreti , Mumbai India
*लेख की   घटनाएँ ,  स्थान व नाम काल्पनिक हैं । लेख में  कथाएँ , चरित्र , स्थान केवल व्यंग्य रचने  हेतु उपयोग किये गए हैं।
 Best of Garhwali Humor Literature in Garhwali Language  ; Best of Himalayan Satire in Garhwali Language Literature  ; Best of  Uttarakhand Wit in Garhwali Language Literature  ; Best of  North Indian Spoof in Garhwali Language Literature ; Best of  Regional Language Lampoon in Garhwali Language  Literature  ; Best of  Ridicule in Garhwali Language Literature  ; Best of  Mockery in Garhwali Language Literature    ; Best of  Send-up in Garhwali Language Literature  ; Best of  Disdain in Garhwali Language Literature  ; Best of  Hilarity in Garhwali Language Literature  ; Best of  Cheerfulness in Garhwali Language  Literature   ;  Best of Garhwali Humor in Garhwali Language Literature  from Pauri Garhwal  ; Best of Himalayan Satire Literature in Garhwali Language from Rudraprayag Garhwal  ; Best of Uttarakhand Wit in Garhwali Language from Chamoli Garhwal  ; Best of North Indian Spoof in Garhwali Language from Tehri Garhwal  ; Best of Regional Language Lampoon in Garhwali Language from Uttarkashi Garhwal  ; Best of Ridicule in Garhwali Language from Bhabhar Garhwal   ;  Best of Mockery  in Garhwali Language from Lansdowne Garhwal  ; Best of Hilarity in Garhwali Language from Kotdwara Garhwal  ; Best of Cheerfulness in Garhwali Language from Haridwar    ;
Garhwali Vyangya ; Garhwali Hasya  ;  Garhwali skits   ; Garhwali short Skits , Garhwali Comedy Skits  , Humorous Skits in Garhwali , Wit Garhwali Skits 

                    स्वच्छ भारत  , स्वच्छ भारत , बुद्धिमान भारत!



Bhishma Kukreti

  • Hero Member
  • *****
  • Posts: 18,808
  • Karma: +22/-1
Best  Harmless Garhwali Literature Humor  , Power Cut;  Garhwali Literature Comedy Skits  , Power Cut ; Garhwali Literature  Satire  ;  Garhwali Wit Literature, Power Cut  ;  Garhwali Sarcasm Literature , Power Cut ;  Garhwali Skits Literature , Power Cut ;  Garhwali Vyangya  , Power Cut ;  Garhwali Hasya , Power Cut


                    बिजली कटौती से जनता कु ही फैदा च -बिजली मंत्री समूह

                        चबोड़ , चखन्यौ , चचराट   :::   भीष्म कुकरेती


                ब्याळि झूठिस्तान टीवी का प्रीमियर शो याने सबसे अधिक झूठ बुलणै पत्रियोगिता याने खुली बहस का दौरान सबि प्रदेशुं बिजली मंत्री एक बात पर सहमत छया कि बिजली कटौती से सरकार ना जनता तैं ज्यादा फैदा च।

 विकास से परेशान प्रदेशक बिजली मंत्रीन अपण लहजा मा औडळ -बीडळ लांद ब्वाल - बिजली नि मिलण से  सबसे अधिक फैदा जनता तै च।  अरे जब बिजली गुल राली तो बिजली बिल नि आलो अर बिजली बिल नि आलो तो फैदा तो जनता को ही च कि ना ?

विकास का नाम पर यादव मुसलमानुं झुण्ड का बिजली मंत्रीन सहमति दिखाई - हाँ बिजली नि हूण से न पंखा चौलल , न फ्रिज , ना मिक्सर  जनता को तो स्वयमेव खरचा कम ह्वे जाल कि ना ?

विकास शब्द तै प्रदेश शब्दकोशुं से सफाचट भैर करण वळ प्रदेसक बिजली मंत्री न ब्वाल - बिजली हूण से लोग K सीरियल ज्यादा दिखद छ।  इन K सीरियल दिखण से हमर जन विकासहीन प्रदेश मा सास ब्वार्युं झगड़ा भौत बढ़ि गे छौ।  जब से दिन हमर प्रदेश मा दिन मा बि अन्ध्यर रौंद तो सास ब्वार्युं झगड़ा बिलुक बंद ह्वे गे।

एक प्रदेसक मंत्री जौंमा  शिक्षा मंत्री का अतिरिक्त भार बि च ऊंन तर्क दे - अचकाल , मास्टर बच्चों तैं इथगा होमवर्क दींदन कि होमवर्क करदा करदा अभिभावकुं टक टूटि जांदी।  बिजली नि हूण से विद्यार्थी अर ऊँका ब्वे बुबाउं तैं बेतोड़, बेजोड़ , नायब बहाना मिल गे कि चूँकि बिजली गुल छे तो होमवर्क नि ह्वे।  बिजली अनुपलब्धि  से अब विद्यार्थ्युं का बोझ अपने आप कम ह्वे गे।

एक डॉग लवर एक्टिविस्ट खुश छौ कि अब कुत्ता  इलेक्ट्रिक पोल पर बेहिचक टांग उठैक लघुशंका कर सक्दन।  अब बेजुवां जानवरूं तै एलेट्रिक पोल पर एलेट्रिक शार्ट सर्किट से शौक लगणों खतरा टळ गे।  कुत्तौं बचाण तो इलेक्ट्रिक पोल नि घटेण  चयेंदन अर इलेक्ट्रिक पोल घटे बि गेन तो बिजली नि आण चयेंद।

जै प्रदेश मा कुछ समय न कुछ महीनों से बिजली उपलब्ध नी च वै प्रदेश का  ऊर्जा मन्त्रीक बुलण छौ -अब जनता बिजली तारुं  उपयोग झुल्ला सुखाणो करणी च।  जनता तै या नई सुविधा हमर परदेस मा मिल गे।  या सुविधा क्या कम च ?

