Kumaoni Grammar,Garhwali Grammar,Uttarakhandi Grammar,Nepali Grammar ,Grammar of Himalayan Languages-Part-60
कुमाउंनी , गढ़वाली एवं नेपाली भाषा-व्याकरण का तुलनात्मक अध्ययन भाग -60
Edited by Bhishm Kukreti
हिंदी, कुमाउंनी और गढ़वाली भाषाओँ में वाक्य भेद -5
३४-हिंदी - मैन पत्र लिखूंगा
कुमाउंनी -मैन चिट्ठी लेखुंल
गढ़वाली- मि चिट्ठी लिखुल/मि पाती लिखुल
35- हिंदी - लडकियाँ खाना खाएंगी
कुमाउंनी- चेलीन खाणू खालिन
गढ़वाली- लौड़ी/नौनी खाणा खालि
36- हिंदी - लड़की खाना बनाएगी
कुमाउंनी- चेली खाण बड़ालि
गढ़वाली- नौनि /लौडि रुस्वै/खाणा बणालि
37-हिंदी - वस्तु कहाँ मिलेगी ?
कुमाउंनी - उ चीज काँ मिललि
गढ़वाली- वा चीज कख मीललि
38-हिंदी - वे क्या कार रहे होंगे ?
कुमाउंनी- उ के करणौ हुनाल ?
गढ़वाली- उ/ वू/वो क्या करणा ह्वाला /होला
39-हिंदी - वह गाना गा रही होगी
कुमाउंनी- ऊ गाणै हुनेलि
गढ़वाली- वा गाणि ह्वेलि
40-हिंदी - वह पढ़ रहा होगा
कुमाउंनी- ऊ पड़णौ हुनौल
गढ़वाली- ऊ पड़णो ह्वाल/होलु
41-हिंदी - मै चल रहा होउंगा
कुमाउंनी- मैं हिटणौ हुनेलूँ
गढ़वाली- मि हिटणु होलु
42-हिंदी - कलम मेज पर होगी
कुमाउंनी- कलम मेज में हुनेलि
गढ़वाली- कलम मेज मा ह्वेलि
43-हिंदी - तुम्हे अवश्य पढ़ना था
कुमाउंनी- तुमुल जरुर पड़ण छि
गढ़वाली- तुमन जरुर पड़ण छौ /तीन जरुर पड़ण छौ
44-हिंदी - मुझे वहां जाणा था
कुमाउंनी- मकैं वां जाण छि
गढ़वाली- मीन ऊख जाण छौं
45-हिंदी - उसे फल खाना था
कुमाउंनी- वील फल खाण छि
गढ़वाली- वैन /वींन फल खाण छौ
सन्दर्भ-
1- अबंधु बहुगुणा , १९६० , गढ़वाली व्याकरण की रूप रेखा, गढ़वाल साहित्य मंडल , दिल्ली ( Structure of Garhwali Grammar)
२- बाल कृष्ण बाल , स्ट्रक्चर ऑफ़ नेपाली ग्रैमर , मदन पुरूस्कार, पुस्तकालय , नेपाल (Structure of Nepali Grammar)
३- डा. भवानी दत्त उप्रेती , १९७६, कुमाउंनी भाषा अध्ययन, कुमाउंनी समिति, इलाहाबाद (Study of Kumauni Language Grammar)
४- रजनी कुकरेती, २०१०, गढ़वाली भाषा का व्याकरण, विनसर पब्लिशिंग कं. देहरादून ( Grammar of Garhwali Language)
५- कन्हयालाल डंड़रियाल , गढ़वाली शब्दकोश, २०११-२०१२ , शैलवाणी साप्ताहिक, कोटद्वार, में लम्बी लेखमाला (Garhwali- Hindi Dcitionary)
६- अरविन्द पुरोहित , बीना बेंजवाल , २००७, गढ़वाली -हिंदी शब्दकोश , विनसर प्रकाशन, देहरादून (Garhwali Hindi Dictionary )
७- श्री एम्'एस. मेहता (मेरा पहाड़ ) से बातचीत
८- श्रीमती हीरा देवी नयाल (पालूड़ी, बेलधार , अल्मोड़ा) , मुंबई से कुमाउंनी शब्दों के बारे में बातचीत
९- श्रीमती शकुंतला देवी , अछ्ब, पन्द्र-बीस क्षेत्र, , नेपाल, नेपाली भाषा सम्बन्धित पूछताछ
१० - भूपति ढकाल , १९८७ , नेपाली व्याकरण को संक्षिप्त दिग्दर्शन , रत्न पुस्तक , भण्डार, नेपाल (Briefs on Nepali Grammar)
११- कृष्ण प्रसाद पराजुली , १९८४, राम्रो रचना , मीठो नेपाली, सहयोगी प्रेस, नेपाल (Nepali Grammar)
१२- चन्द्र मोहन रतूड़ी , गढ़वाली कवितावली ( सं. तारा दत्त गैरोला, प्र. विश्वम्बर दत्त चंदोला) , १९३४, १९८९
13- Notes of Dr Achla Nand Jakhmola on Grammar book by Dr Bhavani Datt Upreti
Kumaoni Grammar,Garhwali Grammar,Uttarakhandi Grammar,Nepali Grammar ,Grammar of Himalayan Languages to be continued .....