आम कुणे बूब कै ग्यी , ब्वारि होल चटकबात बात मे मारेल, उपुन चार फटकमै बाबुक सामन च्योल, बाग़ जे दुट्यालस्येणिक सामन रंकर, पुछर टुकालKya Likhte The Sherda.. wah Sherda wah
शेर दा अनपड़ की दो ऑडियो कैसेट उनकी कविताओं पर बाज़ार मे बहुत पहले ही आ चुकी है.. - पंच मियाव - हसन बाहर