आज से लगभग २५ साल पाहिले भी गाने के माध्यम से पेड़ बचने का सन्देश दिया गया .....
सरकारी यो धुर जंगला बांजा नि काट लछिमा बांजा नि काटा,
ओ कटी देला धुर जंगला पड़ोलो अकवा, पाणी पाणी पाणी कुने तिसालो पहाडा
न काटा बांजा, नि कर लछिमा नाशा नि करा,
काश इस गाने को समझा होता तो पहाड़ मैं आज पाणी की कमी नहीं होती , चलो जहाँ जागे वही सबेरा