झूठिस्तान टीवी की यीं बहस की खासियत या छे के सब बिजली मंत्री यीं बात पर एक साथ सहमत छया कि बिजली समाज और जनता का वास्ता नुकसानदेय सुविधा च।

अगनै प्रोग्राम मि नि देखि सकु किलैकि तब तक म्यार शहर की बिजली आठ घंटो कुण गुल ह्वे गे। 


21/8  /15 ,Copyright@ Bhishma Kukreti , Mumbai India
*लेख की   घटनाएँ ,  स्थान व नाम काल्पनिक हैं । लेख में  कथाएँ , चरित्र , स्थान केवल व्यंग्य रचने  हेतु उपयोग किये गए हैं।
 Best of Garhwali Humor Literature in Garhwali Language , Power Cut ; Best of Himalayan Satire in Garhwali Language Literature , Power Cut ; Best of  Uttarakhand Wit in Garhwali Language Literature , Power Cut ; Best of  North Indian Spoof in Garhwali Language Literature, Power Cut ; Best of  Regional Language Lampoon in Garhwali Language  Literature , Power Cut ; Best of  Ridicule in Garhwali Language Literature , Power Cut ; Best of  Mockery in Garhwali Language Literature  , Power Cut  ; Best of  Send-up in Garhwali Language Literature , Power Cut ; Best of  Disdain in Garhwali Language Literature, Power Cut  ; Best of  Hilarity in Garhwali Language Literature  , Power Cut; Best of  Cheerfulness in Garhwali Language  Literature, Power Cut   ;  Best of Garhwali Humor in Garhwali Language Literature  from Pauri Garhwal  , Power Cut; Best of Himalayan Satire Literature in Garhwali Language from Rudraprayag Garhwal , Power Cut ; Best of Uttarakhand Wit in Garhwali Language from Chamoli Garhwal  ; Best of North Indian Spoof in Garhwali Language from Tehri Garhwal , Power Cut ; Best of Regional Language Lampoon in Garhwali Language from Uttarkashi Garhwal  , Power Cut; Best of Ridicule in Garhwali Language from Bhabhar Garhwal , Power Cut  ;  Best of Mockery  in Garhwali Language from Lansdowne Garhwal  ; Best of Hilarity in Garhwali Language from Kotdwara Garhwal  ; Best of Cheerfulness in Garhwali Language from Haridwar    ;
Garhwali Vyangya ; Garhwali Hasya  ;  Garhwali skits   ; Garhwali short Skits , Garhwali Comedy Skits  , Humorous Skits in Garhwali , Wit Garhwali Skits 

                    स्वच्छ भारत  , स्वच्छ भारत , बुद्धिमान भारत!


Bhishma Kukreti

  • Hero Member
  • *****
  • Posts: 18,808
  • Karma: +22/-1
Best  Harmless Garhwali Literature Humor  ;  Garhwali Literature Comedy Skits   ; Garhwali Literature  Satire  ;  Garhwali Wit Literature  ;  Garhwali Sarcasm Literature  ;  Garhwali Skits Literature  ;  Garhwali Vyangya   ;  Garhwali Hasya


                    आप तै कब पता चलदो कि तुम  म्वाट ह्वे गेवां ?

                           भीष्म कुकरेती

 यदि आपक जीन्स , टीशर्ट आंदो आंद टाइट ह्वे जावो तो समझी ल्यावो कि तुमर चर्बी बढ़ गे।

जब आप अपण पैसा या लैन्द गौड़ो  जोर से घमड दिखावो अर तब बि क्वी नि ब्वालो कि बहुत चर्बी चढ़ गयी है तो समझी ल्यावो कि   …

जब आप सीढ़ी चढ़न तै इ एक मुख्य काम मानिक चलदा तो समझी ल्यावो कि   …

जब आप सिनेमा हाल,  बस कंडक्टर या फ्लाइट क्रूज से तंग सीट की शिकैत करदा तो समझी ल्यावो कि   …

जब आप तै आइना से डौर लगण शुरू ह्वे जावो तो समझी ल्यावो कि   …

जब आप टीवी मा रेस देखिक ही तक जांदा तो समझी ल्यावो कि   …

जब आप कै पार्टी मा शामिल ह्वावो अर  चिकन टंगड़ी कबाब की जगा मेजबानबार बार तुम तै क्लीन वेजिटेबल सूप बॉल पकड़ावो तो समझी ल्यावो कि   …

हब ब्या काज मा बुफे मा आप क्वी चीज खोजो अर बच्चा बि ब्वालन बल अंकल सलाद टेबल खोज रहे हो ना ? सलाद टेबल उधर है।  तो समझी ल्यावो कि   …

जब आप डाइट कोक , डाइट दारू पींदा अर इख  तक कि डाइट खाणो खांदा तो समझी ल्यावो कि   …

जब आपका ड्राइंग रूप अर बैडरूम जिमखाना बण जावो तो समझी ल्यावो कि   …

जब आपकी पुराणी , नई गर्ल फ्रेंड तुम से मुख चुर्याण लग जावन अर भैजि या अंकल करिक भट्याण शुरू कर द्यावन तो समझी ल्यावो कि   …

जनि आप एक्सरसाइज का नाम सुणदा अर तुम पर पस्यो हूण -पसीना आण मिसे जावो तो समझी ल्यावो कि   …

