ब्रह्मलीन श्री शेर सिंह बिष्ट उर्फ़ शेरदा 'अनपढ़' को श्रद्धा सुमन अर्पित करने हेतु क्रिएटिव उत्तराखंड - म्यर पहाड़ द्वारा दिनांक २६.५.२०१२ को अनुब्रत भवन, दिल्ली में एक श्रधांजलि सभा का आयोजन किया गया. इस सभा में उत्तराखंड के लोगों ने उपस्थित हो कर दिवंगत शेरदा को अपनी श्रद्धांजलि दी. उपस्थित गणमान्य लोगों में सर्व श्री चन्द्र सिंह राही जी, हीरा सिंह राणा जी, पूरण चन्द्र कांडपाल जी, पूरण चन्द्र नैनवाल जी, सुनील नेगी जी, ब्योमेश जुगरान जी, प्रदीप बेदवाल जी, डा. बी. एल. जालंधरी जी, देव सिंह रावत जी, मोहन बिष्ट जी, दयाल पाण्डेय जी, हरीश रावत एवं अन्य शामिल हैं.
सभा का संचालन करते हुए श्री चारू तिवारी ने शेरदा के जीवन एवं उनकी रचनाओं के बारे में बिस्तार से चर्चा की. उन्होंने इस बात पर ख़ास तौर पर चर्चा की की शेरदा ने जो रचनाएँ की वो मात्र हास्य कवितायें नहीं अपितु एक पूरा जीवन दर्शन है जिसको जानने एवं समझाने की आवश्यकता है.
श्री पूरण चन्द्र कांडपाल जी ने शेरदा के जीवन के अनेक पहलुओं पर प्रकाश डाला और शेरदा को समर्पित अपनी ताजी रचना 'धात लगे बेर बतै गो शेरदा..." का पाठ किया. प्रसिद्ध कवि और गायक श्री हीरा सिंह राणा जी और महान गायक श्री चन्द्र सिंह राही जी ने शेरदा के साथ बिताये अपने पलों को ताजा करते हुए अपने अपने गायन के साथ भाव पूर्ण श्रधांजलि अर्पित की.
इस सभा का आयोजन करने करने में अनुब्रत भवन के श्री रमेश चन्द्र कांडपाल जी का सहयोग काफी सराहनीय रहा जिसकी सभी ने मुक्तकंठ से सराहना की. श्री कांडपाल जी स्वयं भी पूरे समय सभा में उपस्थित रहे.