भारत रत्न सचिन तेंदुलकर
खेलों क दुनिय में क्रिकेट क महानायक भारत रत्न सचिन तेंदुलकर
ल क्रिकेट बै संन्यास ल्हि है।य महानायक कि महाविदाई 16 नवम्बर
हुणि मुम्बई क वानखेड़े स्टेडियम बै वेस्टइंडीज दगै 2-0 ल
सीरीज जितण क साथ है। विदाई क दिन उनकें देश क सर्वोच्च
नागरिक सम्मान भारत रत्न लै दिई गो। सचिन ल 24 वर्ष क आपण
क्रिकेट इतिहास में 200 टैस्ट मैच और 463 एक दिनी मैच खेलीं।
उनूल यूं द्विनूं में 34347 रन बनाईं। 51 शतकों क साथ टैस्ट क्रिकेट
में उनूल 15921 रन बनाईं और एक दिनी क्रिकेट में 49 शतकों क
साथ 18426 रन बनाईं।
सचिन एक महान खिलाड़ि क साथ-साथ एक भौत भा्ल इंसान
लै छीं। उनूल आपणि सफलता क श्रेय आफी नि ल्ही, सबूं कें दे।
आपणि विदाइ क टैम पर उनूल आपण स्व .बौज्यू रमेश तेंदुलकर और
इज रजनी क त्याग और आशीर्वाद कें याद करौ। य मौक में उनूल
आपण का्क-काखि (सुरेश-मंगला)क सहयोग,घरवाइ डाक्टर अंजलि कि
कैरीयर कुर्बानी, गुरु रमाकांत अचरेकर क परिश्रम,दा्द नितिन और
अजीत क दगड़, बैणि सविता क बैट, सारा-अर्जुन (च्येलि-च्यल) क
प्यार,इस्कूल और मीडिया क ऐशान, चयनकर्ताओं क भरौस,खिलाड़ि
दगड़ियां क सहयोग, बीसीए और बीसीसीआई क विश्वास, डाक्टर-फिजिओ
क सहा्र और जनता क अपार स्नेह कैं भौत याद करणा क साथ
सबूं क आभार लै जता। सचिन ल भारत रत्न कैं आपणि इज दगै
देशा क सबै मै नूं कैं समर्पित करि है।
सचिन भौत परोपकारी इंसान छीं।उं अनेक असहायों कि चुपचाप
मदद लै करनी। उं करीब 33 कंपनियों क प्रचार अम्बेसडर लै छीं।
पद्मविभूषण प्राप्त सचिन राज्य सभा में मनोनीत सांसद लै छीं। सचिन
ल विदाई क टैम पर एक भौत ठुलि बात कै -'स्वैण देखो, मेहनत क
साथ उनर पिच्छ करो। सफलता शॉर्टकट ल नि मिलनि, पसीण
बगूण पड़ूं।'
पूरन चन्द्र काण्डपाल,रोहिणी दिल्ली
21.11.2013