जब आप होटलम ऑर्डर द्यावो - वेटर लो कैलोरी पानी लाना तो समझी ल्यावो कि   …

जब आप E शॉपिंग तै इन्नोवेटिव शॉपिंग मनण लग जावो तो समझी ल्यावो कि   …

जब आप तै हर मैना कपड़ा दान करण पड़दन तो समझी ल्यावो कि   …





22/8  /15 ,Copyright@ Bhishma Kukreti , Mumbai India
*लेख की   घटनाएँ ,  स्थान व नाम काल्पनिक हैं । लेख में  कथाएँ , चरित्र , स्थान केवल व्यंग्य रचने  हेतु उपयोग किये गए हैं।
 Best of Garhwali Humor Literature in Garhwali Language  ; Best of Himalayan Satire in Garhwali Language Literature  ; Best of  Uttarakhand Wit in Garhwali Language Literature  ; Best of  North Indian Spoof in Garhwali Language Literature ; Best of  Regional Language Lampoon in Garhwali Language  Literature  ; Best of  Ridicule in Garhwali Language Literature  ; Best of  Mockery in Garhwali Language Literature    ; Best of  Send-up in Garhwali Language Literature  ; Best of  Disdain in Garhwali Language Literature  ; Best of  Hilarity in Garhwali Language Literature  ; Best of  Cheerfulness in Garhwali Language  Literature   ;  Best of Garhwali Humor in Garhwali Language Literature  from Pauri Garhwal  ; Best of Himalayan Satire Literature in Garhwali Language from Rudraprayag Garhwal  ; Best of Uttarakhand Wit in Garhwali Language from Chamoli Garhwal  ; Best of North Indian Spoof in Garhwali Language from Tehri Garhwal  ; Best of Regional Language Lampoon in Garhwali Language from Uttarkashi Garhwal  ; Best of Ridicule in Garhwali Language from Bhabhar Garhwal   ;  Best of Mockery  in Garhwali Language from Lansdowne Garhwal  ; Best of Hilarity in Garhwali Language from Kotdwara Garhwal  ; Best of Cheerfulness in Garhwali Language from Haridwar    ;
Garhwali Vyangya ; Garhwali Hasya  ;  Garhwali skits   ; Garhwali short Skits , Garhwali Comedy Skits  , Humorous Skits in Garhwali , Wit Garhwali Skits 

                    स्वच्छ भारत  , स्वच्छ भारत , बुद्धिमान भारत! 

Bhishma Kukreti

  • Hero Member
  • *****
  • Posts: 18,808
  • Karma: +22/-1
Best  Harmless Garhwali Literature Humor  , Changing Window 10 ;  Garhwali Literature Comedy Skits  , Changing Window 10  ; Garhwali Literature  Satire  , Changing Window 10 ;  Garhwali Wit Literature  , Changing Window 10;  Garhwali Sarcasm Literature  , Changing Window 10 ;  Garhwali Skits Literature  , Changing Window 10 ;  Garhwali Vyangya  , Changing Window 10  ;  Garhwali Hasya  , Changing Window 10 ;


                    चिरसुंदरी  भुंदरा बौ Window 10 खरीदणी च

                        चबोड़ , चखन्यौ , चचराट   :::   भीष्म कुकरेती


 मि -हैलो ! ये बौ ?

चिरसुंदरी भुंदरा बौ -हां हाँ सुणा !

मि -चलती क्या खंडाला ?

चिरयौवना भुंदरा बौ -अपणि बैणि लीजा खंडाला।  मि त क्या सुंदर नजीबाबादौ गळियूँ मा घुमणु छौं।

मि -हैं तू नजीबाबाद अयीं छे ?

कांत कामिनी भुंदरा बौ - हाँ क्यों ? नजिमाबाद पाकिस्तान मा च क्या कि मि नि जै सकुद ?

मि -नै नै।  पर तू अर नजीबाबाद ?

भुंदरा बौ -अरे ये कोटद्वार पर त कांड इ लग गेन।  जख जावो नकली माल , हर गली मा डुप्लीकेट गुड्स या हरेक कुण्या  मा नेगी जा का , भरतवाण जी का पाइरेट्स कैसेट्स। कुज्याण यि  हरीश जिठा जी बि किलै कुछ नि करणा छन।

मि -ह्याँ पर तू क्या खरीदणो नजीबाबाद अयीं छे ?

भुंदरा बौ -अरे हमर गांमा अचकाल सकासौर्युं मा लौड़ -गौड़ मारणो फैसन सौरि (फैलना ) गे।

मि - सकासौर्युं मा लौड़ -गौड़ मारणो फैसन ?

भुंदरा बौ -हाँ।  पच्चीस जुलाई बिटेन गांमां Window बदलणो हुरस्या हुर्सी (प्रतियोगिता ) लगीं  च।

मि -Window बदलणो हुरस्या हुर्सी (प्रतियोगिता ) लगीं  च ?

भुंदरा बौ -हाँ ! डुंकुर ज्योर नीन ?

मि -हाँ।  डुंकुर  ब्वाडा जी।  कथगा सालों से हर रविवार टाइम्स ऑफ इण्डिया मंगैक पढ़दन।

भुंदरा बौ -ऊंन जुलाई मा टाइम्स मा पौढ़ कि अब सब लोग Window 10 पर स्विच करणा छन तो दुसर दिन उठेन अर कोटद्वार अर M. S . हार्डवेयर बिटेन MS Window 10 लैन अर ऊंन Window 10 बिठै दे।

मि -मुहम्मद सिद्द्की (M. S) हार्डवेयर मा  Window 10  ?पर Window 10 तो हार्डवेयर नी च सॉफ्टवेयर च अर अर हार्डवेयर की दुकान्युं मा नि मिल्दो।

भुंदरा बौ -अरे कोट्द्वारम क्या नि ह्वे सकद।  जब जुत्त चप्पलोंक  दुकानम तुम शराब पे सकदां तो हार्डवियर की दुकानिम Window 10 नि मीलल त कख मीलल ?

मि - ह्वे सकुद च कोटद्वार च ।  फिर क्या ह्वाइ ?

भुंदरा बौ - हूण क्या छौ। इना डुंकुर ज्योरुंन  MS Window 10 लगाइ ऊना ऊंक भतीजु सुंदरु का इख जळण मा बरजात पोड़ि गे।  सुंदरु बि दुसर दिन कोटद्वार गे अर न्यू MS हार्डवेयर (न्यू मिंया शौकत हार्डवेयर ) से MS Window 10 लायी अर रातों रात वैन MS Window 10 बिठै दे।

मि -मिंया शौकत हार्डवेयर (MS Hardware ) क्या Window 10 बिचद ?

भुंदरा बौ -हाँ।

मि -कमाल ह्वे गे।  फिर तू ?

भुंदरा बौ -अरे जनि सुंदरुन नकली MS Window 10 बिठाइ कि वैक दगड्यों की नींद हर्ची गए अर ऊंन बि कोटद्वार की MS Window 10 बिठै देनि।

मि -पर तू ?

भुंदरा बौ -अब गांमां रौण तो गौंका हिसाब से चलण इ पोड़द तो मीन बि स्वाच कि मी बि MS Window 10 बिठै द्यूं।  पर इख ऐक पता चल कि सब जगा MS Window 10का डुप्लीकेट मिलणा छन।  असली MS Window 10 तो नजीबाबाद मिल्दन।

मि -ह्यां पर MS Window 10 खरीदणो बान कोटद्वार , नजीबाबाद आणो जरूरत क्या च।  इंटरनेट से घर बैठे असली MS Window 10 मिल जांद।

भुंदरा बौ -नै रे नै।  इंटरनेट का दुकानदार भौत दैं कुछ का कुछ माल भेजी दींदन।  सि वै दिन गुंदरीन अफ कुण इंटरनेट से वा खास चीज  मँगाई तो वूं खरदुसणुन मर्दाना वा चीज भेजी दे।  बस हमकुण त ऋषिकेश , कोटद्वार इ ठीक च।  माल जपकैक देखो अर खरीदो। अर ये चक्कर मा कोटद्वार आणो मौका बि मिल जांद। 

मि -ह्यां पर MS Window 10तो सॉफ्टवेयर की शॉप मा मिल्दन अर तू बुलणी छे हार्डवेयर की दुकान्युं मा मिलणा छन ?

भुंदरा बौ -ये भोन्दु  द्यूर ! कोकाकोला , पेप्सिकोला की दुकान्यूं मा MS Window 10 मील सकदन क्या ?

मि -पर द्वी MS हार्डवेयर दुकान्युं मा तो मकान का सामन बिकदो उख MS Window 10 का क्या काम ?

भुंदरा बौ -ले विंडो हार्डवेयर की दुकान्यूं मा नि मीलल तो खादी वस्त्र भंडार मा मीलल ?

मि -तू कै MS Window 10 की बात करणी छे ?

भुंदरा बौ -तू कै  MS Window 10 की बात समझणी छे ?

मि -कम्प्यूटर का वास्ता MS Window 10 एक नयो सॉफ्टवेयर च।

भुंदरा बौ -मि मकान पर नई किस्म की मॉडर्न खिड़की MS Window 10 की बात करणु छौं।

मि -ये मेरी बौ भुंदरा !


24/8  /15 ,Copyright@ Bhishma Kukreti , Mumbai India
*लेख की   घटनाएँ ,  स्थान व नाम काल्पनिक हैं । लेख में  कथाएँ , चरित्र , स्थान केवल व्यंग्य रचने  हेतु उपयोग किये गए हैं।
 Best of Garhwali Humor Literature in Garhwali Language  , Changing Window 10 ; Best of Himalayan Satire in Garhwali Language Literature , Changing Window 10  ; Best of  Uttarakhand Wit in Garhwali Language Literature , Changing Window 10  ; Best of  North Indian Spoof in Garhwali Language Literature , Changing Window 10; Best of  Regional Language Lampoon in Garhwali Language  Literature  , Changing Window 10 ; Best of  Ridicule in Garhwali Language Literature  , Changing Window 10; Best of  Mockery in Garhwali Language Literature    , Changing Window 10 ; Best of  Send-up in Garhwali Language Literature  , Changing Window 10 ; Best of  Disdain in Garhwali Language Literature  , Changing Window 10 ; Best of  Hilarity in Garhwali Language Literature  ; Best of  Cheerfulness in Garhwali Language  Literature   ;  Best of Garhwali Humor in Garhwali Language Literature  from Pauri Garhwal  ; Best of Himalayan Satire Literature in Garhwali Language from Rudraprayag Garhwal  ; Best of Uttarakhand Wit in Garhwali Language from Chamoli Garhwal  ; Best of North Indian Spoof in Garhwali Language from Tehri Garhwal  ; Best of Regional Language Lampoon in Garhwali Language from Uttarkashi Garhwal  ; Best of Ridicule in Garhwali Language from Bhabhar Garhwal   ;  Best of Mockery  in Garhwali Language from Lansdowne Garhwal  ; Best of Hilarity in Garhwali Language from Kotdwara Garhwal  ; Best of Cheerfulness in Garhwali Language from Haridwar    ;
Garhwali Vyangya ; Garhwali Hasya  ;  Garhwali skits   ; Garhwali short Skits , Garhwali Comedy Skits  , Humorous Skits in Garhwali , Wit Garhwali Skits 

                    स्वच्छ भारत  , स्वच्छ भारत , बुद्धिमान भारत!



Bhishma Kukreti

  • Hero Member
  • *****
  • Posts: 18,808
  • Karma: +22/-1
Best  Harmless Garhwali Literature Humor , Jokes ;  Garhwali Literature Comedy Skits  , Jokes ; Garhwali Literature  Satire , Jokes ;  Garhwali Wit Literature  , Jokes;  Garhwali Sarcasm Literature , Jokes ;  Garhwali Skits Literature  , Jokes;  Garhwali Vyangya   , Jokes;  Garhwali Hasya , Jokes;


                    भुंदरा बौ के चर्चे हैं हर मकान पे , हर मचान पे , हर जुबान पे


                        चबोड़ , चखन्यौ , चचराट   :::   भीष्म कुकरेती


अचकाल मुंबई मा बद्रीनाथ मंदिर निर्माण अर चिर सुंदरी , चिर यौवना भुंदरा बौ की ही चर्चा हूणि छन , प्याज की अब चर्चा नि हूंदी।  ठीकि च जब प्याजन रुलाण इ  च तो वांक चर्चा इ किलै करे जावो।

भुंदरा बौ आज सबसे चर्चित मनखिण ह्वे गे।  इंटरनेट अर फेसबुक की महारानी भुंदरा बौ अजकाल मनहर  दसौनी जी तै सीण नि दींदी।

वैदिन मि अपण घरवळि दगड़ एक ब्यौ मा जयुं छौ तो दसौनी जी बि अयाँ छया।  सिवा -सौंळी बाद दसौनी जीक करतब कुछ अजीब इ ह्वे गेन।  बार बार दसौनी जी कनफणि सी नजरूंन घरवळि तै घुरण लग गेन।  हम द्वी झण जना बि जवां दसौनी जी की गरुड़ै नजर हमर पीछा करणि राइ।  हम पानी पूरी का काउंटर पर छया अर दसौनी जी सलाद का काउंटर पर छया अर उंकी नजर केवल मेरी घरवळि पर टिकीं छे।  मेरी घरवळिन पूछ ," यु तुमर दोस्त क्वा च ? जख बि मि जाणु छौं।  मि तैं घुरणु च। "

हम पिज्जा काउंटर पर गेवां पर दसौनी जीकी नजर उखी पौंछि गे।

अब मे पर बि आग लग गे।

मि दसौनी जीक पास औं अर पूछ , दसौनी जी यी क्या च ? वा मेरी वाइफ च।  सात फेरा का बाद मील वा।  अब तुम ?"

दसौनी जी ," भीषम जी ! वो  या भुंदरा बौ नी च ना ? ठुमरी घरवळि च ना ?"

मि ," हाँ मेरी वाइफ च "

दसौनी , " फिर ठीक च। मी बि सुचणु छौ कि चिर यौवना , चिर सुंदरी भुंदरा बौ इन खंडहर नि ह्वे सकदी। "

मि ," क्या मतबल ?"

दसौनी जी ," नै नै कुछ ना।  पर तुम भुंदरा बौ तै नि लयाँ ?"

मि ," जख तुम सरीखा घुरदा , टक्क लगौंदा कुटक्की द्यूर राला ऊख भुंदरा बौ नि ऐ सकदी। "

इना मीन दसौनी जी तै सटकाई कि ऊना म्यार ख़ास भतिजु आई अर पुछण  लग गे ," ताऊ जी आपसे बी बड़े ताऊ जी हैं क्या ?"

मीन जबाब दे ," ना सबि भायुं मा मि इ सबसे बड़ो भाई छौं। "

भतिजू,"तो फिर जिसे देखो व्ही पूछ रहा कि आशु ! तेरी भुंदरा ताई जी कहाँ है ?"

मीन वै तै पुऴयाइ पत्यायि लोग तो इनि बुलणा रौंदन।

ऊख ब्यौ जु इ मि तै मिलणु राइ स्यु इ भुंदरा बौका स्वास्थ्य की खबर सार ही पुछणु रॉय।  सबतै भुंदरा बौमा इंट्रेस्ट छौ मीमा कै तै क्वी इंट्रेस्ट नि छौ।

वैदिन रविवार छौ अर मि अपण मोबाइल छोड़िक एक घंटा कुण भैर चलि ग्यों।  एकाद घंटा मा औं तो घरवळ में पर गुर्राट करणा छया।

म्यार छूट नौनु ," पापा ! मोबाइल अपने साथ ले जाया करो।  कोई बलदेव राणा हैं।  साठ मिनट में बौसठ बार फोन कर चुके हैं कि भुंदरा बौ घर पर हैं ?"

मीन बलदेव राणा जी तै फोन कार ," हाँ जी राणा जी ?"

बलदेव राणा जीन अति उत्साह मा ब्वाल ," कुकरेती जी ! तुम मि तै चिरसुन्दरी भुंदरा बौ तैं मिलावो। "

मि ," कनो क्या ह्वाइ ?"

राणा जी कु जबाब छौ ,"नै मि तुमर अर भुंदरा बौक अणमेल प्रेम पर गढ़वळि मा फिलम बणाण चाणु छौं। "

कनि कौरिक बि मीन राणा जी तै पटाई कि समय आण पर मि भुंदरा बौ तै मिलै द्योलु।  तब जैक ऊंन फोन काट।

इना मीन फोन काट कि मेरी मा जसोदा  बोडीक दगड़ ऐ गे।  माँ गुस्सा मा छे। जसोदा बोडिक हथ पर अखबार छया।  माँ ग्राउंड फ्लोर मा रौंदी अर मि फस्ट फ्लोर मा।

माँ - ये भीषम ! यी मी क्या सुणणु छौं ? बुडेंद दैं क्या खज्यात अयीं च तेरी ?

मि -क्या ह्वाइ ?

माँ - क्या नि ह्वाइ ? सी अखबारुं मा तू क्या क्या लिखणी छे कि तेरी भुंदरा बौ च अर    ....

जसोदा बोडी - अर तू सब तै बताणी बि छे कि त्यार अर भुंदरा बौक क्या संबंध छन।  इ देखि लेदि रंत रैबार , शैलवानी , दैनिक चिंगारी मा सब भुंदरा बौ अर तेरी छ्वीं लगीं छन।

मीन कनी करिक माँ अर बोडी तै अपण भुंदरा बौका रिस्ता समझाई।  बड़ी मुस्किल कैक द्वी समझणो तयार हवेंन।  हालांकि अब जब बि माँ तै कुछ नि मिल्दो तो माँ भुंदरा बौक बात करण लग जांदी।

ब्यालि ऑफिस मा बैठ्युं छौ।  ऑफिस मा हल्ला मची गे।  मेरी सेक्रेटरी अर द्वी ह्यूमन रिसोर्स विभागक कर्मचारी मीम ऐन।

एकॉन ब्वाल ," सर कोई आपकी सेक्रेटरी को बार बार फोन कर तंग कर रहा है।  पुलिस कम्प्लेंट करनी पड़ेगी।"

मीन सेक्रेटरी तै पूछ ," क्या ह्वाइ ?

सेक्रट्रिक रुणफती मा जबाब छौ ," सर वो बार बार फोन कर पूछ रहा है -इज भुंदरा बौ दियर ? भुंदरा बौ ऑफिस में है क्या ?"

मीन ब्वाल - उसको फोन लगाओ।

मेरी सेक्टरट्रीन फोन लगाई अर फोन मीम दे।

मीन ब्वाल , हाँ ब्वालो मि भुंदरा बौ ...

उख बिटेन ऑपरेटरों  जबाब ऐ - सर थैंक यु।  मी तुमर ऑपरेटर से कथगा पुछणु रौं कि पुट मि ऑन भुंदरा बौ पर तुमर ऑपरटर हर बार जबाब दींदि छे कि भुंदरा बौ डज नोट वर्क हियर।

मि - ओके ब्वालो। तुम कु छंवां अर क्या काम च ?

ऑपरेटर - सर मिस्टर दयानंद द्विवेदी वुड लाइक टु टाक विद यु।

ऑपरेटरन द्विवेदी जे से फोन जवाड़।

मि - हेलो द्विवेदी जी ! यी क्या भै तुमन म्यार नाम इ बदल दे ?

द्विवेदी जी - सॉरी भीषम जी ! मि भुंदरा बौ से इथगा प्रभावित छौं कि मीन तुमर नाम इ भुंदरा बौ धर दे।

मी  - क्या द्विवेदी जी ! आप बि ना ?


 





25/8  /15 ,Copyright@ Bhishma Kukreti , Mumbai India
*लेख की   घटनाएँ ,  स्थान व नाम काल्पनिक हैं । लेख में  कथाएँ , चरित्र , स्थान केवल व्यंग्य रचने  हेतु उपयोग किये गए हैं।
 Best of Garhwali Humor Literature in Garhwali Language  ; Best of Himalayan Satire in Garhwali Language Literature  ; Best of  Uttarakhand Wit in Garhwali Language Literature  ; Best of  North Indian Spoof in Garhwali Language Literature ; Best of  Regional Language Lampoon in Garhwali Language  Literature  ; Best of  Ridicule in Garhwali Language Literature  ; Best of  Mockery in Garhwali Language Literature    ; Best of  Send-up in Garhwali Language Literature  ; Best of  Disdain in Garhwali Language Literature  ; Best of  Hilarity in Garhwali Language Literature  ; Best of  Cheerfulness in Garhwali Language  Literature   ;  Best of Garhwali Humor in Garhwali Language Literature  from Pauri Garhwal  ; Best of Himalayan Satire Literature in Garhwali Language from Rudraprayag Garhwal  ; Best of Uttarakhand Wit in Garhwali Language from Chamoli Garhwal  ; Best of North Indian Spoof in Garhwali Language from Tehri Garhwal  ; Best of Regional Language Lampoon in Garhwali Language from Uttarkashi Garhwal  ; Best of Ridicule in Garhwali Language from Bhabhar Garhwal   ;  Best of Mockery  in Garhwali Language from Lansdowne Garhwal  ; Best of Hilarity in Garhwali Language from Kotdwara Garhwal  ; Best of Cheerfulness in Garhwali Language from Haridwar    ;
Garhwali Vyangya, Jokes  ; Garhwali Hasya , Jokes ;  Garhwali skits , Jokes  ; Garhwali short Skits, Jokes , Garhwali Comedy Skits , Jokes , Humorous Skits in Garhwali , Jokes, Wit Garhwali Skits , Jokes

                    स्वच्छ भारत  , स्वच्छ भारत , बुद्धिमान भारत!




Bhishma Kukreti

  • Hero Member
  • *****
  • Posts: 18,808
  • Karma: +22/-1
Best  Harmless Garhwali Literature Humor , Jokes  ;  Garhwali Literature Comedy Skits  , Jokes ; Garhwali Literature  Satire , Jokes ;  Garhwali Wit Literature  , Jokes;  Garhwali Sarcasm Literature , Jokes ;  Garhwali Skits Literature  , Jokes;  Garhwali Vyangya   , Jokes;  Garhwali Hasya , Jokes;


                   

                           क्या मैं चिर सुंदरी भुंदरा बौ को भगाकर लाया हूँ ?

                                  चबोड़ , चखन्यौ , चचराट   :::   भीष्म कुकरेती


 ब्याळि जब मीन 'भुंदरा बौ के चर्चे हैं हर मकान पे , हर मचान पे , हर जुबान पे' लेख इंटरनेटौ बनि बनिक माध्यमुं मा पोस्ट  कार त फोनुं झड़ी लग गे।  मुंबई मा अधिकतर  दगड़्या अर दगड़्याणि नाराज छन कि ऊंन बि भुंदरा बौक बारा मा बात करी छौ पर मीन ऊंको नाम किलै नि दे।  गाँव बिटेन सुंदरा बौ अलग नराजी दर्शाइ  बल मि भुंदरा बौ पर अधिक ही मेहरबान छौ  छौं अर वीं (सुंदरा ) तैं बिसरि ग्यों।  देहरादून बटे गुंदरा बौन तो SMS कार कि आज से  कुट्टी।

खैर बौ छन तो आपस मा जलन , ईर्ष्या , डाह हूण लाजमी च। क्वी द्यूर एक बौ तै बांसौ चुप्पा मा बैठाल तो दुसर बौका अंदड़ म्वाट ह्वाला ही , दुसर बौवक मुखड़ि गुस्सा मा लाल ह्वेलि इ , हैंकि बौन भरचेक म्वास हूणि च।

 पर ब्याळि कुछ हौर फोन बि ऐन जांकि कल्पना न तो भुंदरा बौन कार ना मीन स्वाच छौ अर भुंदरा बौकी इ सौं सौगंध तुमन बि इन कल्पना नि कौरी होली।

दिल्ली बिटेन एक  फोन आयि अर सीधा बुलण बैठ , " आप अफु तै क्या समझदवां ? चोरी करदा शरम ल्याज नि आदि ? दुसराक बौ भगैक ली आंदा अर वीं तैं अपण बौ घोषित कर दींदा ? कुछ तो शरम कारो चोर , डाकू , बेशरम लेखक ! "
मि झसके ग्यों अर कनि करिक बि मीन पूछ ," जी पैल इन त बताओ कि मै पर बौ भगाणो भागार -आरोप लगाण वळ तुम कु छंवां ?"
जबाब छौ ," मि दिल्ली रौंद , म्यार नाम शोभा भारद्वाज च अर जामणी , सल्ट म्यार गौं च।  कुला नन्द भारतीय जी म्यार दादा जी लगदन। "
मि - औ बड़ी भली बात च।
जबाब -हाँ जैक चोरी करिल्या तो तुमन भली बात बुलण ?
मि - पर मीन क्यांक चोरी कार ?
उत्तर - कुलानन्द भारतीय जी की 'काळी' तैं तुम चुरैक , भगैक, उठैक  लौवां अर भुंदरा नाम से सब जगा प्रसिद्ध करणा छंवां।  कुछ तो लाज शरम कारो।  दुसराक ब्वारी याने कुलानन्द जीकी 'काळी'  तै अपण बौ बथांद शरम नी आणि च ?
मि -शोभा जी ! कुलानन्द भारतीय जीकी 'काळी'  पुरुष  निर्भर युवा स्त्री च  अर सास ससुर से बि प्रताड़ित विवस नारी च तो मेरी भुंदरा बौ शक्तिशाली नारी च।।  काळी ' दिल्ली जाणै इच्छा रखदी किंतु मेरी भुंदरा बौ गांव तै दिल्ली बणानो जुगत मा रौंदी।   तुम तै गलतफहमी ह्वे गे कि मीन कुलानन्द जीकी 'काळी 'भगाई अर वींको नाम भुंदरा धौरिक प्रसिद्ध कर द्याई।
शोभा भारद्वाज- सच बुलणा छंवां ? खावो भुंदरा बौकी कसम कि काळी भुंदरा बौ नी च।
मि -भुंदरा बौकी कसम ! कुलानन्द भारतीय जीकी 'काळी' मेरी भुंदरा बौ नी च।
शोभा भारद्वाज - सॉरी ! फिर ठीक च।
इना शोभा भरद्वाजन फोन काट तो उन एक हैंक फोन दिल्ली से इ आयि।
दिल्ली से रोषीली आवाज - नमस्ते चचा जी।
मि -हैं आशीर्वाद।  चचा जी बि बुलणा छंवां अर गुस्सा मा बि ? मीन नि पछ्याण ?
यशोदा  खुगसाल - मि यशोदा खुगसाल छौं , कन्हैयालाल डंडरियाल जी की पुत्री अर खुगसाल जी की पुत्रबधू।
मि -धन्यभाग म्यार कि डंडरियाल पुत्री अर जयानंद खुगसाल जी की पुत्रबधू से बात हूणि च।
यशोदा - चचा जी , चमचागिरी , चापलूसी से आप म्यार  गुस्सा शांत नि कर सकदां।  समिण पर हूंद तो मि क्या से क्या कर दींदु धौं !
मि -ब्यटा ह्वाइ क्या च ?
यशोदा डंडरियाल खुगसाल - इन बतावो दुसरैक बेटी ब्वारी भगैक लांद तुम तै शरम -ल्याज नि ऐ ?
मि -हैं ? मीन दुसराकी बेटी -ब्वारी बि चुरै याल अर मि तैं इ नि पता कि मीन यु काम कार ?
यशोदा -चचा जी ! तुमन बुबा जीकी 'कीड़ी की ब्वे ' चुराई अर वींक नाम भुंदरा बौ नाम धर दे।  यु आपन ठीक नि कार।  बुबा जीका संस्कार नि दियां हुँदा तो मीन गाळी दे दीण छौ कि आपन म्यार बुबाजीकी 'कीड़ु की ब्वे ' चोरी कर दे।
मि समजी ग्यों कि यशोदा कु मंतव्य क्या च तो मीन उत्तर दे - यशोदा बेटी ! डंडरियाल जी की कीड़ु ब्वे कखि ना कखि दुर्बल , अशक्त , लाचार, इंट्रोवर्ट  स्त्री छे , तबि त लोग करुणा से भर जाँदा छया।  जब कि मेरी भुंदरा बौ शसक्त , भिभरट्या , एक्स्ट्रोवर्ट स्त्री च।  कखि बि साम्यता नी च।  तो चोरी का सवाल इ नी च।  डंडरियाल जीकी , खुगसाल जीकी कसम।
यशोदा -आपन बुबाजीकी , ससुर जीकी कसम खयाल तो फिर आप सही ह्वेल्या।  क्षमा चचा जी मीन बेकार मा आप तै।
मि -क्वी बात नी च।
इना यशोदा कु फोन कट तो ऊना पौड़ी बिटेन त्रिभुवन उनियाल जीक फोन आई।
मि -उनियाल जी नमस्कार
त्रिभुवन उनियाल - नमस्कार उमस्कार जाए भाड़ मा।  इन बतावो कि तुमन मेरी बौ किलै भगाई अर वीं तै बिना मेरी आज्ञा का भुंदरा नाम किलै द्याई ?
मि - भौत गुस्सा मा छंवां ?
त्रिभुवन - जरा क्वी तुमर घौर बिटेन एक चमच चोरी करिक ली जाल तो तुम पर क्या बीतदी ?
मि - भौत बुरु लगद।  जिकुड़ी जळ जांद।
त्रिभुवन - तो जु आपन मेरी बौ चुर्याई अर वीं तै भुंदरा नाम देइ तो में पर क्या बीतणी होली ?
मि - ऊँ ऊँ ! उनियाल जी ! या बात सै च कि मि तुमर बौ से भौत प्रभावित छौ अर बोलि सकुद कि एक हद्द तक आपकी बौ का प्रति ओब्सेस याने मनोग्रहीत बि छौ।  किन्तु आपकी बौ अर मेरी बौ एकी कुल की ह्वेका बि अलग अलग छन।   द्वी आधुनिक छन , द्वी दीन  दुनिया की खबर रखदन , द्वी एक्स्ट्रोवर्ट छन , द्वी अपण द्यूर का प्रति समर्पित छन अर द्वी कुसंगति से घृणा करदन।  किन्तु यदि आप अध्ययन करिल्या तो दुयुंक चरित्र मा असमानता बि च। दुयुंकी अपणी अपणी विशेषता च जी।
उनियाल - ना जी ना।  आपन अपण बौ तै भुंदरा नाम  दे तो मेरी बौ केवल बौ छे।
मि -हाँ आपन द्यूर तै नाम दे गबरू अर बौ तै अनाम ही रण दे।
त्रिभुवन -एक बात बतावदी ! क्या या भुंदरा बौ असल मा छैं च ?
मि -हाँ।
उनियाल - जरा बताओ तो सै कख रौंदी।  मि त सरा गढ़वाल घुमणु रौंद तो दर्शन बि करी ल्योलु।
मि -औ ! तो त्रिभुवन जी !  तुमर विचार मेरी भुंदरा बौ तै चुर्याणो कु च ?
त्रिभुवन - साहित्य मा बि त बदला लिए जांद कि ना ? टिट फॉर टाइट !
मि -मेरी भुंदरा बौ को ढँढते रह जाओगे उनियाल जी !

 


26/8  /15 ,Copyright@ Bhishma Kukreti , Mumbai India
*लेख की   घटनाएँ ,  स्थान व नाम काल्पनिक हैं । लेख में  कथाएँ , चरित्र , स्थान केवल व्यंग्य रचने  हेतु उपयोग किये गए हैं।  इस लेख की घटनाएँ सर्वथा काल्पनिक हैं।
 Best of Garhwali Humor Literature in Garhwali Language  ; Best of Himalayan Satire in Garhwali Language Literature  ; Best of  Uttarakhand Wit in Garhwali Language Literature  ; Best of  North Indian Spoof in Garhwali Language Literature ; Best of  Regional Language Lampoon in Garhwali Language  Literature  ; Best of  Ridicule in Garhwali Language Literature  ; Best of  Mockery in Garhwali Language Literature    ; Best of  Send-up in Garhwali Language Literature  ; Best of  Disdain in Garhwali Language Literature  ; Best of  Hilarity in Garhwali Language Literature  ; Best of  Cheerfulness in Garhwali Language  Literature   ;  Best of Garhwali Humor in Garhwali Language Literature  from Pauri Garhwal  ; Best of Himalayan Satire Literature in Garhwali Language from Rudraprayag Garhwal  ; Best of Uttarakhand Wit in Garhwali Language from Chamoli Garhwal  ; Best of North Indian Spoof in Garhwali Language from Tehri Garhwal  ; Best of Regional Language Lampoon in Garhwali Language from Uttarkashi Garhwal  ; Best of Ridicule in Garhwali Language from Bhabhar Garhwal   ;  Best of Mockery  in Garhwali Language from Lansdowne Garhwal  ; Best of Hilarity in Garhwali Language from Kotdwara Garhwal  ; Best of Cheerfulness in Garhwali Language from Haridwar    ;
Garhwali Vyangya, Jokes  ; Garhwali Hasya , Jokes ;  Garhwali skits , Jokes  ; Garhwali short Skits, Jokes , Garhwali Comedy Skits , Jokes , Humorous Skits in Garhwali , Jokes, Wit Garhwali Skits , Jokes

                    स्वच्छ भारत  , स्वच्छ भारत , बुद्धिमान भारत! 

 

Sitemap 1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22